AI अब खाने-पीने की चीजों में भी अपनी जगह बना रहा है. किसी नए प्रोडक्ट को तैयार करने के लिए उसका स्वाद और फ्लेवर तय करने के लिए ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद ले रहे हैं. कोका-कोला ने अपना लेटेस्ट लिमिटेड एडिशन मिस्ट्री फ्लेवर, Coca-Cola Y3000 जीरो शुगर पेश किया है. कंपनी ने एआई की मदद से भविष्य का कोका कोला फ्लेवर दिखाया है और अपने यूजर्स को भविष्य के स्वाद का अनुभव करने के लिए इंवाइट किया है. कंपनी ने इसका स्वाद कैसा है इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. हालांकि, टेस्टर्स ने इसका स्वाद रास्पबेरी स्लशी (raspberry slushy)जैसा बताया है.
AI का उपयोग कैसे किया गया
कोका-कोला के शोधकर्ताओं ने इसे बनाने के लिए शोधकर्ता सबसे पहले यह पता करना चाहते थे कि भविष्य का स्वाद कैसा होना चाहिए. Y3000 के लिए फ्लेवर प्रोफाइल बनाने के लिए इस डेटा को एक मालिकाना AI सिस्टम में फीड किया गया था. इसके बाद फ्लेवर तैयार करने के लिए एकत्र किए गए डाटा को एक AI सिस्टम में डाला गया. इससे एक नया सोडा बनकर तैयार हुआ. एआई तकनीक का उपयोग कैन की फ्यूचर पैकेजिंग को डिजाइन करने, पिक्सेलेटेड LOGO,साफ क्रोम रंग और बैंगनी, गुलाबी और नीले रंग के पॉप को प्रदर्शित करने के लिए भी किया गया था. एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी इसे "भविष्य का सोडा" कह रही है. यह रेगुलर और चीनी रहित दोनों प्रकार से उपलब्ध है. कोका-कोला जल्द ही Y3000 थीम वाले कपड़े भी बनाएगी. इसके लिए कंपनी ने लग्जरी ब्रांड एंबुश से साझेदारी की भी घोषणा की है. ये कपड़े सीजन के अंत तक पेश किए जा सकते हैं.
रेगुलर और जीरो शुगर दोनों विकल्प
सीमित संस्करण कोका-कोला Y3000 को रेगुलर और जीरो-शुगर दोनों विकल्पों में पेश किया जाएगा.संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको में कंज्यूमर्स कोका-कोला Y3000 के ओरिजनल टेस्ट वर्जन का आनंद ले सकते हैं. जबकि जीरो-शुगर वैरायटी संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, चीन, यूरोप और अफ्रीका में उपलब्ध होगी. कंपनी का लक्ष्य इस अवधारणा का पता लगाना है कि भविष्य में कोक का स्वाद कैसा हो सकता है और यह किन एक्सपीरियंस को अनलॉक करेगा.
कैसा होगा कोका कोला का फ्यूचर
कोका-कोला को उम्मीद है कि उसका ब्रांड साल 3000 में भी उतना ही प्रासंगिक और ताज़ा रहेगा जितना आज है. एआई तकनीक का उपयोग करके भविष्य का स्वाद तैयार करने के लिए खुद को चुनौती देकर, उनका लक्ष्य इनोवेशन और अनुकूलनशीलता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करना है. लिमिटेड-एडिशन Y3000 फ्लेवर और इसकी अनूठी पैकेजिंग डिजाइन पेय उद्योग में सकारात्मक, विकसित भविष्य के लिए कोका-कोला के दृष्टिकोण के प्रमाण के रूप में काम करती है.
बाजार में AI का इस्तेमाल बढ़ने की संभावना
विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार, खाद्य और पेय पदार्थ बाजार में AI का उपयोग 46.6 प्रतिशत की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ (CAGR) से बढ़ने की उम्मीद है. बाजार का आकार वर्ष 2022 में 37,000 करोड़ से बढ़कर वर्ष 2023 में लगभग 54,000 करोड़ रुपये होने की संभावना है. यह वृद्धि उपभोक्ताओं की बदलती प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए आपूर्ति प्रबंधन, गुणवत्ता नियंत्रण और उत्पाद के कस्टमाइजेशन जैसे क्षेत्रों में AI के बढ़ते उपयोग से प्रेरित है. बता दें कि कोका-कोला की शुरुआत 8 मई, 1886 को हुई थी. लगभग 137 वर्ष पुरानी यह कंपनी सॉफ्ट ड्रिंक, जूस, स्पोर्ट्स ड्रिंक और पानी सहित कई कैटेगरी के प्रोडक्ट बनाती है. विश्व के 200 से अधिक देशों में इसका कारोबार है.