Right way of Phone Charging: आप भी लगाते हैं सारी रात फोन चार्जिंग पर? हो सकते हैं कई नुकसान, जानें सही तरीका 

ज्यादातर नई जेनेरशन के स्मार्टफोन को पूरी तरह चार्ज होने में 30 मिनट से लेकर दो घंटे तक का समय लगता है. चार्जिंग टाइम आपके डिवाइस की बैटरी कैपेसिटी के आधार पर अलग-अलग हो सकती है. ज्यादा कैपेसिटी वाले फोन को ज्यादा टाइम की जरूरत होती है.

Phone charging
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 10 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 3:47 PM IST
  • आपका फोन ओवरचार्ज हो सकता है
  • एप्पल पर हुई स्टडी

हम में से कई लोग हैं जो रात को अपना फोन चार्जिंग पर लगाकर सोते हैं. ज्यादातर लोगों के लिए यह बेहद सुविधाजनक ऑप्‍शन होता है. लेकिन कई बार फोन को ओवरचार्ज करना आपके लिए नुकसान दायक साबित हो सकता है. अब आप सोच रहे होंगे कि क्या लंबे समय तक फोन (या रात भर) चार्ज करने से फोन की बैटरी खराब हो सकती है? तो इसका जवाब है हां.

अब सवाल उठता है कि लिथियम-आयन बैटरियों को भी लंबे समय तक चार्ज करना सही है? जवाब है नहीं. लिथियम-आयन बैटरी को पूरी तरह से चार्ज होना पसंद नहीं है और न ही फुल चार्ज होकर गर्म होना पसंद करती हैं. इसके पीछे भी कई फैक्टर्स काम करते हैं जोकि ये डिसाइड करते हैं कि आखिर फोन की बैटरी कितने दिन चलने वाली है. आमतौर पर लिथियम-आयन बैटरी की उम्र 2-3 साल होती है. और समय के साथ, इनकी केमिकल ऐज, चार्जिंग कैपेसिटी, बैटरी लाइफ और परफॉर्मेंस कम हो जाती है.

एप्पल पर हुई स्टडी

शोध में पाया गया है कि स्मार्टफोन की बैटरी 80% कैपेसिटी से नीचे जाने से पहले औसतन 850 फुल चार्ज/डिस्चार्ज सर्किल से गुजर सकती है. इसका मतलब है कि लगभग दो से तीन साल के उपयोग के बाद शुरुआती बैटरी कैपेसिटी का केवल 80% ही बचा रहता है. इस पॉइंट पर आने के बाद बैटरी काफी तेजी से खत्म होने लगती है. 

क्या रातभर करना चाहिए फोन चार्ज? 

ज्यादातर नई जेनेरशन के स्मार्टफोन को पूरी तरह चार्ज होने में 30 मिनट से लेकर दो घंटे तक का समय लगता है. चार्जिंग टाइम आपके डिवाइस की बैटरी कैपेसिटी के आधार पर अलग-अलग हो सकती है. ज्यादा कैपेसिटी वाले फोन को ज्यादा टाइम की जरूरत होती है. साथ ही ये भी एक कारक हो सकता है कि आपका चार्जर कितनी बिजली की आपूर्ति करता है.

लेकिन अपने फोन को रात भर चार्ज करना न केवल गैर जरूरी है बल्कि इससे बैटरी भी तेजी से पुरानी होती है. अपनी बैटरी लाइफ को ज्यादा करने के लिए फोन का चार्ज 20 प्रतिशत से कम या 80 प्रतिशत से ज़्यादा नहीं होना चाहिए.  

क्या आपका फोन ओवरचार्ज हो सकता है?

कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, लिथियम-आयन बैटरियों को ओवरचार्ज किया जा सकता है. इससे बैटरी के अधिक गर्म होने और आग लगने जैसे सुरक्षा जोखिम हो सकते हैं. हालांकि, ज्यादातर फोन में एक इंटरनल सेफ्टी होती है जो ऑटोमेटिक रूप से बैटरी को 100% से ज्यादा चार्ज होने से रोकती है. साथ ही ये ओवरचार्जिंग से होने वाले किसी भी नुकसान को रोकती है.

हालांकि, हर बार जब बैटरी 99% तक पहुंच जाती है तो यह "ट्रिकल चार्ज" हो जाती है. इसके बाद ये एक बार फिर से चार्ज स्टेटस बनाए रखने के लिए फिर से चार्ज करना शुरू कर देती है. ट्रिकल चार्जिंग से समय के साथ बैटरी खराब हो सकती है. 

क्या आपका फोन चार्जिंग से फट सकता है?

इसकी बहुत कम संभावना है कि आपका स्मार्टफोन चार्जिंग के परिणामस्वरूप फट जाएगा. खासकर अगर आपके फोन में ओवरचार्जिंग वाली सेफ्टी है. फिर भी, पिछले कुछ सालों में फोन फटने की खबरें सामने आई हैं. 

गलत या खराब क्वालिटी वाले वाले चार्जर या केबल का उपयोग करने से फोन ज्यादा गर्म हो सकता है, आग लगने का खतरा हो सकता है और फोन खराब हो सकता है. इसलिए अपने फोन की बैटरी को सुरक्षित रखने के लिए स्मार्टफोन को कभी भी ओवर चार्ज न करें. लगातार चार्ज बैटरी की लाइफ को कम करते हैं.

 

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