एंड्रॉइड यूजर्स के पास एक ऐसा फीचर है, जो ओएस और आईओएस वालों के पास नहीं है. हम बात कर रहे हैं कॉल रिकॉर्डिंग की. कई सारे एंड्रॉइड यूजर्स कॉल रिकॉर्डिंग फीचर पर भरोसा करते हैं. वहीं कुछ को Play Store पर मौजूद थर्ड पार्टी एप्लीकेशन पर निर्भर रहना पड़ता है. कॉल रिकॉर्डिंग फीचर का इस्तेमाल करने वालों के लिए एक जरूरी सूचना ये है कि Android फोन पर कॉल रिकॉर्डिंग जल्द ही बंद हो जाएगी, हालांकि पूरी तरह से नहीं. गूगल ने हाल ही में अपनी प्ले स्टोर पॉलिसी को अपडेट किया है. जिसमें कई सारे बदलाव किए गए हैं, जो 11 मई लागू होंगे. नई पॉलिसी में हुए बदलावों का असर प्ले स्टोर पर उपलब्ध कॉल रिकॉर्डिंग एप्लीकेशन पर भी पड़ेगा.
गूगल की नई प्ले स्टोर पॉलिसी
गूगल की नई प्ले स्टोर पॉलिसी के मुताबिक रिमोट कॉल ऑडियो रिकॉर्डिंग के लिए एक्सेसिबिलिटी का अनुरोध नहीं किया जा सकता है. इसको ऐसे समझा जा सकता है कि अब से ऐप्स को कॉल रिकॉर्ड करने के लिए अनुमति प्राप्त करने की अनुमति नहीं होगी. यानी कि ट्रूकॉलर, ऑटोमेटिक कॉल रिकॉर्डर, क्यूब एसीआर जैसे दूसरे कई पॉपुलर ऐप अब काम नहीं करेंगे.
फोन की डिफॉल्ट कॉल रिकॉर्डिंग कर सकेंगे
हालांकि अगर आपके एंड्रॉयड फोन के डायलर में डिफॉल्ट रूप से कॉल रिकॉर्डिंग है, तो आप कॉल रिकॉर्ड कर पाएंगे. गूगल ने ये भी बताया है कि प्री-लोडेड कॉल रिकॉर्डिंग ऐप या फीचर के लिए एक्सेसिबिलिटी परमिशन की जरूरत नहीं होती है, इसलिए फोन में मौजूद कॉल रिकॉर्डिंग काम करेगी. गूगल के एक वेबिनार में ये भी बताया गया कि, "अगर आपके फोन में डिफॉल्ट डायलर है, तो आने वाले ऑडियो स्ट्रीम तक एक्सेस करने के लिए एक्सेसिबिलिटी परमिशन की जरूरत नहीं होगी, और इसलिए गूगल की पॉलिसी का उल्लंघन नहीं होगा.
इन फोन में हो सकेगी कॉल रिकॉर्डिंग
सिस्टम या नेटिव/डिफॉल्ट एप्स को कोई भी अनुमति मिल सकती है क्योंकि वे फोन पर पहले से इंस्टॉल आते हैं और इसलिए प्ले स्टोर की नीतियों पर निर्भर नहीं होते हैं. लोकल कॉल रिकॉर्डिंग फीचर देने वाले फोन में लगभग सभी Android स्मार्टफोन विक्रेता शामिल हैं. अगर आप Xiaomi, Samsung, Oppo, Vivo, Realme, OnePlus और Google Pixel के यूजर हैं, तो आपको घबराने की कोई जरूरत नहीं है.