हर कोई ChatGPT को लेकर चर्चा कर रहा है. हालांकि, भले ही ये टेक्नोलॉजी आज लोगों की नजर में आई है और लॉन्च हुई है लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पिछले काफी समय से हमारे आसपास ही है. लेकिन ज्यादातर लोगों को इस बात की चिंता है कि ChatGPT उनकी नौकरी खा लेगा. हाल ही में टेक इंडस्ट्री में भी काफी बदलाव हुए हैं. ये डर हर इंडस्ट्री में है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-सपोर्टेड चैटबॉट और उनके जैसे एप्लीकेशन कहीं न कहीं नौकरियों पर कब्जा कर लेंगे.
क्या है ChatGPT?
बताते चलें कि ChatGPT एक इनोवेटिव सॉफ्टवेयर लैंग्वेज मॉडल है जो OpenAI ने बनाया है. हालांकि, ये अभी भी टेस्टिंग स्टेज में है. ये AI सिस्टम इंसानों जैसी आम सी भाषा को समझने और उसी के मुताबिक सवाल जवाब देने में माहिर है. इसके एक वर्किंग टेस्ट मॉडल भी पब्लिक में लॉन्च किया गया था.
ChatGPT यूजर के साथ बातचीत, सवालों के जवाब देने और हर सेक्टर से जुड़ी जानकारी दे सकता है. ये एक तरह का विकिपीडिया जैसा है और यूजर इंटरैक्शन जैसी वेबसाइटों से जो टेक्स्ट इनपुट मिलता है उसका पूरा डेटा इसमें शामिल होता है. साथ ही ये जिस तरह के जवाब देता है वह बिलकुल ऐसे ही होते हैं जैसे इंसान आपस में बात करते हैं.
ChatGPT से डरने की जरूरत नहीं
हालांकि, कई सारे इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का मानना है कि ChatGPT जैसे AI सिस्टम से डरने की जरूरत नहीं है. हमें यह याद रखना होगा कि ChatGPT का कांसेप्ट बड़ा सिंपल है. यह एक लैंगुएज मॉडल है जो इंसानों की तरह जवाब देने और उसे सीखने के लिए मशीन का सहारा लेता है. बता दें, ChatGPT को एक एडवांस चैटबॉट की तरह ही माना जाना चाहिए. बेशक, यह उससे थोड़ा ज्यादा मुश्किल है, लेकिन इसके पीछे की कई टेक्नोलॉजी कुछ समय से मौजूद हैं. यह इंसानों की परेशानी को आसानी बनाने के लिए बनाया गया है. इसलिए इंसानों की जगह लेने वाली बात से ये अभी कोसो दूर है.
इसमें कोई दो राय नहीं है कि एआई टेक्नोलॉजी में वास्तव में कुछ काम को ऑटोमेटिक तरीके से करने की क्षमता है, लेकिन यह अभी नौकरियों को ऑटोमेटिक नहीं कर सकता है. और चूंकि हम एआई को हटाने नहीं जा रहे हैं, ऐसे में हमें इस तकनीक के साथ चलने और इससे काम लेना सीखना होगा.
कैसे बचाएं अपनी नौकरी
एआई से अपनी नौकरी को बचाने का सबसे सुरक्षित तरीका ह्यूमन स्किल्स सीखना है, जो कोई भी एआई ऑटोमेटिक रूप से न कर पाए. इनमें रचनात्मकता, आलोचनात्मक सोच, भावनात्मक बुद्धिमत्ता और जटिल समस्या को सुलझाने के कौशल शामिल हैं. जैसे हेल्थकेयर प्रोफेशनल मरीजों के साथ बात करने और उनका ध्यान रखने वाली स्किल सीख सकते हैं. वहीं, लेखकों को अपनी आवाज विकसित करने और अपने लेखन में "मानव स्पर्श" को जोड़ने पर ध्यान देना चाहिए. कॉपी राइटिंग और मार्केटिंग जैसे क्षेत्रों में, इंटरपर्सनल कम्युनिकेशन, सेल्स स्किल्स, ब्रांड वौइस् को एडाप्ट करना आदि शामिल हैं. ग्राहकों के साथ नेटवर्किंग और विश्वास विकसित करना भी नौकरी के लिए भी जरूरी है. ये काम कोई भी मशीन नहीं कर सकती है फिर चाहे वह कितनी भी एडवांस क्यों न हो जाए.
ऐसे में एआई को एक खतरे के रूप में देखने के बजाय, लोगों को इसे एक टेक्नोलॉजी की तरह ही देखना चाहिए जिससे वे मदद ले सकें.