JEE Advanced में फेल हुआ ChatGPT, सिर्फ 11 सवालों का ही दे पाया जवाब

चैटजीपीटी ने कई नामी और कठिन परीक्षाएं पास की हैं. लेकिन यह एक बहुत महत्वपूर्ण भारतीय प्रतियोगी परीक्षा में फेल हो गया है. चैटजीपीटी जेईई एडवांस्ड परीक्षा (JEE Advanced Exam) में फेल हुआ.

ChatGPT
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 13 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 11:38 AM IST

ChatGPT भले ही बड़े से बड़े सवालों का उत्तर दे देता है लेकिन प्रतियोगी परीक्षाओं को निकालने में अभी भी वो पीछे है. कुछ दिन पहले चैटजीपीटी सिविल सेवा परीक्षा में फेल हुआ था. इसके बाद चैटजीपीटी ने JEE Advanced के पेपर दिए जिसमें उसको नेगेटिव स्कोर मिला. AI बेस्ड एप्लिकेशन JEE Advanced परीक्षा के केवल 11 सवालों का जवाब ही दे पाया.

सिर्फ 11 सवालों के दिए जवाब
चैटजीपीटी ने जेईई एडवांस्ड परीक्षा के दोनों पेपर में 11 सवालों को पूरे तरीके से सॉल्व किया. इनमें से 3 में उसे बोनस मार्क्स हासिल हुए हैं. वहीं, 15 सवाल आंशिक रूप से हल किए हैं. सही सवालों के अंक नेगेटिव मार्किंग की वजह से घट गए. चैटजीपीटी डायग्राम वाले सवाल रीड नहीं कर पाया.

सबसे कठिन परीक्षा है जेईई
IIT सहित प्रीमियम संस्थानों में स्नातक इंजीनियरिंग कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा प्रतिवर्ष आयोजित की जाती है. लाखों छात्र दुनिया भर में इस परीक्षा के लिए पंजीकरण कराते हैं जिसे दुनियाभर में सबसे कठिन परीक्षा में से एक माना गया है. इसके अलावा, मेडिकल प्रवेश परीक्षा एनईईटी में एआई आधारित एप्लिकेशन ने 45% अंक प्राप्त किए. नीट परीक्षा में, बॉट ने 200 प्रश्नों के सेट को हल करने के बाद 800 में से 359 अंक प्राप्त किए. 

कुछ भी उत्तर देने के लिए किया गया ट्रेन 
रिपोर्ट में कहा गया है कि AI ने बायोलॉजी सेक्शन में काफी अच्छा परफॉर्म किया.परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने में ChatGPT की विफलता केवल इस बात को उजागर करती है कि प्रौद्योगिकी अभी भी अपनी प्रारंभिक अवस्था में है या जैसा कि एक्सपर्ट्स ने कहा है कि यह अभी भी एक भ्रम है. हालांकि, चैटबॉट के चारों ओर चर्चा केवल इस बात की है कि उसे लगभग कुछ भी का जवाब देने के लिए तैयार किया गया है और वो दिनोदिन इसमें और ट्रेन रहा है. 

कई लोगों ने बताया क्रांतिकारी
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस नॉन-प्राफिट OpenAI Inc द्वारा प्रशिक्षित बॉट सवालों के जवाब संवादात्मक रूप से दे सकता है. एक संवाद प्रारूप में डिजाइन किया गया, OpenAI के दावों के अनुसार यह फॉलो अप प्रश्नों का उत्तर दे सकता है, अपनी गलतियों को स्वीकार कर सकता है और गलत परिसरों को चुनौती दे सकता है. इसके आगमन ने एआई की दुनिया में एक अभूतपूर्व बदलाव को चिह्नित किया है और माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स सहित कई लोगों द्वारा बॉट को "क्रांतिकारी" कहा जा रहा है.


 

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