आए दिन हमें स्पैम कॉल्स का सामना करना पड़ता है. लगभग 64 फीसदी भारतीयों को हर दिन कम से कम तीन स्पैम कॉल का सामना करना पड़ता है. मंगलवार को आई लोकलसर्किल की एक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 95 प्रतिशत से ज्यादा मोबाइल सब्सक्राइबर्स ने भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) की डू नॉट डिस्टर्ब (DND) लिस्ट में रजिस्टर किया है. उन्होंने कहा है कि डीएनडी लिस्ट सेट करने के बाद भी उन्हें उनके नंबर पर अनवांटेड और परेशान करने वाले कॉल्स आते हैं.
किसके आते हैं कॉल्स?
आपको बताते चलें कि ये अजीब कॉल और कुछ नहीं बल्कि मार्केटिंग और सेल्स सर्विस जैसे बैंक लोन, बीमा, रियल एस्टेट में इन्वेस्ट आदि की टीम के कॉल हैं. रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि भारतीय यूज़र स्पैम कॉल्स को पहले रिसीव करके और बाद में कॉल करने वाले को ब्लॉक कर देते हैं, और कई बार वे कॉल करने वालों को दोबारा कॉल न करने के लिए भी कहते हैं.
377 जिलों में रहने वालों का सर्वे
आपको बता दें, लोकलसर्किल की रिपोर्ट देश के 377 जिलों में रहने वाले भारतीय नागरिकों के 37,000 से ज्यादा रिस्पांस के सर्वे पर आधारित थी. इसमें ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ टियर- II, III और IV शामिल हैं.
अब ट्राई से आग्रह किया गया है कि वो स्पैम कॉल करने वालों के लिए कोई दंड लागू करे. साथ ही लोगों के लिए ऐसी कॉल की रिपोर्ट करने का एक आसान तरीका निकालें.
गौरतलब है कि ट्राई को मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर्स की जवाबदेही तय करने में बहुत कुछ करने की जरूरत है. इन्हें पता होता है कि स्पैम फोन कॉल करने के लिए एक नंबर का उपयोग किया जा रहा है और ये तब तक कार्रवाई नहीं करते हैं जब तक कि ऐसी गतिविधियों में लिप्त लोग अपने बिलों का भुगतान नहीं कर रहे हैं.