दिल्ली-NCR में जल्द ही ड्रोन के जरिए होगी डोर टू डोर डिलीवरी, 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 100 किमी के दायरे तक उड़ सकेंगे  

TechEagle नाम कंपनी दिल्ली में ड्रोन सर्विस शुरू करने वाली है. 60 दिनों के भीतर दिल्ली एनसीआर वालों को ड्रोन के ज़रिए ही डोर डोर डिलेवरी की सुविधा उपलब्ध होगी. कुल मिलाकर करीब 50 ड्रोन्स हवा में उड़ान भरते हुए नज़र आएंगे. इस ड्रोन की स्पीड 120 किमी प्रति घंटे के हिसाब से होगी.

Drone Delivery
तेजश्री पुरंदरे
  • नई दिल्ली,
  • 10 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 11:02 AM IST
  • मॉडर्न हेलीकॉप्टर की तरह भरता है सीधी उड़ान 
  • करीब 50 ड्रोन भरेंगे उड़ान 

वैसे तो ड्रोन का इस्तमाल डिफेंस के क्षेत्र में किया जाता है लेकिन कोरोनाकाल में वैक्सीन और बाकी जरूरी चीजों को एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचाने के लिए किया गया. अब ड्रोन के इस्तेमाल को विस्तृत रूप देने के लिए इनका उपयोग डोर टू डोर फूड डिलीवरी और ग्रोसरी डिलीवरी के लिए किया जाएगा. 

इतना ही नहीं, किसी डिपार्टमेंटल स्टोर से आप कोई सामान ऑर्डर करेंगे तो उसे आपके घर पहुंचाने के लिए ड्रोन आ सकता है. 60 दिनों के भीतर दिल्ली एनसीआर वालों को ड्रोन के ज़रिए ही डोर डोर डिलेवरी की सुविधा उपलब्ध होगी. 

टैक ईगल ने कर ली है पूरी तैयारी 

टैक ईगल नाम की कंपनी ने दिल्ली एनसीआर में डोर टू डोर डिलेवरी के लिए अब पूरी तरह से तैयारी कर ली है. टैक ईगल के सीईओ विक्रम सिंह ने बताया कि सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और इसके ट्रायल्स भी हो चुके हैं. विक्रम ने बताया कि जिन ड्रोन्स का इस्तेमाल डिलीवरी के लिए किया जाना है वो प्रोजेक्ट TechEagle के तहत मेड इन इंडिया Hybrid e-VTOL Drone के द्वारा किया जाएगा, जिसे वर्टिकल Take-off और Landing व्हीकल के नाम से भी जाना जाता है. 

मॉडर्न हेलीकॉप्टर की तरह भरता है सीधी उड़ान 

बता दें , यह एक मॉडर्न हेलीकॉप्टर की तरह सीधा उड़ान भरता है और अधिक गति के साथ बड़ी दूरी की यात्रा के लिए स्वचालित रूप से फिक्स्ड-विंग यानी (यात्री विमान) मोड में परिवर्तित हो जाता है. यह डिलीवरी स्थान पर पहुंचते ही 5 मीटर के बहुत छोटे से क्षेत्र में उतरने के लिए खुद को वापस हेलीकॉप्टर मोड में परिवर्तित कर लेता है. इसका फायदा यह है कि इसे अधिकांश भौगोलिक क्षेत्रों और इलाकों में आसानी से संचालित किया जा सकता है.

करीब 50 ड्रोन भरेंगे उड़ान 

विक्रम ने बताया कि कुल मिलाकर करीब 50 ड्रोन्स हवा में उड़ान भरते हुए नज़र आएंगे. इस ड्रोन की स्पीड 120 किमी प्रति घंटे के हिसाब से होगी.  एक समय पर यह 100 किमी की दूरी तय करके करीब 3000 से लेकर 8000 ग्राम किलो तक का वजन उठाएगा. खास बात यह है कि यह पूरी तरह से आटोनॉमस है और फैल सेफ फीचर्स से लैस है. कंपनी का दावा है कि यह अब तक सबसे ज्यादा विंड रेसिस्टेंट ड्रोन है क्योंकि ड्रोन को इसी तरह से डिजाइन किया गया है कि 45 किमी प्रति घंटे की हवा में भी आराम से उड़ सकता है. यदि ड्रोन के कम्युनिकेशन का एक हिस्सा फैल हो जाता है तो उससे संपर्क बनाने के लिए तुरंत दूसरा हिस्सा एक्टिव हो जाएगा. 

दरअसल, विक्रम ने साल 2015 में गुरुग्राम से TechEagle नाम की कंपनी शुरू की. यह स्टार्टअप लंबी दूरी, तेज स्पीड व भारी-भरकम समान की डिलीवरी करने वाला ड्रोन बनाता है. प्रारंभ में कंपनी ने हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ मिलकर ऑन-डिमांड डिलीवरी ड्रोन की मदद से कुल्लू जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHCs) में दवाओं और टीकों को पहुंचाने वाले कॉन्सेप्ट पर काम किया. इसमें स्टार्टअप को हिमाचल सरकार का पूरा साथ मिला. 
 


 

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