उत्तराखंड के लोगों के लिए गुड न्यूज ! अब आप घर बैठे कर सकेंगे E-FIR, नहीं लगाने पड़ेंगे थाने के चक्कर

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में गृह और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान राज्य में ई-एफआईआर (E-FIR)की सुविधा को लागू करने को लेकर बातचीत हुई. जल्द ही प्रदेश के लोगों को ई-एफआईआर की सुविधा दे दी जाएगी.

उत्तराखंड के लोगों को मिलेगी ई-एफआईआर की सुविधा
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 28 जून 2022,
  • अपडेटेड 5:16 PM IST
  • उत्तराखंड के लोगों को मिलेगी ई-एफआईआर की सुविधा
  • झूठी FIR को रोकने के लिए होंगे जरूरी प्रावधान

उत्तराखंड के लोगों के लिए अच्छी खबर है. राज्य सरकार ने लोगों की परेशानियों को कम करने के लिए ई-एफआईआर (E-FIR)को सुविधा पर काम करना शुरू कर दिया है. इसके लिए पुलिस विभाग को भी दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं. अब राज्य के लोगों को जल्द ही ई-एफआईआर (E-FIR)की सुविधा मिलने जा रही है. इसमें आप घर बैठे ही एफआईआर दर्ज करा सकते हैं. शुरुआत में आप इसमें चोरी और गुमशुदगी को लेकर ई एफआईआर करा सकेंगे. 

इसे लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में गृह और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. मुख्यमंत्री के सामने सीसीटीएनएस (CCTNS)के अंतर्गत बनाए जा रहे ई-एफआईआर पोर्टल को पेश किया गया. सीएम ने कहा कि सरलीकरण, समाधान, निस्तारण और संतुष्टि सरकार का मूल मंत्र है, सिस्टम इस तरह चाहिए जिससे जनता आसानी से अपनी शिकायतों का समाधान करा सके.

आम जनता को मिलेगी सुविधा- मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने कहा कि ई- एफआईआर से आम जनता को बहुत सुविधा होगी. किसी भी व्यक्ति को एफआईआर दर्ज कराने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा. ई-एफआईआर में उच्चाधिकारियों द्वारा नियमित रूप से समीक्षा की जाएगी.

झूठी FIR को रोकने के लिए होंगे जरूरी प्रावधान

साथ ही पुलिसिंग में आधुनिक तकनीक का उपयोग बढ़ाया जाएगा, जिसमें ड्रोन टेक्नोलॉजी को भी शामिल किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने पुलिस ट्रेनिंग, आधुनिकीकरण और पुलिस सुधार से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए. झूठी एफआईआर को रोकने के लिए जरूरी प्राविधान किए जाएंगे. इस संबंध में सुझाव देने के लिए एक समिति बनाई जाएगी.

शुरुआत में वाहन और मोबाइल चोरी से जुड़ी FIR दर्ज होंगी 

ई-एफआईआर के लिये अभी अधिसूचना जारी की जानी है, शुरुआत में इसमें वाहन चोरी और गुमशुदा वस्तुओं के संबंध में एफआईआर को शामिल किया जाएगा. ई-एफआईआर में वर्चुअल थाना स्थापित किया जाएगा, जो भी ई-एफआईआर की जाएगी वह इस वर्चुअल थाने में जाएगी. ई-एफआईआर पोर्टल को देवभूमि मोबाईल एप से भी जोड़ा जाएगा.

(उत्तराखंड से दिलीप सिंह की रिपोर्ट)

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