Electronic gadgets may Get Cheaper: इस फेस्टिव सीजन सस्ते हो सकते हैं आपके टीवी, कंप्यूटर और मोबाइल फोन

कोरोना काल के बाद से हर सेक्टर में मंहगाई बढ़ी है. हालांकि, इस साल फेस्टिव सीजन के आसपास टीवी, मोबाइल और कंप्यूटरजैसे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की कीमत कम होने की संभावना है.

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gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 16 जून 2023,
  • अपडेटेड 12:55 PM IST

टेलीविजन, मोबाइल फोन, गैजेट्स और कंप्यूटर के लिए ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स की कीमतें और उन्हें कारखानों में भेजने की माल ढुलाई लागत पिछले दो वर्षों में रिकॉर्ड उच्च स्तर को छूने के बाद पूर्व-कोविड स्तर तक कम हो गई है. इंडस्ट्री के अधिकारियों ने कहा कि पिछले 12 महीनों में मांग कम हुई है और इसलिए कंपनियां दिवाली के बाद ग्राहकों के लिए कीमतें कम कर सकती हैं. 

लागत के कम दबाव से उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों के ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन में भी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है. कोविड के दौरान 8,000 डॉलर के शिखर की तुलना में चीन से कंटेनरों की माल ढुलाई लागत 850-1,000 डॉलर तक गिर गई है. अधिकारियों ने कहा कि सेमीकंडक्टर चिप्स की कीमतें अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गई हैं, जो कोविड के समय से दस गुना कम है, जबकि इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स की कीमतें 60-80% तक कम हैं. 

डिक्सन टेक्नोलॉजीज इंडिया के प्रबंध निदेशक अतुल लाल ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, "सभी इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों और माल ढुलाई के लिए घटकों की कीमतें लगभग उतनी ही पहुंच गई हैं जितनी कोविड से पहले थीं. और कुछ मामलों में मांग में वैश्विक गिरावट और कुछ देशों में मंदी के कारण भी कम हो गई हैं. सेमीकंडक्टर चिप्स और कैमरा मॉड्यूल सहित सभी स्मार्टफोन कंपोनेंट्स की कीमतें गिर गई हैं.

मार्जिन में सुधार की संभावना है
डिक्सन टेक्नोलॉजीज, हैवेल्स और ब्लू स्टार जैसी लिस्टेड इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों ने पिछली तिमाही के अर्निंग कॉल्स में संकेत दिया था कि इस साल उनके मार्जिन में सुधार की संभावना है. डिक्सन प्रबंधन ने कहा था कि वैश्विक स्तर पर ओपन सेल की कीमतों में गिरावट के कारण उसके उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स पोर्टफोलियो का औसत बिक्री मूल्य 2021-2022 में 16,400 रुपये की तुलना में 2022-23 में लगभग 11,500 रुपये पर आ गया है. 

ओपन सेल, टेलीविजन का सबसे महत्वपूर्ण और महंगा घटक है. वहीं, कच्चे माल की कीमतें अब और स्थिर हो गई हैं तो हैवेल्स इंडिया के चेयरमैन अनिल राय गुप्ता ने विश्लेषकों को बताया कि मार्जिन स्तरों का पिछले स्तर पर कुछ सामान्यीकरण होगा, जो हमारे पास हुआ करता था. कुछ उद्योग के अधिकारियों ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में माल ढुलाई लागत में 4-5% की वृद्धि हुई है, लेकिन यह मांग में गिरावट के कारण है. 

भारत में, टीवी, मोबाइल फोन और उपकरणों जैसे उत्पादों की मांग पिछले साल की दिवाली के बाद से कम हो गई है क्योंकि उपभोक्ताओं ने उच्च मुद्रास्फीति, ब्याज दरों में वृद्धि और तकनीकी क्षेत्र में नौकरी के नुकसान के कारण खर्च करने से परहेज किया है. मार्केट रिसर्चर आईडीसी इंडिया ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा है कि जनवरी से मार्च तिमाही में भारतीय स्मार्टफोन बाजार में साल-दर-साल 16% की गिरावट आई थी, जबकि कंप्यूटर बाजार में 30% की गिरावट आई थी. 

 

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