महिंद्रा एंड महिंद्रा की सहायक कंपनी महिंद्रा डिफेंस सिस्टम्स (एमडीएस) ने भारतीय सशस्त्र बलों को आर्मर्ड लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल (ALSV) अर्माडो की डिलीवरी शुरू कर दी है. अर्माडो को महिंद्रा ने डिजाइन और विकसित किया है.
महिंद्रा डिफेंस सिस्टम्स अर्माडो की खासियत
अर्माडो को विभिन्न प्रकार की भूमिकाओं को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है, जिसके लिए सशस्त्र बल इसका उपयोग कर सकते हैं. एमडीएस ने कहा कि यह अलग-अलग ऑपरेशनल रोल्स में सफलतापूर्वक प्रदर्शन कर सकता है. अर्माडो को B7, स्टैनाग लेवल II तक बैलिस्टिक सुरक्षा मिलती है.
एमडीएस के अनुसार, विवादित क्षेत्रों में गश्त की सुविधा देकर अर्माडो का उपयोग आतंकवाद विरोधी अभियानों में किया जा सकता है. यह सुरक्षा कर्मियों को ले जा सकती है और विशेष बलों के संचालन और क्विक रिएक्शन टीमों का समर्थन कर सकती है.
इसमें गोला-बारूद भी ले जा सकते हैं और यह सीमा सुरक्षा वाहन के रूप में कार्य कर सकती है. इसके डिजाइन और निर्माण को देखते हुए, यह खुले मैदानों या यहां तक कि रेगिस्तान जैसे कठिन इलाकों में भी प्रभावी ढंग से काम कर सकती है.
ये हैं स्पेशल फीचर्स
यह एक शक्तिशाली 3.2-लीटर, टर्बोचार्ज्ड, डायरेक्ट-इंजेक्शन डीजल इंजन से चलने वाला व्हीकल है और नाटो-ग्रेड डीजल पर भी काम कर सकता है. ऑटोकार इंडिया की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यह इंजन 215hp और 500Nm का पीक टॉर्क पैदा करता है. इसके सभी पहियों को 4-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन सिस्टम के जरिए पावर डिलीवर की जाती है.
अर्माडो 120 किमी प्रति घंटे से ज्यादा की गति कर सकता है और इसके भारी निर्माण के बावजूद, यह केवल 12 सेकंड में 0-60 किमी प्रति घंटे की स्पीड तक चल सकती है. वाहन की पेलोड क्षमता 1,000 किलोग्राम है. इसमें 318/80 R17 प्रोफाइल टायर हैं जो पंचर होने पर या टायर में बिना हवा के भी काम कर सकते हैं.
अर्माडो में एक सेंट्रलाइज्ड टायर इन्फ्लेशन सिस्टम इंस्टॉल है और इसे बाएं हाथ के ड्राइव या दाएं हाथ के ड्राइव व्हीकल के रूप में अनुकूलित किया जा सकता है. इसमें ड्राइवर के साथ छह यात्री बैठ सकते हैं, इसे आठ यात्रियों के हिसाब से कॉन्फ़िगर किया जा सकता है.