AI टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री को तेजी से बदल रहा है. इसने हमारे जीवन को आसान बना दिया है. आप सिर्फ अपनी समस्या बताइए AI आपको तुरंत आउटपुट देता है. मेडिकल साइंस में भी AI बड़ा बदलाव ला रहा है. यह बीमारी को समझने और इलाज को बेहतर बनाने में मदद करता है.
10 सालों में खत्म होंगी बीमारियां?
Google DeepMind के CEO डेमिस हासाबिस का दावा है कि AI की मदद से आने वाले 10 सालों में लगभग सभी बीमारियों को खत्म किया जा सकता है. यह आज अविश्वसनीय लगता है लेकिन प्रोटीन स्ट्रक्चर्स के बारे में भी लोग ऐसा ही सोचते थे. AI ने 200 मिलियन से ज़्यादा प्रोटीन स्ट्रक्चर को फोल्ड कर दिखाया, जो इंसानों को करने में एक अरब साल लग जाते. ये प्रोटीन स्ट्रक्चर्स दवाएं बनाने के लिए और बीमारियों के इलाज में बहुत जरूरी होती हैं.
दवाओं को बनाने का समय कम हुआ
उन्होंने कहा, AI दवाओं की डेवलेपमेंट का समय सालों से घटाकर कुछ महीनों या हफ्तों में बदल सकता है. नई दवाओं की खोज पहले जहां 10-15 साल लेती थी, अब वह AI एल्गोरिद्म की मदद से कुछ ही समय में संभव हो सकती हैं. इससे कैंसर, अल्जाइमर, डाइबिटीज जैसी बीमारियों के इलाज में मदद मिल सकती है. Demis Hassabis ने CBS के शो ‘60 Minutes’ में ये सारी बातें कहीं.
सेहत का भी ख्याल रखेगा AI
उनके इस बयान पर सोशल मीडिया पर भी चर्चा शुरू हो गई. AI कंपनी Perplexity के CEO अरविंद श्रीनिवास ने ट्वीट कर कहा, “डेमिस एक जीनियस हैं. उन्हें इस मिशन को पूरा करने के लिए हर संभव मदद मिलनी चाहिए.” यानी अब वो वक्त दूर नहीं जब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सिर्फ बातें समझने या लिखने का काम नहीं करेगा, बल्कि आने हमारी सेहत का भी ख्याल रखेगा.
गूगल डीपमाइंड के सीईओ डेमिस हसाबिस केमिस्ट्री का नोबेल पुरस्कार जीत चुके हैं और उन्हें यकीन है कि एआई ना सिर्फ बीमारियों के इलाज में मदद कर सकता है बल्कि एक दशक में सभी बीमारियों का खात्मा भी कर सकता है.