जब हमने कोई भी पासवर्ड समझ नहीं आता है तो हम आसान से आसान पासवर्ड सेट कर देते हैं. जैसे हमारा नाम, abcde, 12345678 या Password123 आदि. लेकिन अब ऐसा करना जरूरी नहीं होगा. Google ने ऐप्स और वेबसाइटों में साइन इन करने का एक नया और सुरक्षित तरीका 'पासकी' शुरू किया है. इसकी मदद से पासवर्ड रहित भविष्य की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है. कंपनी का ये फीचर सभी प्रमुख प्लेटफार्मों पर उपलब्ध है.
इसके तहत फिंगरप्रिंट, चेहरे की पहचान, या स्क्रीन लॉक पिन जैसे बायोमेट्रिक आइडेंटिफिकेशन का उपयोग करके यूजर के अनुभव को और भी आसान बनाया जा सकेगा. 4 मई यानी गुरुवार से Passkey उन Google अकाउंट यूजर के लिए एक ऑप्शन के रूप में उपलब्ध होगा जो पासवर्ड रहित साइन-इन अनुभव करना चाहते हैं.
पासवर्ड नहीं रखना याद
Google का दावा है कि मौजूदा समय में पासवर्ड हम इस्तेमाल कर रहे हैं Passkey उनसे काफी अलग होगा. अभी वाले पासवर्ड के साथ कई सारी परेशानी है-जैसे उसे याद रखना पड़ता है, साथ ही अगर वो गलत हाथों में पड़ जाए और यूजर की सुरक्षा भी प्रभावित हो सकती है. गूगल के मुताबिक, Passkey का उपयोग करना आसान है और पासवर्ड की तुलना में अधिक सुरक्षित है. इसलिए यूजर अब पालतू जानवरों के नाम, जन्मदिन या ‘Password123’ पर भरोसा नहीं कर सकते हैं.
पासवर्ड को आसान बनाने के लिए गूगल FIDO एलायंस, Apple और Microsoft के साथ काम कर रहा है. हालांकि, वर्तमान में कई सारी सर्विसेज जैसे-Docusign, Kayak, PayPal, Shopify, और Yahoo! जापान ने अपने यूजर्स के लिए साइन-इन के लिए Passkey पहले ही लागू कर दिया है.
कैसे कर सकेंगे पासकी का इस्तेमाल?
नए Passkey फीचर का इस्तेमाल करने के लिए उपयोगकर्ता g.co/passkeys पर जा सकते हैं. इसके बाद आपको सबसे पहले पासकी सेट अप करना होगा. Google Workspace अकाउंट के एडमिनिस्ट्रेटर के पास जल्द ही साइन-इन के दौरान अपने यूजर्स के लिए पासकी इनेबल करने का ऑप्शन होगा. जबकि पासवर्ड और टू-स्टेप वेरिफिकेशन (2SV) अभी भी Google अकाउंट के लिए काम करेंगे. पासकी एक अतिरिक्त विकल्प होगा जिसका उपयोग लोग साइन इन करने के लिए कर सकते हैं.