अब डॉक्टरों की हैंडराइटिंग को पढ़ सकेगा गूगल, जानिए कैसे काम करेगी ये टेक्नोलॉजी

अमेरिकी प्रौद्योगिकी दिग्गज गूगल ने सोमवार को एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) मॉडल की घोषणा की, जो डॉक्टरों के लिखे नुस्खे को पढ़ने में मदद करेगा.

Doctor Handwritten prescription
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 20 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 7:33 AM IST

यह एक आम धारणा है कि डॉक्टर का लिखा हुआ प्रेस्क्रिप्शन पढ़ने और समझने में सबसे कठिन होता है. केमिस्ट और फार्मासिस्ट के अलावा, आम लोगों को डॉक्टर की लिखावट को समझने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है. डॉक्टरों की लिखावट का मजाक उड़ाने वाले कई मीम्स ऑनलाइन पोस्ट किए जाते हैं. हालांकि, अब आपको डॉक्टर का लिखा प्रेस्क्रिप्शन पढ़ने में कोई दिक्कत नहीं होगी क्योंकि Google ने इसका समाधान निकाल लिया है. 

अब गूगल डॉक्टरों की लिखावट को डिकोड और अनुवाद करने में मदद करेगा. TechCrunch के अनुसार, Google ने सोमवार को एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) मॉडल की घोषणा की, जो मुश्किल से पढ़े जाने वाले हाथ से लिखे प्रेस्क्रिप्शन को पढ़ सकता है और उसे हाइलाइट कर सकता है. सर्च जायंट ने भारत में अपने वार्षिक सम्मेलन के दौरान घोषणा की कि टेक्नोलॉजी प्रकृति में सहायक होगी और फार्मासिस्टों को हस्तलिखित चिकित्सा दस्तावेजों को डिजिटाइज करने में मदद करेगी.

कैसे करेगा काम?
Google लेंस पर जो सुविधा शुरू की जाएगी, वह यूजर को या तो प्रेस्क्रिप्शन की तस्वीर लेने या फोटो लाइब्रेरी से अपलोड करने की अनुमति देगी. इमेज प्रोसेस होने के बाद, ऐप नोट में लिखी दवाओं का पता लगाएगा और हाइलाइट करेगा. 

Google Lens एक एआई-संचालित मल्टी पर्पज वस्तु पहचान उपकरण है जिसका उपयोग वस्तुओं का पता लगाने और भाषाओं का अनुवाद करने के लिए किया जा सकता है. घोषणा करते समय, कंपनी ने यह भी नोट किया कि भारत में दुनिया में सबसे अधिक Google लेंस उपयोगकर्ता थे. हालांकि, इस बारे में अभी तक कोई विवरण नहीं है कि नया टेक्स्ट डिक्रिफ़रिंग फ़ीचर कब लॉन्च होने की उम्मीद है. इस प्रणाली के वास्तविक दुनिया के लिए तैयार होने से पहले अभी भी बहुत काम किया जाना बाकी है. अभी यह सुविधा विकास के अधीन है.

टेकक्रंच द्वारा रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने एक बयान में कहा, "यह फार्मासिस्ट द्वारा लिखे गए चिकित्सा दस्तावेजों के डिजिटलीकरण के लिए एक सहायक तकनीक के रूप में कार्य करेगा. हालांकि, इस तकनीक द्वारा प्रदान किए गए आउटपुट के आधार पर कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा." कुछ हफ़्ते पहले, केरल के एक डॉक्टर ने बहुत ही साफ सुथरी हैंडराइटिंग में प्रेस्किप्शन लिखकर सबको चौंका दिया था. पर्चा डॉ. नितिन नारायणन ने लिखा था, जो पिछले तीन वर्षों से पलक्कड़ के नेनमारा में एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में काम कर रहे हैं. डॉक्टर की हैंडराइटिंग वाकई  में इतनी साफ थी कि कोई भी आसानी से पढ़ लें.

 

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