Holiday Package Scam: हॉलिडे पैकेज के नाम पर लोगों से ठगे लाखों, 32 गिरफ्तार... जानिए क्या है यह स्कैम और कैसे करें बचाव

जब एक बार कोई इंसान पैकेज खरीदने की बात कहता था तो स्कैमर उनके घर जाकर उन्हें टूर की पूरी जानकारी देता था. इसके बाद कैश या बैंक ट्रांसफर के जरिए पैसे लिए जाते थे. हालांकि ग्राहकों को सेवाएं नहीं दी जाती थीं. जब वे लोग अपने पैसे वापस मांगते तो उनकी रिक्वेस्ट को नजरंदाज किया जाता.

A man in Hyderabad was invited to join a WhatsApp group under the pretext of stock trading and investing in financial schemes. He transferred Rs 8.14 crore to the fraudsters' accounts over three months. (Representational photo)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 02 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 4:23 PM IST

उत्तर प्रदेश के नोएडा से एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने ट्रैवल एजेंसी के नाम पर लोगों को ठग रहे 32 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें से 17 महिलाएं हैं. ये लोग नकली ट्रैवल एजेंसी होने का दावा करके लोगों को फंसा रहे थे. एक महिला के साथ 84,000 की ठगी होने के बाद उसने पुलिस में शिकायत दर्ज की, जिसके बाद सभी को गिरफ्तार कर लिया गया.

यह स्कैम क्या था और यह 'ट्रैवल एजेंसी' लोगों को अपने झांसे में कैसे फंसाती थी, आइए डालते हैं एक नजर.

नोएडा का ट्रैवल एजेंसी स्कैम
सेंट्रल नोएडा के डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी बताते हैं कि यह एक सिंडिकेट था जो लोगों को हॉलिडे पैकेज के नाम पर फंसाता था. इस ट्रैवल एजेंसी का एक स्कैमर अनजान लोगों को कॉल करके उन्हें हॉलिडे पैकेज खरीदने के लिए कहता था. स्कैमर ऐसा करता था जब तक कोई इंसान इस पैकेज में अपनी दिलचस्पी नहीं दिखाता था. 

जब एक बार कोई इंसान पैकेज खरीदने की बात कहता था तो स्कैमर उनके घर जाकर उन्हें टूर की पूरी जानकारी देता था. इसके बाद कैश या बैंक ट्रांसफर के जरिए पैसे लिए जाते थे. हालांकि ग्राहकों को सेवाएं नहीं दी जाती थीं. जब वे लोग अपने पैसे वापस मांगते तो उनकी रिक्वेस्ट को नजरंदाज किया जाता. पुलिस के अनुसार ये स्कैमर नोएडा से दूर रहने वाले लोगों को ठगते थे ताकि उनके खिलाफ पुलिस कंप्लेंट न हो सके.

कैसे पकड़े गए आरोपी?
इस स्कैम से जुड़ी शिकायत पुलिस को 28 नवंबर, 2024 को मिली. पीड़ित ने आरोप लगाया था कि कंपनी वादा किए गए होटल बुकिंग देने या पैसे वापस करने की प्रक्रिया में विफल रही. 29 नवंबर को एक पुलिस छापे में लैपटॉप, टैबलेट कंप्यूटर, राउटर और घोटाले से जुड़े दस्तावेजों सहित महत्वपूर्ण सबूत उजागर हुए. 

डीसीपी अवस्थी बताते हैं, "ग्राहक सेवा से संपर्क करने वाले पीड़ितों को गोलमोल जवाबों का सामना करना पड़ा और लगातार शिकायतों के बाद अक्सर उन्हें ब्लॉक कर दिया गया." कंपनी पर पहले ही धोखाधड़ी के आरोप थे. बेंगलुरु पुलिस ने उस वक्त कंपनी के खाते फ्रीज कर दिए थे जबकि रायगढ़ और महाराष्ट्र में शिकायतें दर्ज की गई थीं. 

आरोपियों में 19 से 37 वर्ष की उम्र के 32 लोग शामिल हैं. पुलिस के अनुसार 24 साल की अंकिता कुमार और अजय किशोर इस फ्रॉड करने वाले समूह के सरगना थे. उन पर भारतीय न्याय संहिता अधिनियम की धारा 316(2) (आपराधिक विश्वासघात) और 318(4) (संगठित धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज किया गया है. 

ऐसे स्कैम से कैसे बचें?
भारत में आए दिन नित नए स्कैम सामने आ रहे हैं. अगर आप ट्रैवल पैकेज के इस तरह के स्कैम से बचना चाहते हैं तो किसी भी एजेंसी का पैकेज खरीदने से पहले उसकी जांच कर लें. विश्वसनीय एजेंसी से ही ट्रैवल पैकेज खरीदें. कोशिश करें कि आपके पास हर पेमेंट की रसीद हो. ताकि जरूरत पड़ने पर आप सबूत पेश कर सकें. 

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