GSAT-24 satellite: ISRO का जीसैट-24 सफलतापूर्वक लॉन्च, जानें इसकी खूबियां

GSAT-24 satellite launched: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन अपने अंतरिक्ष मिशन को लेकर लगातार सफलता हासिल करता जा रहा है. इसरो की ताकत का लोहा दुनिया भर की स्पेस एंजेसिया भी मानती हैं.

GSAT-24/AFP
अपूर्वा राय
  • नई दिल्ली,
  • 23 जून 2022,
  • अपडेटेड 3:22 PM IST
  • जीसैट-24 एक 24-केयू बैंड संचार उपग्रह है
  • GSAT-24 को प्री शिपमेंट रिव्यू समिति द्वारा 2 मई को मंजूरी दी गई थी.
  • जीसैट-24 की खूबियां

पिछले कुछ सालों में भारत एक प्रमुख अंतरिक्ष शक्ति के रूप में उभरा है. अब इसी क्रम में इसरो द्वारा निर्मित GSAT-24 उपग्रह को फ्रेंच गुयाना (दक्षिण अमेरिका) के कौरौ से फ्रांसीसी कंपनी एरियनस्पेस द्वारा सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया है. इसे 18 मई को फ्रेंच गुयाना भेजा गया था. न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) ने जीसैट-24 उपग्रह को टाटा प्ले को लीज पर दे दिया है. यह न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड द्वारा शुरू किया गया पहला मांग संचालित संचार उपग्रह मिशन है. क्या है इसकी खूबियां और डीटीएच जरूरतों को पूरा करने में इसका कितना योगदान होगा चलिए आपको बताते हैं.

  • जीसैट-24 एक 24-केयू बैंड संचार उपग्रह है जिसका वजन 4181 किलोग्राम है.

  • यह सैटेलाइट देश में हाई-क्‍वॉलिटी टेलीविजन, टेलिकम्‍युनिकेशन और ब्रॉडकास्टिंग सर्विसेज देगा.

  • जीसैट-24 अपनी सेवाएं डीटीएच सर्विस प्रोवाइडर टाटा प्ले के लिए देगा.

  • इस सैटेलाइट के बारे में जानना आपके लिए बेहद जरूरी है क्योंकि यह लॉन्चिंग देश के प्राइवेट प्लेयर टाटा के लिए हो रही है.

  • यह देश में डीटीएच सेवाओं में एक नई क्रांति ला देगा. इससे न केवल अखिल भारतीय कवरेज मुहैया होगी बल्कि इसकी पूरी क्षमता टाटा को लीज पर दी गई है.

  • जीसैट 24 उपग्रह टाटा प्ले के लिए डायरेक्ट टू होम (DTH) सेवाओं के लिए बनाया गया है. यह 25वां भारतीय उपग्रह है जिसे एरियन स्पेस की मदद से अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया जाएगा. इसरो और एरियनस्पेस का संबंध 1981 से लगातार बना हुआ है.

  • पर्यावरण परीक्षण पूरा करने के बाद GSAT-24 को प्री शिपमेंट रिव्यू समिति द्वारा 2 मई को मंजूरी दी गई थी.
     

     

Read more!

RECOMMENDED