जानिए क्या है Google का नया फीचर जिससे रहेगा आपका पर्सनल डेटा सुरक्षित

यूज़र्स की चिंता को देखते हुए गूगल (Google) जल्द एक नया फीचर लॉन्च करने वाली है. इससे अलग अलग एप्स पर यूज़र्स का डेटा सुरक्षति रहेगा. गूगल ने अपने ब्लॉग में बताया किअगर कोई एप डेवलपर अपने डेटा सेफ्टी सेक्शन को अप्रूव करवाने में विफल हो जाते हैं तो उनपर कदम उठाया जायेगा.

प्रतीकात्मक तस्वीर
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 27 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 7:00 PM IST
  • गूगल ने एप डेवेलपर्स से यूजर्स के डेटा कलेक्शन को लेकर एक डेटा सेफ्टी फॉर्म जमा करने के लिए कहा है
  • अगले साल फरवरी में होगा ये नया सेक्शन लॉन्च
  • यूज़र्स टैप करके जान सकेंगे कि किस प्रकार का डेटा इकठ्ठा किया गया है

प्ले स्टोर (Play Store) पर बढ़ते अलग-अलग एप्स (Apps) के बीच हर कोई अपने डेटा की सुरक्षा को लेकर चिंता में रहता है. इसी को देखते हुए गूगल (Google) जल्द ही अपने यूज़र्स के डेटा की सुरक्षा के लिए एक नया फीचर लॉन्च करने वाला है. इसके लिए गूगल ने एप डेवेलपर्स (App developers) से यूजर्स के डेटा कलेक्शन को लेकर एक डेटा सेफ्टी फॉर्म (Data safety form) जमा करने के लिए कहा है.

अगले साल फरवरी में होगा ये सेक्शन लॉन्च 
 
गूगल ने अपने ब्लॉग में बताया कि नया डेटा सेफ्टी सेक्शन अगले साल फरवरी में उपलब्ध होगा. इसमें  एप को ये दिखाना होगा कि वे एप इंस्टॉल करने वाले यूज़र्स से किस प्रकार और कैसा डेटा इक्कठा करते हैं. इसके साथ यह भी बताना होगा कि आखिर उनका एप यूज़र्स के डेटा को किस प्रकार सुरक्षित करते हैं या नहीं.

एप प्रोफाइल ये भी हाइलाइट करेगा कि वह कितना सुरक्षित है. इसके लिए उनमें डेटा एन्क्रिप्शन जैसे सिक्योरिटी स्टैण्डर्ड हैं या नहीं जैसी चीजों के बारे में बताया जायेगा.  

यूज़र को क्या फायदा होगा?

ब्लॉग के अनुसार, यूज़र्स टैप करके, इसके माध्यम से ये जान सकेंगे कि आखिर किस प्रकार का डेटा इकठ्ठा किया गया है. जैसे स्थान, सम्पर्क, पर्सनल इन्फॉर्मेशन, वित्तीय जानकारी (financial information), आदि जैसे अधिक विवरण देखने के लिए सारांश को टैप कर सकते हैं।

अगर इन्फॉर्मेशन अप्रूव हो जाती है, तो स्टोर लिस्टिंग अपने आप सेफ्टी इन्फॉर्मेशन के साथ डेटा को अपडेट कर देगी. वहीं,अगर ये जानकारी सबमिट नहीं होती है या अस्वीकार (reject) हो जाती है तो यूज़र को "कोई जानकारी उपलब्ध नहीं" ही दिखेगा.   

अगर नहीं हुआ डेटा सेफ्टी सेक्शन अप्रूव?

गूगल ने अपने ब्लॉग में बताया कि अगर कोई एप डेवलपर अपने डेटा सेफ्टी सेक्शन (Data Safety Section) को अप्रूव करवाने में विफल हो जाते हैं, या वह अगले साल अप्रैल तक अपनी प्राइवेसी पॉलिसी (Privacy Policy) नहीं भेजते हैं तो उनके ऊपर कदम उठाया जायेगा.  

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