अगर आपको कहें कि अपनी ही कंपनी में एलन मस्क का रोज ड्रग टेस्ट होता है तो क्या आप मानेंगे? जी हां, Elon Musk ड्रग्स लेते हैं. इसे लेकर टेस्ला इंक के सीईओ ने हाल ही में पूर्व सीएनएन एंकर डॉन लेमन के साथ एक इंटरव्यू के दौरान अपने केटामाइन ड्रग लेने की बात कही है. एलन मस्क ने दावा किया है कि केटामाइन खराब मूड वाले टाइम पीरियड को कम करने में मदद करता है और टेस्ला इंक सहित उनके दूसरे वेंचर्स को फायदा पहुंचाता है.
केटामाइन पर एलन मस्क का रुख
यूट्यूब पर स्ट्रीम किए गए इंटरव्यू के दौरान, एलन मस्क ने इस बात पर जोर दिया कि जो सबसे ज्यादा मायने रखता है वह है एग्जीक्यूशन. खासकर इन्वेस्टर्स के दृष्टिकोण से. उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर ऐसा कुछ है जो वह ले रहे हैं और यह टेस्ला की सफलता में योगदान देता है, तो उन्हें इसे लेना जारी रखना चाहिए.
दरअसल, केटामाइन एक दवा है जिसे डॉक्टर दर्द और डिप्रेशन को कम करने के लिए देते हैं. यूएस ड्रग एनफोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन के अनुसार, ये ज्यादा मात्रा में लें तो सेडेटिव का काम करता है, लेकिन इसके कई खतरे भी हैं. अगर ओवरडोज हो जाए तो इससे डेमेंशिया, बेहोशी या सांस लेने में परेशानी हो सकती है. हालांकि, केटामाइन को अक्सर डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही लेना चाहिए.
एलन मस्क नहीं हुए आज तक ड्रग टेस्ट में फेल
जैसा कि जनवरी में वॉल स्ट्रीट जर्नल के एक लेख में बताया गया था, एलन मस्क की कंपनियों के भीतर मनोरंजन के लिए नशीली दवाओं का उपयोग किया जाता है. जिसके जवाब में एलन ने यह कहा था कि उनके ऑफिस में लगभग हर दिन ड्रग टेस्ट होता है, और वे आज तक इस टेस्ट में फेल नहीं हुए हैं. साथ ही एलन ने कहा था कि अगर किसी चीज को लेने से उनकी परफॉर्मेंस अच्छी हो रही है तो वह उन्हें जारी रखना चाहिए.
एनेस्थीसिया दवा के रूप में हुई थी केटामाइन की शुरुआत
आपको बता दें, केटामाइन की शुरुआत सबसे पहले 1960 के दशक में हुई थी. इसे सबसे पहले जानवरों के लिए एनेस्थीसिया दवा के रूप में बेल्जियम में उपयोग किया गया था. इसके बाद इसका उपयोग वियतनाम युद्ध में युद्ध के मैदान पर घायल सैनिकों के इलाज में किया गया था.
कई रिपोर्ट्स में कहा गया है कि ये ड्रग डिप्रेशन और सुसाइड जैसे विचारों के खिलाफ काफी प्रभावी है. लेकिन केटामाइन के उपयोग से गंभीर जोखिम जुड़े हुए हैं. यही कारण है कि इसे हमेशा डॉक्टर की देखरेख में ही दिए जाने की सलाह दी जाती है. यह दवा दीर्घकालिक समस्याएं भी पैदा कर सकती है, जैसे अल्सर और पेशाब करने के दौरान दर्द होना, पेट दर्द, डिप्रेशन, कमजोर याददाश्त आदि.