Gmail Blue Tick: Twitter, Facebook के बाद Gmail पर भी मिलेगा ब्लू टिक, जानिए क्या होगा खास

ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम की तरह गूगल भी अपने यूजर्स को ब्लू टिक देना शुरू कर रहा है. इससे यूजर्स फर्जी ईमेल आइडी से भेजे गए मैसेज को आसानी से पहचान सकेंगे.

Gmail (Representative Image)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 10 मई 2023,
  • अपडेटेड 1:44 PM IST

अगर आप अपने Gmail बॉक्स को स्क्रॉल कर रहे हैं तो आपने मैसेज भेजने वाले कई सेंडर्स के नाम के आगे ब्लू टिक देखा होगा. गूगल का ये नया फीचर फिशिंग रोकने के लिए आया है जिसके अनुसार नाम के आगे ब्लू टिक दिया जा रहा है. इससे आपको पता लगाने में आसानी होगी कि कौन सा सेंडर वास्तविक है और कौन फेक. गूगल के एक ब्लॉग पोस्ट के मुताबिक, चेक मार्क बुधवार से दिखना शुरू हो गए हैं और ये पर्सनल और वर्क दोनों जीमेल अकाउंट्स पर नजर आएंगे.

तो, जीमेल को नीले चेक मार्क देने की जरूरत क्यों पड़ी, आइए जानते हैं. अभी, यह मुख्य रूप से कंपनियों और ग्रुप्स को दिया जा रहा है. यदि आप मैसेज पहचान के लिए Google के ब्रांड संकेतक (BIMI) मानक का उपयोग करते हैं, तो आपके ईमेल में चेक मार्क दिखाई देंगे. BIMI का उपयोग करने के लिए, आपके पास मजबूत प्रमाणीकरण होना चाहिए. Google की आवश्यकताओं के अनुसार आपके लोगो को Gmail में प्रदर्शित करने से पहले सत्यापित किया जाना चाहिए.

क्या होगा फायदा
Google ने बुधवार को अपने ब्लॉग पोस्ट में लिखा, "मजबूत ईमेल प्रमाणीकरण उपयोगकर्ताओं और ईमेल सुरक्षा प्रणालियों को स्पैम की पहचान करने और रोकने में मदद करता है, और प्रेषकों को अपने ब्रांड विश्वास का लाभ उठाने में भी सक्षम बनाता है."

क्यों पड़ी इसकी जरूरत?
ईमेल प्रमाणीकरण (Email authentication),अगर सही तरीके से किया जाए, तो इसके कई फायदे होते हैं. यह यूजर्स और ईमेल सिक्योरिटी सिस्टम को स्पैम को पहचानने और रोकने में मदद करता है. इसके अतिरिक्त, यह प्रेषकों को अपने ब्रांड की प्रतिष्ठा का उपयोग करने की अनुमति देता है. साथ ही, यह ईमेल के स्रोतों में विश्वास बढ़ाता है और पाठकों को अधिक आकर्षक अनुभव प्रदान करता है. एक मजबूत ईमेल प्रमाणीकरण प्रणाली एक स्वस्थ ईमेल ईकोसिस्टम में योगदान करती है जो सभी को लाभान्वित करती है.

 

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