राजधानी दिल्ली के यशोभूमि कंवेंशन सेंटर में मिलीपोल इंडिया 2025 का आयोजन किया गया. इसका आयोजन भारत और फ्रांस मिलकर कर रहे हैं. इस एक्सपो में भारत की 100 हथियार निर्माताओं और फ्रांस समेत 10 देशों के हथियार निर्माता शामिल हो रहे हैं. तीन दिनों के इस आयोजन में निगरानी, साइबर सुरक्षा और AI आधारित सुरक्षा प्रणाली से जुड़ी अत्याधुनिक तकनीकों का प्रदर्शन किया गया. इस प्रदर्शन में कई ऐसे मिलिट्री इक्विपमेंट शामिल थे, जिन्हें जंग के बदलते तौर-तरीकों और किसी स्पेशल ऑपरेशन के लिहाज से बनाया गया है. चलिए आपको बताते हैं कि इसमें कौन-कौन से विशेष हथियारों की प्रदर्शनी लगाई गई.
सेना का 5जी सूटकेस-
ग्रीस की कंपनी आर्कोमोव ने सर्वर पैक एज नामक पोर्टेबल 5जी नेटवर्क डिवाइस पेश किया. ये सिस्टम सूटकेस की तरह है. इसे कहीं भी ले जाया जा सकता है. इसका वजन सिर्फ 20 किलोग्राम है. यह 5 किलोमीटर के दायरे में 360 डिग्री प्राइवेट नेटवर्क बनाता है. इससे 1000 मोबाइल का संचालन किया जा सकता है.
जैमर-प्रूफ बम ड्रॉपिंग ड्रोन-
इस एक्सपो में एक विशेष तरह के ड्रोन को भी पेश किया गया. इस ड्रोन को ग्रीस की कंपनी ने पेश किया. यह एंटी-जैमिंग तकनीक से लैस है. यह 3-3 किलोग्राम के तीन बम एक साथ गिराने में सक्षम है. इस ड्रोन की अधिकतम रेंज 10 किलोमीटर है. अगर उड़ान के दौरान ऑपरेटर से संपर्क टूटता है तो यह ऑटोमेटिक मोड में जाकर मिशन पूरा कर सुरक्षित लौट आता है. यह ऑटो-कमांड पर काम करता है.
फिंगरप्रिंट पहचानने वाले हथियार-
यूएई की कंपनी ने एक ऐसा माउजर हथियार पेश किया, जिसे सिर्फ अधिकृत फिंगरप्रिंट से ही चलाए जा सकते हैं. इसका मतलब है कि इस हथियार को सिर्फ इसके मालिक ही चला सकते हैं. अगर कोई ये हथियार छिन भी लेता है तो उसका इस्तेमाल नहीं कर पाएगा. यह तकनीक सेना, पुलिस और वीवीआईपी सुरक्षा के लिए उपयोगी है.
मैगस एचबीडी-
ऑस्ट्रिया की मीरा टेक का मैगस एचबीडी डिवाइस दिल की धड़कन से कंटेनर में छिपे इंसान की पहचान कर सकता है. यह मानव तस्करी रोकने में मददगार साबित हो सकता है. बिना कंटेनर खोले यह दिखा देता है कि अंदर कोई जीवित व्यक्ति छिपा है या नहीं.
ऑफरोड ट्रक-
भारतीय कंपनी जेएसडब्ल्यू ने एक स्पेशल ट्रक पेश किया. यह ट्रक पहाड़, रेत और पानी में आसानी से चल सकता है. इसमें 12 सैनिकों की एक टुकड़ी बैठ सकती है. ये ट्रक पूरी तरह से बुलेटप्रूफ है. इसके साथ ऑफरोड ट्रॉली और 6 फुट के ट्यूबलेस पहिए जोड़े गए हैं.
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