जानिए क्या है परिवहन विभाग का नया पोर्टल, जिससे घर बैठे पुरानी गाड़ियों को इलेक्ट्रिक में बदल सकेंगे

परिवहन विभाग ने वाहन मालिकों को एक ही प्लेटफार्म पर सुविधा देने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल बनाया है. इसको लेकर अब तक 11 कंपनियों को सूचीबद्ध किया गया है. अब इस ऑनलाइन पोर्टल के जरिए इलेक्ट्रिक किट निर्माता, वितरक, किट लगाने वाले केंद्र और वाहनों में इलेक्ट्रिक रेट्रो फिटमेंट उपलब्ध कराने वाली कंपनियां एक ही जगह पर उपलब्ध होंगी.

परिवहन विभाग का नया पोर्टल
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 08 जून 2022,
  • अपडेटेड 12:07 PM IST
  • परिवहन विभाग ने बनाया पोर्टल
  • इलेक्ट्रिक वाहन में तब्दील करने में कितना आएगा खर्च

पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सरकार लगातार कई तरह के प्रयास कर रही है. इसमें इलेक्ट्रिक वाहन लाना भी शामिल है. ऐसे में आपके दिमाग में सवाल जरूर आता होगा, कि अगर सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहन को लागू कर दिया तो पेट्रोल-डीजल वाली गाड़ियों का क्या होगा. हालांकि ऐसे में आपको चिंता करने की बिलकुल जरूरत नहीं है. क्योंकि आप अपने पेट्रोल-डीजल गाड़ियों को इलेक्ट्रिक गाड़ियों में तब्दील करवा सकते हैं. इसके लिए सरकार ऑनलाइन सुविधा भी शुरू करने जा रही है. 
दरअसल परिवहन विभाग, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र (NIC) के साथ मिलकर एक सॉफ्टवेयर बना रहा है. जिसमें आपको कंपनियों से लेकर उत्पाद, खर्च और आरटीओ पंजीकरण तक की जानकारी मिलेगी. अब परिवहन विभाग की इस पहल से लाखों गाड़ी मालिकों को फायदा मिलेगा. 

परिवहन विभाग ने बनाया पोर्टल
दिल्ली सरकार ने दिसंबर 2021 में ही 10 साल पुरानी पेट्रोल गाड़ियों और 15 साल पुरानी डीजल गाड़ियों को इलेक्ट्रिक गाड़ियों में तब्दील करके सड़कों पर चलाने की मंजूरी दे दी थी. उसके बाद इसको लेकर परिवहन विभाग से भी कई तरह के सवाल पूछे जा रहे थे. क्योंकि दिल्ली में अभी तक ऐसा कोई बाजार नहीं है, जहां पर जा कर पेट्रोल या डीजल गाड़ियों को इलेक्ट्रिक गाड़ियों में तब्दील करवाया जा सके. हालांकि अब परिवहन विभाग ने ऐसे वाहन मालिकों को एक ही प्लेटफार्म पर सुविधा देने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल बनाया है. इसको लेकर अब तक 11 कंपनियों को सूचीबद्ध किया गया है. अब इस ऑनलाइन पोर्टल के जरिए इलेक्ट्रिक किट निर्माता, वितरक, किट लगाने वाले केंद्र और वाहनों में इलेक्ट्रिक रेट्रो फिटमेंट उपलब्ध कराने वाली कंपनियां एक ही जगह पर उपलब्ध होंगी. 

क्या है इस पोर्टल की खासियत?
सूत्रों की मानें तो इस ऑनलाइन पोर्टल के जरिए ये सुविधा मिलेगी कि पुरानी गाड़ियों में इलेक्ट्रिक किट के रेट्रो फिटमेंट के बाद आपको आरटीओ पंजीकरण के लिए खुद नहीं जाना होगा. सूत्रों की मानें तो 15 जून के बाद इस पोर्टल को लॉन्च किया जा सकता है. गौरतलब है कि दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है. दिल्ली में अब तक 1.48 लाख ई-वाहन मई 2022 तक पंजीकृत हो चुके हैं. सिर्फ 2022 में पंजीकृत कुल वाहनों में 9.3 फीसदी से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन है, जो कि पिछले पांच सालों में सबसे ज्यादा है.  इस पोर्टल पर आपको आपूर्तिकर्ता, निर्माता और रेट्रो फिटमेंट करने वाली कंपनी एक ही जगह पर मिल जाएगी. आप एक ही जगह पर अलग-अलग कंपनियों के प्रोडक्ट और मूल्य देख पाएंगे. उनके निर्माता कौन हैं, उसे लगाने वाली कंपनियां कौन-कौन सी हैं, उनके सेंटर कहां-कहां पर हैं, ये सारी जानकारी उस पोर्टल पर उपलब्ध होगी.

इलेक्ट्रिक वाहन में तब्दील करने में कितना आएगा खर्च
पुरानी डीजल और पेट्रोल वाली गाड़ियों को इलेक्ट्रिक गाड़ी में तब्दील करवाने में तीन से पांच लाख तक का खर्च आता है. दरअसल ये दर गाड़ी में लगने वाले मोटर, कंट्रोलर, रोलर और बैटरी पर निर्भर करती है. उसकी गुणवत्ता के आधार पर इसकी कीमतें तय होती हैं. मोटर और बैटरी की किलोवाट क्षमता बढ़ाने पर कीमत भी बढ़ जाती है. 

 

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