महिलाएं मजबूत तभी बनेंगी, जब उन्हें समाज के हर तबके का सहयोग मिले, चाहे फिर उनकी सुरक्षा हो, उनकी हिफाजत का ही मुद्दा क्यों न हो. इसी को ध्यान में रखते हुए तकनीक की नई मिसाल पेश की जा रही है. ऐसे में एक मिसाल है शक्ति बैंड. क्या है शक्ति बैंड, कैसे ये काम करता है और किस तरह से महिलाओं की हिफाजत में अपनी भूमिका निभा सकता है, सब कुछ यहां जानिए.
महिला सुरक्षा के लिए एक नई पहल
कानपुर के इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के इनक्यूबेशन सेंटर में शक्ति वेरेबिल नाम के स्टार्टअप के तहत महिलाओं की सुरक्षा के लिए शक्ति बैंड नामक डिवाइस को विकसित किया गया है. यह डिवाइस एक स्मार्ट वॉच की तरह दिखती है और इसमें एक स्विच बटन लगा होता है.
इस बटन को दबाते ही यह डिवाइस सक्रिय हो जाती है और हमलावर को 4 हजार वोल्ट का झटका देती है. यदि कोई व्यक्ति महिला को गलत इरादे से छूने की कोशिश करता है तो ये बैंड सक्रिय होकर उस पर बिजली का जोरदार झटका छोड़ता है, जो यूजर को नुकसान पहुंचाए बगैर केवल हमलावर को अस्थाई रूप से अचेत कर देता है.
जीपीएस तकनीक से है लैस
शक्ति बैंड में जीपीएस तकनीक का उपयोग किया गया है, जो महिला की लाइव लोकेशन और आपातकालीन संदेश उसके परिवार और पुलिस तक पहुंचाता है. इसके अलावा इसमें अत्याधुनिक मोशन सेंसर भी लगा है, जो यूजर की हरकतों और दिल की धड़कन जैसी गतिविधियों को पहचान सकता है. इस शक्ति बैंड को लेकर दावा यह भी है कि यह पानी के अंदर भी सुरक्षित और लंबे समय तक काम करने वाला उपकरण है.
शक्ति बैंड एक बटन लगा है. जब भी आप इस बटन को दबाएंगे तो तीन फीचर्स साथ-साथ एक्टिव हो जाते हैं. सबसे पहले तो एक बहुत जोर से अलार्म बजता है जो आसपास के लोगों को और आपके अटैकर को चौकन्ना कर देता है. दूसरा आप जहां भी खड़े हैं, आपके नजदीक के पुलिस स्टेशन को और आपके घर वालों को अपने आप ऑटोमेटिकली आपकी लोकेशन चली जाती है. इसके अलावा बटन प्रेस करते ही कुछ इलेक्ट्रिकल वेव्स निकलने लगते हैं. हमलावर को जोर का झटका लगता है.
इतने घंटे में हो जाएगा चार्ज
शक्ति बैंड को केवल 30 मिनट चार्ज करने पर 70 घंटे तक इस्तेमाल किया जा सकता है. इसकी कीमत ₹3000 है और इसे ऑनलाइन खरीदा जा सकता है. कंपनी के अनुसार अभी तक 1400 से ज्यादा महिलाएं इस डिवाइस का उपयोग कर रही हैं. फिलहाल तो ये शक्ति बैंड डिवाइस महिला सुरक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, जिसकी उपयोगिता को शासन स्तर से भी सराहना मिली है. यही वजह है कि पीएसआईटी कंपनी आने वाले वक्त में इस सेफ्टी तकनीक को अंगूठी, जूते और छड़ी जैसी वस्तुओं में भी शामिल करने की योजना बना रही है.