मार्केट रिसर्च फर्म टेकआर्क की इस रिपोर्ट के अनुसार, 27% से ज्यादा लोगों ने कहा कि उन्होंने अपने पास मौजूद कम से कम एक स्मार्ट डिवाइस का यूज बंद कर दिया हैं और अगर इस्तेमाल करते भी हैं तो बेहद कम. यह सर्वे मेट्रो और नॉन-मेट्रो शहरों के 4,500 भारतीयों पर किया गया. ये रिपोर्ट 33 प्रोडेक्ट को कवर करने वाले स्मार्ट डिवाइस की 7 कैटेगरी पर आधारित है. इसमें शामिल है:-
स्मार्ट पर्सनल (स्मार्टफोन, लैपटॉप, स्मार्ट घड़ियां, अंगूठियां, आदि)
स्मार्ट होम एप्लीकेशन (ओवन, वॉशिंग मशीन, आदि)
स्मार्ट एंटरटेनमेंट (स्पीकर, टीवी, स्ट्रीमिंग डिवाइस, आदि)
स्मार्ट कंफर्ट & कंन्वीन्यन्स (एयर प्यूरीफायर, एसी, हीटर, आदि)
स्मार्ट सिक्योरिटी (दरवाजा लॉक, कैमरा, आदि)
स्मार्ट होम इंफ्रा (राउटर, थर्मोस्टेट, आदि)
स्मार्ट ऑटो (स्मार्ट कार, बाइक, स्कूटर, आदि)
टेकआर्क के संस्थापक फैजल कवूसा के अनुसार, 'वैसे तो स्मार्ट डिवाइस टेक्नोलॉजी बेस्ड लाइफस्टाइल को बढ़ावा दे रहे हैं लेकिन लोगों का कुछ प्रोडक्ट में इंटरेस्ट भी कम होता जा रहा है. जो भारत में इस प्रोडक्ट के मार्केट को प्रभावित कर रहा है. वह आगे कहते हैं कि भारतीय लोग लो-क्वालिटी के प्रोडक्ट छोड़कर ऐसे स्मार्ट डिवाइस यूज करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं, जिसमें यूनिक फीचर्स या “qual-tech” होता है.
रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि सर्वे में शामिल 22% से ज्यादा लोग अपने मौजूदा स्मार्ट डिवाइस को अपग्रेड करना चाहते हैं. इसके अनुसार, भारतीय लोग बहुत ज्यादा स्मार्ट डिवाइस खरीदने के बजाय मौजूदा डिवाइस में सुविधाओं और फीचर को बेहतर बनाने में खर्च करने में ज्यादा रुचि रखते हैं.
वहीं, भारतीय लोग भी स्मार्ट डिवाइस में AI फीचर की तलाश में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. सर्वे में शामिल 42% से अधिक लोगों का मानना है कि AI फीचर कई स्मार्ट डिवाइस के उपयोग को लेकर उनकी राय बदल सकते हैं. वहीं, अब लोगों की जागरूकता भी बढ़ रही है. सर्वे में पाया गया कि लगभग 73% लोगों ने कहा कि वे स्मार्ट डिवाइस में चिपसेट की भूमिका के बारे में जानते हैं.
सर्वे में शामिल ज्यादातर लोगों (38%) ने कहा कि उनके स्मार्ट डिवाइस मीडियाटेक द्वारा बनाए गए चिप्स द्वारा संचालित हैं, इसके बाद क्वालकॉम (24%) और इंटेल (7%) का स्थान आता है. रिपोर्ट में ये भी पाया गया कि किसी भी अन्य स्मार्ट डिवाइस को स्मार्टफोन जितना इम्पोर्टेंस नहीं मिलता.
आने वाले साल में, टेकआर्क का अनुमान है कि "20 लाख रुपये और उससे ज्यादा की कीमत वाली ज्यादातर कारों में 5G M2M कनेक्टिविटी होगी." कंपनी ने कहा कि ऑन-डिवाइस GenAI, क्लाउड कनेक्टिविटी और मल्टीपल डिस्प्ले सभी प्राइस सेगमेंट की कारों में तेजी से उपलब्ध होंगे.
सर्वे में शामिल 21% से अधिक लोगों ने स्मार्ट कार्स में MG मोटर्स को पहला स्थान दिया, उसके बाद Kia मोटर्स (18 %) और टाटा मोटर्स (15 %) का स्थान रहा. हुंडई और मारुति सुजुकी भी स्मार्ट कार पेश करने वाले टॉप 5 ऑटोमोबाइल ब्रांडों में शामिल हैं.