आपके मूड के हिसाब से खुद बदल जाएगी गाने की धुन, जानिए इस यूनिक AI टेक्नोलॉजी के बारे में

अभी तक एआई म्यूजिक का इस्तेमाल हम Youtube, Twitch, Tik Tok और Instagram पर कंटेंट बनाने के लिए करते हैं. लेकिन आने वाले समय में इस टेक्नोलॉजी से बहुत कुछ बदला जा सकता है और चीजों को और आसान बनाया जा सकता है.

मूड के हिसाब से खुद बदलेगी धुन
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 11 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 3:28 PM IST
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस दुनिया में मौजूद सबसे यूनिक टेक्नोलॉजी में से एक है
  • AI Music कंपनी एक छोटा सा स्टार्टअप है

हम अक्सर किसी भी गाने को अपने मूड के हिसाब से सुनते हैं. मूड दुखी होता है तो हम सेड सांग्स सुनते हैं, चिल करने का मूड होता है तो हम हैप्पी सांग्स या डिस्को टाइप कुछ सुनते हैं. इनमे भी हम मूड के हिसाब से उस गाने की धुन बदल लेते हैं. जैसे लो-फाई म्यूजिक, लाउड वॉइस म्यूजिक, बेस एंड ड्रम वाली टोन पर म्यूजिक. लेकिन सोचिये अगर आपके मूड के हिसाब से खुद ही किसी गाने की धुन और ताल सेट हो जाए तो? ब्रिटिश कंपनी ‘AI म्यूजिक’ ने ऐसी ही एक टेक्नोलॉजी डेवलप की है.

इस टेक्नोलॉजी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस  (AI) की मदद से हमारी दिल की धड़कन को समझकर बिना किसी कमांड के गानों की धुन को बदला जा सकता है.  इस कंपनी को ‘एपल’ ने अपने अंडर ले लिया है. 

क्या है ‘AI म्यूजिक’?

AI म्यूजिक  कंपनी एक ब्रिटिश कंपनी है जो इंफाइनाइट म्यूजिक इंजन टेक्नोलॉजी पर काम करती है. ये 6 साल पहले यानि 2016 में शुरू हुई थी. 
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, ये कंपनी एक छोटा सा स्टार्टअप है, जिसमें करीब 20-25 कर्मचारी काम करते थे. कंपनी पहली बार म्यूजिक टेक्नोलॉजी पर काम रही है. इस टेक्नोलॉजी में बिना किसी कमांड के यूजर्स के मूड को और उसकी मानसिक स्थिति को महसूस करके पसंदीदा गानों की धुन बदल जाएगी. 

क्या है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस?

दरअसल, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इस वक्त दुनिया में मौजूद सबसे यूनिक टेक्नोलॉजी में से एक है. इस टेक्नोलॉजी में इतनी ताकत है कि इससे इंसान एक ऐसा सिस्टम तैयार कर सकता है जो किसी भी इंसानी बुद्धि जितना ही होगा. रोबोट को हम इसी कैटेगरी में रखते हैं. इसकी मदद से हम आसानी से अल्गोरिदम सीखने, पहचानने, भाषा, लाजिकल रीजनिंग, डिजिटल डेटा प्रोसेसिंग,बायोइंफार्मेटिक्‍स तथा मशीन बायोलाजी को आसानी से समझ सकते हैं. 

चलिए अपने आस पास से ही समझिये…. लोगों के घरों में रखी एलेक्सा, जिसे हम कमांड देकर अपनी पसंद से कुछ चलवा सकते हैं, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर ही काम करती है. 

एआई कैसे फंक्शन करती है?

AI के फंक्शन करने के तीन तरीके हैं- इंफाइनाइट म्यूजिक इंजन, नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग और ऑडियो मॉडल. इंफाइनाइट म्यूजिक इंजन में गाने की धुन और ताल में तीन से चार तरीके के बदलाव किए जाते हैं. जैसे डीप हाउस, जैज और स्लो एंड रिवर आदि. वहीं, नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग में इंसान की स्पीच को टेक्स्ट के जरिए समझा जाता है. यानि किसी सांग को उसके लिरिक्स के जरिए समझा जाता है. और सबसे आखिर में होता है ऑडियो मॉडल, इसमें  आर्टिफिशियल टेक्नोलॉजी गाने की स्पीच की जगह उसकी ऑडियो को सर्च करके डिटेल्स निकालती है. 

आप कहां ले सकते हैं एआई म्यूजिक का मजा 

आपको बता दें, ऐसी ही एक वेबसाइट है एआईवीए जो एआई और डीप लर्निंग एल्गोरिदम का उपयोग करके अपना साउंडट्रैक बनाती है. आप चाहें तो वहां से भी देख सकते हैं कि AI म्यूजिक में कैसे फंक्शन करती है.

अभी तक एआई म्यूजिक का इस्तेमाल हम Youtube, Twitch, Tik Tok और Instagram पर कंटेंट बनाने के लिए करते हैं. लेकिन आने वाले समय में इस टेक्नोलॉजी से बहुत कुछ बदला जा सकता है और चीजों को और आसान बनाया जा सकता है.


 

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