जबसे एलन मस्क ने ट्विटर खरीदा है तब से प्लेटफॉर्म पर आए दिन नए बदलाव हो रहे हैं. इसी कड़ी में कंपनी ने अपने पॉलिसी अपडेट में कहा है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर बोलने की स्वतंत्रता की अनुमति देगा लेकिन "पहुंच की स्वतंत्रता" नहीं होगी. अब ट्विटर उन ट्वीट्स की विजिबिलिटी को कम कर देगा जो उसके नियमों का उल्लंघन करेंगे. इसके लिए ट्विटर शुरू में उन ट्वीट्स पर विजिबिलिटी फिल्टर लगाने जा रहा है जो Hateful Conduct Rules का उल्लंघन करते पाए जाएंगे. और बाद में प्लेटफॉर्म इसे दूसरे डोमेन में अप्लाई करेगा.
सेंसरशिप के डर के बिना अपनी राय रखें
सोशल मीडिया फर्म ने कहा कि ट्विटर यूजर्स को सेंसरशिप के डर के बिना अपनी राय और विचार व्यक्त करने का अधिकार है. इसे लेकर ट्विटर ने कहा, "हम यह भी मानते हैं कि हमारे प्लेटफॉर्म पर यूजर को हमारे नियमों का उल्लंघन करने वाले कंटेंट से सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है. ये विश्वास बोलने की स्वतंत्रता की नींव हैं, न कि पहुंच की स्वतंत्रता.”
ट्विटर ने आगे कहा, "ट्वीट की रीच को प्रतिबंधित करना, जिसे विजिबिलिटी फिल्टरिंग के रूप में भी जाना जाता है, हमारे मौजूदा एनफोर्समेंट एक्शन में से एक है. जो हमें सामग्री मॉडरेशन के लिए बाइनरी 'लीव अप वर्सेस टेक डाउन' दृष्टिकोण से आगे बढ़ने की अनुमति देती है.”
इसको लेकर ट्विटर ने सैंपल स्क्रीनशॉट भी शेयर किया, जिसमें उदाहरण देकर ये बताया गया कि ये विजिबिलिटी फिल्टर कैसा होने वाला है.
कंटेंट के बगल में विज्ञापन नहीं
सोशल मीडिया फर्म ने कहा कि वह नए नियम के तहत लेबल किए गए कंटेंट के बगल में विज्ञापन नहीं रखेगा. माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ने कहा, "हम उन ट्वीट्स में सार्वजनिक रूप से दिखाई देने वाले लेबल जोड़ेंगे जो संभावित रूप से हमारी नीतियों का उल्लंघन कर रहे हैं, जिससे आपको पता चलेगा कि हमने उनकी विजिबिलिटी लिमिट कर दी है. ये जल्द ही शुरू होने वाला है."
ट्विटर ने लिखा, हालांकि, अगर ऑथर को ये लग रहा है कि उनके ट्वीट पर ये लेबल गलत है तो वह लेबल पर प्रतिक्रिया दे सकते हैं. वर्तमान में, फीडबैक सबमिट करना इस बात की गारंटी नहीं देता है कि आपको फीडबैक मिलेगा या आपके ट्वीट की रीच ठीक हो जाएगी.