अपनी उत्पीड़न विरोधी (एंटी-ह्रासमेंट) नीतियों को और अधिक मजबूत बनाने के प्रयास में, ट्विटर ने अपनी निजी सूचना नीति को अपडेट किया है. ताकि यूजर्स निजी लोगों की अनुमति के बिना उनकी तस्वीरें और वीडियो पोस्ट न कर सकें.
37 वर्षीय पराग अग्रवाल ने सह-संस्थापक जैक डोर्सी की जगह सीईओ के रूप में पदभार ग्रहण करने के एक दिन बाद यह कदम उठाया है.
कंपनी ने एक ब्लॉग पोस्ट करते हुए बताया कि निजता और सुरक्षा पर चल रहे प्रयासों में उन्होंने अपनी मौजूदा निजी सूचना नीति को अपडेट किया है. ट्विटर की मौजूदा नीति के तहत, पहले से ही अन्य लोगों की निजी जानकारी, जैसे फ़ोन नंबर, पते और आईडी प्रकाशित करने की अनुमति नहीं है. इसमें निजी जानकारी को उजागर करने की धमकी देना या दूसरों को ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करना शामिल है.
नहीं शेयर कर सकते हैं प्राइवेट मीडिया:
व्यक्तिगत मीडिया, जैसे कि फोटो या वीडियो साझा करना, संभावित रूप से किसी व्यक्ति की गोपनीयता का उल्लंघन कर सकता है, और इससे भावनात्मक या शारीरिक नुकसान हो सकता है. निजी मीडिया का दुरुपयोग सभी को प्रभावित कर सकता है, लेकिन महिलाओं, और अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है.
हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि निजी व्यक्तियों की तस्वीरें अपलोड करने वाले उपयोगकर्ताओं को पोस्ट करते समय एक सहमति फॉर्म जमा करना होगा. बल्कि ट्विटर तब कार्यवाई करेगा जब कोई भी व्यक्ति नीति के उल्लंघन को रिपोर्ट करेगा.
मान लीजिये अगर किसी व्यक्ति की तस्वीर या उनके बारे में कोई पोस्ट की गई है. और वह व्यक्ति या उनका कोई प्रतिनिधि इस बारे में ट्विटर को सूचित करता है और रिपोर्ट करता है कि उनकी जानकारी या सहमति के बिना पोस्ट की गई है तो ट्विटर पोस्ट को हटा देगा.