हर कोई चाहता है कि उसकी डेटिंग लाइफ (Dating Life) अच्छी हो. ऐसे में एक बेहतर पार्टनर ढूंढने के लिए लोग टिंडर, बम्बल और हिंज जैसे डेटिंग ऐप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं. हालांकि, पिछले कुछ समय से बम्बल (Bumble) पर यूजर्स की सेफ्टी को लेकर सवाल उठ रहे हैं. अब इसी को बेहतर बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सहारा लिया गया है. बम्बल ने "डिसेप्शन डिटेक्टर" (AI Deception Detector) नाम का एक नया फीचर लॉन्च किया है. इसकी मदद से डेटिंग ऐप पर हो रहे स्पैम, घोटालों और नकली प्रोफाइलों से निपटा जा सकेगा.
फर्जी प्रोफाइल को लेकर चिंतित हैं यूजर्स
दरअसल, बम्बल यूजर्स फर्जी प्रोफाइल (Users Fake Profile) और उनसे जुड़े घोटालों को लेकर चिंतित हैं. इसी को देखते हुए बम्बल ने दुनिया भर में 28,000 प्रतिभागियों को शामिल करते हुए एक सर्वे किया था. निष्कर्षों से पता चला कि ये मुद्दे यूजर्स के लिए सबसे बड़ी चिंताओं में से एक हैं. खासकर भारत जैसे क्षेत्रों में जहां 29 प्रतिशत ने पर्सनल डिटेल्स को सुरक्षित रखने की इच्छा जाहिर की है. वहीं 28 प्रतिशत ने नए लोगों से मिलने पर घोटाले के बारे में चिंताओं का हवाला दिया था. इन जानकारियों को देखते हुए ही बम्बल ने डिसेप्शन डिटेक्टर लॉन्च करने का सोचा.
कैसे करता है ये काम?
मशीन-लर्निंग-आधारित मॉडल का उपयोग करते हुए, डिसेप्शन डिटेक्टर प्लेटफॉर्म पर प्रोफाइल और उनके कनेक्शन की प्रामाणिकता का आकलन करता है. अलग-अलग मापदंडों का विश्लेषण करके, टूल तेजी से स्पैम, घोटाले और धोखाधड़ी वाले अकाउंट की पहचान करता है और उन्हें ब्लॉक करता है. इसकी मदद से लोगों की सेफ्टी को बढ़ावा दिया जा सकेगा, साथ ही लिए संभावित जोखिम को कम किया जा सकेगा. एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, अभी तक पहचाने गए 95 प्रतिशत धोखाधड़ी वाले अकाउंट को डिसेप्शन डिटेक्टर ने ऑटोमैटिक रूप से ब्लॉक कर दिया गया है.
खुद भी करें चेक
हालांकि, एआई फीचर लॉन्च किया गया है लेकिन फिर भी खुद भी चेक करना जरूरी है. लोग भी बम्बल डिटेक्टर के साथ मिलकर काम कर सकते हैं. ताकि फेक प्रोफाइल्स का आसानी से पता लगाया जा सकेगा.
डिसेप्शन डिटेक्टर यूजर सेफ्टी (User Safety) और अनुभव को बढ़ाने के उद्देश्य से लॉन्च किया गया है. हालांकि, इससे पहले प्राइवेट डिटेक्टर एआई जैसे फीचर लॉन्च किए जा चुके हैं. ऐसे में ये नया फीचर भी कहीं न कहीं यूजर्स की सेफ्टी बढ़ाने का काम करने वाला है. साथ ही आसानी से फेक और स्पैम प्रोफाइल के बारे में बता सकता है.