UPI Now PayLater से नहीं रहेगी महीने के आखिर में पैसे खत्म होने की चिंता, जीरो बैलेंस पर भी कर पाएंगे लेनदेन

RBI ने अब यूपीआई यूजर्स के लिए क्रेडिट लाइन सर्विस ऑफर करने की मंजूरी दे दी है. इसका मतलब ये हुआ कि अब आपके बैंक में जीरो बैलेंस होने पर भी आप पेमेंट कर सकते हैं.

UPI Now Paylater
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 18 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 10:49 AM IST

आज के समय में लगभग हर कोई UPI या फिर यूपीआई पर आधारित ऐप्स का इस्तेमाल डिजिटल पेमेंट के लिए कर रहा है. धीरे-धीरे UPI हमारे दैनिक लेनदेन का एक अभिन्न अंग बन गया है. इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग करके और इसे UPI खाते से लिंक करके, सेकंड के भीतर पेमेंट करना आसान है.

आसान लेनदेन और प्रोसेस की वजह से कई यूजर्स और बिजनेस यूपीआई भुगतान में शिफ्ट हो गए हैं. अब तक, आप यूपीआई लेनदेन केवल तभी कर सकते थे जब आपके बैंक खाते या यूपीआई वॉलेट में पर्याप्त बैलेंस हो. लेकिन अब, आपके खाते में पर्याप्त राशि न होने के बावजूद भी यूपीआई भुगतान किया जा सकता है.अब इसमें यूपीआई नाउ और पेलेटर (UPI Now PayLater) की सुविधा को भी जोड़ दिया गया है.

क्या है PayLater on UPI?
UPI Now PayLater एक तरह की ओवरडॉफ्ट सुविधा है. इसे आप सभी यूपीआई ऐप जैसे भीम (Bhim),पेटीएम (Paytm),फोनपे (Phone Pay)और गूगल पे (Google Pay)के माध्यम से उपयोग कर पाएंगे. इस मतलब यह है कि जब भी यूपीआई से लिंक आपके खाते से बैलेंस से अधिक भी पैसा खर्च कर सकते हैं. हालांकि, बैलेंस से अधिक पैसे खर्च करने पर बैंक की ओर से दी गई अतिरिक्त राशि पर ब्याज लिया जाएगा. अब तक, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक ने क्रमशः एचडीएफसी यूपीआई नाउ पे लेटर और आईसीआईसीआई पे लेटर नामक इस सुविधा की शुरुआत कर दी है.

कैसे करेगा काम?
Paylater सुविधा का इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले आपको अपने यूपीआई ऐप पर इसे एक्टिवेट कराना होगा. इसके बाद बैंक की ओर से आपको एक क्रेडिट लाइन दी जाएगी. यह वह राशि होगी, जिसे आप अपना अकाउंट बैलेंस खत्म होने के बाद उपयोग कर सकते हैं.  बता दें कि बैंक जितने अमाउंट पर आपको क्रेडिट लाइन की सुविधा देगा उस पर आपसे बैंक ब्याज भी लेगा. बड़ी बात यह है कि PayLater on UPI की सुविधा का लाभ केवल मर्चेंट्स के साथ लेनदेन में किया जा सकता है. अगर आप इसके लिए किसी अन्य व्यक्ति को पैसे नहीं भेज सकते हैं. दोनो बैंकों ने अकाउंट होल्डर की एलिजिबिलिटी  के आधार पर अधिकतम 50,000 रुपये की क्रेडिट लिमिट रखी है. RBI ने तमाम अन्य बैंकों को भी UPI के साथ इस सुविधा को जोड़ने के लिए कह दिया है.

वहीं, कुछ बैंक ऐसे भी हैं, जो 45 दिनों की ब्याज मुक्त अवधि देते हैं, जिसके दौरान कोई भी व्यक्ति बिना कोई ब्याज दिए अपना पैसा वापस कर सकता है. यह अभी खरीदें, बाद में भुगतान करें योजना के समान है.

यह कितना अलग है?
पहले, यूपीआई की कार्यक्षमता बचत बैंक खाते, खाता ओवरड्राफ्ट, प्रीपेड वॉलेट और क्रेडिट कार्ड के लिए सुलभ थी, लेकिन अब यह नई सुविधा यूजर्स को क्यूआर-इनेबल पेमेंट के माध्यम से प्री-अप्रूव्ड अमाउंट, जैसे कि 50,000 रुपये की क्रेडिट सीमा समाप्त करने की अनुमति देती है. यह तब भी काम करेगा जब यूजर के बैंक खाते या मोबाइल वॉलेट में जरूरी रकम न हो. यह काफी हद तक एक कार्ड के समान है लेकिन अंतर केवल इतना है कि इसका उपयोग बिना क्रेडिट कार्ड रखे भी किया जा सकता है.


 

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