पूर्वी दिल्ली के शकरपुर की रहने वाली मनीषा (बदला हुआ नाम) को अपने व्हाट्सएप अकाउंट पर कुछ असामान्य गतिविधि दिखी. उन्होंने व्हाट्सएप के लिंक्ड डिवाइसेज में चेक किया तो पाया कि उनका व्हाट्सएप अकाउंट किसी अज्ञात लैपटॉप पर लॉगिन है. उन्होंने तुरंत इसे लॉगआउट किया.
इसके बाद, मनीषा बहुत सतर्क हो गईं. उन्हें संदेह हुआ कि कहीं कोई उनपर नजर तो नहीं रख रहा है तब उन्होंने अपने कमरे और बाथरूम की तलाशी की. उन्हें अपने बाथरूम के बल्ब होल्डर में एक कैमरा लगा मिला. मनीषा ने तुरंत पीसीआर कॉल करके पुलिस को सूचित किया. पीएस शकरपुर से आईओ/एसआई राकेश तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और अच्छे से तलाशी ली गई. तलाशी में उनके रूम के बल्ब होल्डर में एक और कैमरा लगा हुआ मिला.
मकान मालिक का बेटा निकला आरोपी
पुलिस ने जब मनीषा से पूछा कि उनके कमरे में कौन आता-जाता है तो उन्होंने बताया कि मेंटेनेंस के काम के लिए अक्सर उनके मकान मालिक का बेटा आता-जाता है. कई बार कमरे की चाबी भी वह उसे दे जाती हैं ताकि पीछे से कमरे में मरम्मत का कोई काम करा सकें. मकान मालिक का बेटा उसी इमारत की दूसरी मंजिल पर रहता है.
पूछताछ के दौरान, मकान मालिक के बेटे ने स्वीकार किया कि तीन महीने पहले, जब मनीषा अपने होमटाउन गई थीं और रूम की चाबी उसे देकर गई थीं तब उसने तीन स्पाई कैमरे खरीदे और एक उसके रूम में और एक बाथरूम में लगा दिया था. आरोपी पुलिस की हिरासत में है और कैमरे व उसके लैपटॉप को भी पुलिस ने कस्टडी में ले लिया है. मनीषा की अलर्टनेस की वजह से वह बहुत बड़ी मुसीबत से बच गईं. अगर वह समय रहते कैमरा न ढूंढतीं तो उनके साथ कुछ भी बुरा हो सकता था.
मनीषा का मामला किसी भी शहर में पढ़ाई या नौकरी के लिए अकेली रहने वाली लड़कियों या महिलाओं के लिए अलर्ट बेल की तरह है. इस मामले के बाद, इस बात पर सवाल उठता है कि प्रशासन की पहलों के बावजूद अकेली रहने वाली लड़कियां कितनी सुरक्षित हैं? हालांकि, दूसरों से पहले खुद हम लड़कियों की अपनी सुरक्षा से किसी तरह का समझौता नहीं करना चाहिए. आज हम आपको बता रहे हैं कि अगर आप अकेली रहती हैं तो आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
घर या फ्लैट या रूम किराए पर लेने से पहले रखें इन बातों का ध्यान:
रूम या फ्लैट में अपनाएं ये सेफ्टी रूल्स:
1. जब भी आप नई जगह शिफ्ट करें तो इस घर या फ्लैट के लॉक बदलवा लें. हो सकता है कि पुराने लॉक्स की चाबी पुराने टैनेट्स के पास हो. इसलिए रिस्क बिल्कुल न लें और नए लॉक लगवाएं.
2. आप अपनी सुरक्षा के लिए मेन दरवाजे के बाहर या लिविंग रूम में सीसीटीवी कैमरा लगवा सकती हैं ताकि आपको पता रहे कि कहीं कोई आपके पीछे से तो आपके घर में नहीं घुसा है.
3. अपने पास हमेशा ऐसी कोई चीज जैसे बैट या हॉकी आदि रखें, जिसे जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल कर सकें.
4. अपनी लोकेशन किसी भी अनजान या कम जान-पहचान वाले लोगों से शेयर न करें. अगर आप कैब से आती-जाती हैं तो घर से कुछ दूरी पर किसी लैंडमार्क का एड्रेस डालें ताकि किसी को आपका एड्रेस न पता चले.
5. अपने पड़ोसियों से जान-पहचान रखें. जरूरत पड़ने पर पड़ोसी ही काम आते हैं. इसलिए आसपास के लोगों से बात करें और उनके साथ अच्छा बॉन्ड बनाकर रखें. जरूरत पड़ने पर उनकी मदद करें ताकि कल को वे आपकी मदद कर सकें.
6. बहुत ज्यादा ऑनलाइन डिलीवरीज अपने घर न मंगवाएं. उन्हें सिर्फ बिल्डिंग का एड्रेस दें और नीचे जाकर खुद डिलीवरी लें. अपने रूम या फ्लैट का एड्रेस न दें.
7. अगर आपको पहले से किसी के आपके घर आने की जानकारी नहीं है तो घंटी बजने पर दरवाजा न खोलें. खासकर रात के समय. अच्छा होगा अगर आप दरवाजे में पीपहोल या वीडियो डोरबेल लगवाएं ताकि आप देख सकें कि दरवाजे पर कौन है.
8. अपने घर या रूम को जानें! इसका मतलब है कि आपको ध्यान में होना चाहिए कि आपके कमरे, अलमारी या बाथरूम में कौनसी चीज आपने कहां छोड़ी है? कहीं बाहर से आने पर एक बार पूरे घर में नजर मारे कहीं कुछ अलग तो नहीं दिख रहा है.
9. अपने घर की खिड़कियों पर लोहे की ग्रिल लगवाएं ताकि कोई शीशा आदि तोड़कर घर में न घूस सके. अपने घर के दरवाजे हमेशा लॉक करके रखें. जैसे ही घर में घुसे दरवाजे को लॉक कर दें.
10. जब भी आप घर से बाहर निकलें या कोई आपसे मिलने आए, इसके बारे में आपके घरवालों या दोस्तों को जानकारी होनी चाहिए. अपने इमरजेंसी नंबर्स को स्पीड डायल पर रखें.
11. ऐसे लोगों को घर न लाएं जिन्हें आप अच्छे से नहीं जानती हैं. जानकारी होने के बाद भी अलर्ट रहें. अपनी सेफ्टी के मामले में किसी पर भी आंख बंद करके भरोसा न करें.
12. कभी भी अपने घर की चाबी किसी और को न दें. आपको घर में जो मरम्मत करानी है या कुछ लगवाना है, आप अपने सामने कराएं.
13. रात को सोते समय अपना फोन, पैपर स्प्रे और कीचेन अलार्म अपने पास हैंडी रखें ताकि किसी भी स्थिति में तुरंत इस्तेमाल कर सकें. आप अपने घर में अलेक्सा जैसे डिवाइस भी रख सकते हैं जो आपके कहने पर इमरजेंसी नंबर या पुलिस को डायल कर सकें.
14. आप खुद अलर्ट रहें. हर स्थिति में अपने आंख-नाक-कान खुले रखें. जैसे ही आपको कुछ गड़बड़ लगे तुरंत एक्टिव हो जाएं. इसलिए पहले ही अपने दिमाग में सोचकर रखें कि अगर इस तरह की कोई स्थिति आएगी तो आप कैसे बचेंगी.
15. सबसे बड़ा टिप यह है कि अगर आप ऐसी किसी स्थिति में पड़ जाएं तो कॉन्फिडेंट रहें और डरें नहीं. तुरंत पुलिस को सुचित करें. अगर कोई आपको ब्लैकमेल करे तब भी आपको पुलिस में शिकायत करनी चाहिए.
फोन में हमेशा सेव रखें ये नंबर
इस तरह लगा सकते हैं कैमरे का पता
छिपे हुए कैमरे या स्पाई कैमरे अलग-अलग साइज में आते हैं. ये अलग-अलग तरह के दिखते हैं और बिल्कुल ऐसे होते हैं कि आपके घर के परिवेश में गुम जाएं. आपको पता भी नहीं चलता कि कोई स्पाई कैमरा लगा है. ये सीक्रेट डिवाइस रोजमर्रा की चीजों की शक्ल ले सकते हैं, जैसे कीचेन, स्मोक डिटेक्टर, स्क्रू, यूएसबी चार्जर और राउटर आदि. बाजार में पेन, हुक, घड़ियां, बिजली के सॉकेट और फोटो फ्रेम जैसी चीजों के भीतर चतुराई से छुपाए गए जासूसी कैमरे भी मिलते हैं जिनका इस्तेमाल लोग अपनी सेफ्टी से ज्यादा दुसरों को परेशान करने के लिए करने लगे हैं.
1. सबसे पहले अपने घर को करें अच्छे से चेक
छिपे हुए कैमरों का पता लगाने का सबसे आसान तरीका घर की सावधानीपूर्वक जांच करना है. हर एक चीज को अच्छे से चेक करें. घर के अंदर छिपे हुए कैमरे ढूंढने के लिए सबसे कॉमन जगहे हैं स्मॉक डिटेक्टर, एयर फिल्टर डिवाइस, किताबें, दीवार पर डेकॉर में, इलेक्ट्रिकल आउटलेट, डेस्क पर रखे पौधे, टिश्यू बॉक्स, टेडी बियर, सोफे के कुशन, टेबल टॉप और अलमारियां, डीवीडी केस, लावा लैंप, डिजिटल टीवी बॉक्स, वॉल सॉकेट्स, हेयर ड्रायर होल्डर, दीवार या अलार्म घड़ियां, कपड़े के हुक, पेन आदि.
घर में चेक करें कि कोई संदिग्ध तारें तो नहीं हैं .या कहीं से कोई लाइट या लेंस तो नहीं दिख रहा है. अगर आपको कुछ असामान्य पावर आउटलेट या एडॉप्टर मिलते हैं, तो उन्हें तुरंत अनप्लग करें. मोशन सेंसर लेकर पूरे घर में घूमें और सुनने की कोशिश करें क्योंकि जहां कैमरा होगा वहां से हल्की सी आवाज सुनाई दे सकती है.
2. कमरे की लाइट बंद करके फ्लैशलाइट ऑन करें
आप सभी लाइटें बंद करके और टॉर्च का इस्तेमाल करके छिपे हुए कैमरे ढूंढ सकते हैं. ज्यादातर छिपे हुए कैमरों में लाल या हरे रंग की LED होती हैं जो अंधेरे में चमकती हैं. आप इस तरीके का इस्तेमाल अपनी कार में, दुकानों में, लिविंग रूम, बेडरूम, अपने घर आदि में स्पाई कैमरों का पता लगाने के लिए कर सकते हैं.
3. अपने मोबाइल फोन से छिपे हुए कैमरे ढूंढें
अपने iPhone या Android डिवाइस का इस्तेमाल करके आप स्पाई कैमरा का पता लगा सकते हैं.
सिग्नल इंटरफेरेंस टेस्ट: एक फोन कॉल करें और घर में घूमें. ध्यान दें कि क्या किसी खास जगह पर कॉल सिग्नल में कोई इंटरफेरेंस हो रहा है या नहीं. अगर हां तो इसके मतलब है कि उस जगह वायरलेस ट्रांसमिशन का इस्तेमाल करके स्पाई कैमरा लगाया हो.
फ्रंट कैमरा इंसपेक्शन: इन्फ्रारेड लाइट देखने के लिए कमरे में अंधेरा करें और फोन में अपने स्मार्टफोन का फ्रंट कैमरा ऑन करें. इसका इस्तेमाल अक्सर रात में देखने के लिए छिपे हुए कैमरों में किया जाता है. ये IR लाइटें आपके कैमरे की स्क्रीन पर छोटे, चमकीले बिंदुओं के रूप में दिखाई दे सकती हैं.
डिटेक्शन ऐप डाउनलोड करें: अपने फोन के ऐप स्टोर से छिपे हुए कैमरे का पता लगाने वाला ऐप इंस्टॉल करें. ये ऐप्स मैग्नेटिक एरिया को एनालाइज करके या लेंस रिफलेक्शन का पता लगाकर छिपे हुए कैमरों की पहचान करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं.
4. शीशे में तो नहीं लगा कैमरा
वॉशरूम, चेंजिंग रूम आदि में आइने या शीशे में छिपे हुए कैमरे का पता लगाने के लिए एक आसान सा काम करें.
5. वाई-फाई नेटवर्क को देखें
ज्यादातर वायरलेस छिपे हुए कैमरे वाई-फाई से जुड़े होते हैं ताकि उन्हें दूर से देखा जा सके. छिपे हुए कैमरे ढूंढने के लिए आप जांच सकते हैं कि राउटर से कितने डिवाइस जुड़े हुए हैं. अगर आप अपने घर पर हैं, तो राउटर पर एडमिन अकाउंट में लॉग इन कर सकते हैं और पता लगा सकते हैं कि कौन से डिवाइस एक ही वाई-फाई से जुड़े हैं. छिपे हुए कैमरे आमतौर पर "Unknown Device" के रूप में दिखाई देते हैं या अजीब नामों वाले होते हैं. आप डिवाइस को अपने नेटवर्क से हटा सकते हैं ताकि यह सामान्य रूप से काम न करे.
अगर आप एडमिन अकाउंट नहीं जानते हैं, तो आप वाई-फ़ाई स्कैनिंग ऐप डाउनलोड कर सकते हैं. यह आपके फ़ोन के समान वाई-फ़ाई नेटवर्क पर मौजूद सभी डिवाइसों की पहचान कर सकता है. ऐसे किसी भी सुराग की तलाश करें जो छिपे हुए कैमरे का संकेत हो सकता है.
6. कैमरा डिटेक्टर का कर सकते हैं इस्तेमाल
प्रोफेशनल आरएफ (रेडियो फ़्रीक्वेंसी) सिग्नल डिटेक्टर या अन्य छिपे हुए कैमरा बग डिटेक्टर स्पाई कैमरों का पता लगाने में प्रभावी होते हैं. बहुत से यूट्यूब वीडियों में लोग Airbnb घरों में छिपे हुए कैमरे ढूंढते रहते हैं. अगर आप बिजनेस ट्रिप या छुट्टियों पर जाते हैं और Airbnb घर किराए पर लेते हैं, तो आप डिटेक्टर के साथ तुरंत जांच कर सकते हैं कि वहां छिपे हुए कैमरे हैं या नहीं.
अमेज़ॅन या अन्य ऑनलाइन जगहों से RF डिटेक्टर खरीद सकते हैं. इसे शुरू करने से पहले, बेहतर होगा कि आप रेडियो सिग्नल भेजने वाले सभी उपकरणों को बंद और अनप्लग कर दें, जिनमें रसोई के डिवाइस, बेबी मॉनिटर, राउटर, मॉडेम, टीवी आदि शामिल हैं.
डिवाइस चालू करें और अपने कमरे को चेक करें. आमतौर पर जब डिटेक्टर किसी सिग्नल का पता लगाते हैं तो वे बीप की आवाज करते हैं. जब आप संभावित कैमरे के पास होंगे तो आपको एक संकेत मिलेगा.