पूरे भारत में चिलचिलाती गर्मी का तापमान लगातार बढ़ रहा है. कई लोगों को दोपहर में बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाता है. भीषण गर्मी ने न केवल बाहर निकलना असहज कर दिया है, बल्कि कई लोग गर्मी से बीमार भी पड़ रहे हैं. इसी को देखते हुए फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो ने अपने ग्राहकों से एक अनुरोध जारी किया है. जोमैटो ने दोपहर के पीक घंटों के दौरान खाना ऑर्डर करने से बचने का आग्रह किया गया है.
जोमैटो की ग्राहकों से अपील
2 जून को, जोमैटो ने अपने ग्राहकों से अपील करने के लिए एक्स (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) का सहारा लिया. जोमैटो ने लिखा उन्होंने लिखा, "कृपया दोपहर में ऑर्डर करने से बचें जब तक कि बहुत जरूरी न हो." जोमैटो का ये ट्वीट काफी वायरल हो रहा है. इसने ऑनलाइन लोगों का काफी ध्यान आकर्षित किया है. पोस्ट को 8 लाख से ज्यादा बार देखा गया और 11,000 से ज्यादा लाइक मिले हैं.
पोस्ट पर आई है मिली-जुली प्रतिक्रिया
जोमैटो की याचिका पर मिली-जुली प्रतिक्रिया आई है. कई लोगों ने अपने डिलीवरी एजेंटों के लिए कंपनी की चिंता की सराहना की, जबकि दूसरों ने सुझाव और आलोचनाएं की हैं. उन्होंने सुझाव दिया कि बेहतर होगा कि कंपनी अपने डिलीवरी कर्मियों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए दिन के सबसे गर्म समय में अपनी सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दे.
वहीं, कुछ लोगों ने प्रस्ताव दिया कि जोमैटो को पीक आवर्स के दौरान डिलीवरी पैसे बढ़ाने या न्यूनतम टिप अनिवार्य करने पर विचार करना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ड्राइवर्स को गर्मी में काम करने के लिए पर्याप्त मुआवजा दिया जाए.
हालांकि, कई लोगों ने इसकी आलोचना भी की है. उन्होंने लिखा कि ये हर किसी के लिए व्यावहारिक नहीं हो सकता है. कुछ लोग फ़ूड डिलीवरी सर्विस पर बहुत अधिक भरोसा करते हैं, विशेषकर वो लोग जो खाना नहीं बना सकते या जिनकी अपनी कुछ सीमाएं हैं.
स्वास्थ्य पर गर्मी का प्रभाव
गौरतलब है कि ज्यादा गर्मी में कई स्वास्थ्य समस्याएं हो जाती हैं. इसमें गर्मी से थकावट, हीट स्ट्रोक, डीहाइड्रेशन और दूसरी बीमारियां शामिल हैं. बढ़ते तापमान में जरूरी है कि अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए पूरे दिन खूब पानी पिएं. मीठी ड्रिंक्स और कैफीन से बचें, जिससे डीहाइड्रेशन हो सकता है. इसके अलावा, सूती कपड़ों का विकल्प चुनें.
ज्यादा गर्मी के समय (आमतौर पर दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक) के दौरान घर के अंदर रहने की कोशिश करें. साथ ही अपनी स्किन को हानिकारक यूवी किरणों से बचाने के लिए हाई एसपीएफ वाला ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन लगाएं.