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Best Winter Treks in India: एडवेंचर का है शौक तो सर्दियों में इन अनदेखे ट्रेक पर जाने का बनाएं प्लान, रूट से लेकर खर्चे तक, जानिए सब कुछ

ऋषभ देव
  • नई दिल्ली,
  • 04 नवंबर 2024,
  • Updated 7:28 PM IST
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Best Winter Treks in India: रोज की भीड़भाड़ और व्यस्त जिंदगी से निकल कर कुछ दिन घूमने (Travel in India) जरूर जाना चाहिए. घुमक्कड़ी जिंदगी को तरोताजा बनाए रखती है. किसी को नई जगह पर जाना पसंद होता है तो कोई रोमांच की तलाश में रहता है. एडवेंचर और घुमक्कड़ी को एक साथ मिला दें तो वो ट्रेकिंग बन जाती है.

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भारत में ट्रेकिंग (Trekking in India) करने के लिए कई सारी जगहें हैं. हिमालय (Treks in Himalayas) तो कई ट्रेक से भरा हुआ है. इन ट्रेक में कभी जंगल के बीच से गुजरेंगे तो कभी खतरनाक ग्लेशियर पर चलना पड़ता है. रोमांच के शौकीन सर्दियों में ट्रेक (Winter Treks India) पर जाना पसंद करते हैं. बर्फ पर ट्रेकिंग करना मुश्किल तो होता है लेकिन बर्फ के ऐसे नहीं नजारे और किसी मौसम में देखने को नहीं मिलेंगे.

भारत में ज्यादातर लोग सर्दियों में जाने-माने ट्रेक रूट पर जाते हैं. इनमें कुछ ऐसे रूट भी हैं जिनके बारे में कम लोगों को पता है. आइए भारत के कुछ ऐसे ही विंटर ट्रेक पर नजर डालते हैं.

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1. बुरान घाटी
बुरान घाटी (Buran Ghati) हिमाचल प्रदेश की ऑफबीट जगहों में से एक है. बुरहान घाटी को बुरांडा पास भी कहा जाता है. हिमाचल प्रदेश की ये घाटी समुद्र तल से 4572 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. बुरान घाटी ट्रेक के बारे में बेहद कम लोगों को पता है. इस रास्ते में आपको ट्रेकर्स कम और भेड़ें ज्यादा मिलेंगी.

कैसे करें?
बुरान घाटी ट्रेक हिमाचल प्रदेश के सबसे कठिन ट्रेक (Buran Ghati Trek) में से एक है. ये ट्रेक लगभग 37 किमी. लंबा है. बुरान घाटी ट्रेक को पूरा करने में लगभग 7 दिन का समय लगता है. ये ट्रेक जांगलिक से शुरू होता है. इस ट्रेक में जंगल, नदियां और ग्लेशियर मिलते हैं.

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2.स्टोक कांगड़ी ट्रेक
स्टोक कांगड़ी लद्दाख (Stok Kangri Ladakh) के सबसे सुंदर इलाकों में से एक है. स्टोक कांगड़ी लद्दाख की सबसे ऊंची चोटी में से एक है. स्टोक कांगड़ी समुद्र तल से 6,153 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. ये लद्दाख ही नहीं भारत के सबसे कठिन ट्रेक में से एक है. बेहद कम लोग इस ट्रेक को करने की हिम्मत कर पाते हैं.

कैसे करें?
स्टोक कांगड़ी ट्रेक (Stok Kangri Trek) लगभग 40 किमी. लंबा है. इस ट्रेक को करने में लगभग 9 दिन का समय लगता है. स्टोक कांगड़ी ट्रेक का बेस कैंप लेह है. लेह में कुछ दिन ठहरकर पहले मौसम में एडजस्ट कीजिए. उसके बाद इस ट्रेक को शुरू कीजिए. बिना गाइड के इस ट्रेक को बिल्कुल न करें. अपने साथ टेंट और खाने का सामान जरूर रखें.

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3. हमता पास 
हमता पास (Hampta Pass) हिमाचल का एक फेमस ट्रेक है. ये ट्रेक हिमाचल प्रदेश की चन्द्रा घाटी और कुल्लू वैली के बीच से होकर गुजरता है. हमता पास लगभग 4,270 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. इस ट्रेक में ऊंचे-ऊंचे पहाड़, फूलों की घाटी, नदी और  झरने देखने को मिलते हैं.

कैसे करें ये ट्रेक?
ट्रेकिंग शुरू करने वाले लोगों के लिए ये ट्रेक बढ़िया है. हिमाचल का ये ट्रेक (Hampta Pass Trek) बहुत ज्यादा कठिन नहीं है.  हंपता पास ट्रेक लगभग 20-25 लंबा है. इस ट्रेक को पूरा करने में 7-8 घंटे का समय लगता है. हंपता पास ट्रेक जोबरा से शुरू होता है. ये जगह मनाली से सिर्फ दो घंटे दूर है. नदियों के बीच से गुजरता ये ट्रेक हिमाचल का बेस्ट ट्रेक है.

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4. कश्मीर ग्रेट लेक्स ट्रेक
जब भी कश्मीर में ट्रेकिंग की बात आती है तो सबसे पहले जुबान पर कश्मीर ग्रेट लेक्स (Kashmir Great Lakes) का नाम आता है. कश्मीर का ये ट्रेक अपनी झीलों के लिए फेमस है. कुछ झीलें तो पहाड़ की ऊंचाई पर स्थित है. इस जगह की खूबसूरती को बयां करना मुश्किल है. यहां की सुंदरता को तो बस आंखों से निहारा जा सकता है.

कैसे करें?
कश्मीर ग्रेट लेक्स ट्रेक (Kashmir Great Lakes Trek) समुद्र तल से 4,210 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. कश्मीर का ये ट्रेक लगभग 63 किमी. लंबा है. इस ट्रेक को करने में लगभग 7-8 दिन का समय लगता है. कश्मीर ग्रेट लेक्स ट्रेक सोनमर्ग से शुरू होता है. इस ट्रेक में झीलों के साथ-साथ पहाड़ों के सुंदर-सुंदर नजारे देखने को मिलेंगे.

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5. केदार ताल
उत्तराखंड के इस ट्रेक को बेहद कम लोगों ने एक्सप्लोर किया है. केदार ताल (Kedar Tal Uttarakhand) बर्फ के पहाड़ों से घिरी एक सुंदर झील है. इस लेक का रास्ता सुंदर लेकिन कठिन है. केदार ताल समुद्र तल से 4,912 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. अनुभवी ट्रेकर्स की इस ट्रेक को करें. इस ट्रेक के दौरान हिमालय की कई सुंदर चोटियां देखने को मिलेंगी.

कितना कठिन है ये ट्रेक?
केदार ताल ट्रेक (Kedar Tal Trek) उत्तराखंड के गंगोत्री से शुरू होता है. ये ट्रेक लगभग 17 किमी. लंबा है. केदार तल ट्रेक को पूरा करने में लगभग 5 दिन का समय लगता है. केदार ताल लेक को शिव की झील के नाम से भी जाना जाता है. इस झील से एक नदी भी निकलती है. इसे केदार गंगा भी कहा जाता है.

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6. रुपिन पास
एडवेंचर के शौकीनों के लिए इस ट्रेक (Rupin Pass) से बेहतर कुछ नहीं हो सकता है. रुपिन पास ट्रेक  (Rupin Pass Trek) में बुग्याल, ग्लेशियर, बर्फ और झरने को देखने को मिलेंगे. रुपिन पास देव भूमि के सबसे दुर्गम ट्रेक में से एक है. ये ट्रेक शुरू तो उत्तराखंड में होता है लेकिन खत्म हिमाचल में होता है. इस ट्रेक में आपको गढ़वाली और किन्नौरी संस्कृति देखने को मिलती है.

कैसे करें ये ट्रेक?
रुपिन पास उत्तराखंड में उत्तरकाशी के धौला (Rupin Pass Starting Point) से शुरू होता है. वहीं हिमाचल प्रदेश में किन्नौर के सांगला (Rupin Pass Himachal) में खत्म होता है. रुपिन पास लगभग 52 किमी. लंबा ट्रेक होता है. इस ट्रेक को करने में 7-8 दिन का समय लगता है. रुपिन पास ट्रेक समुद्र तल से 4,650 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.

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7. बाली पास
बाली पास (Bali Pass Uttarakhand) उत्तराखंड के गढ़वाल में एक और कठिन ट्रेक है. बाली पास समुद्र तल से 4,950 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. उत्तराखंड का ये ट्रेक सर्दियों में करने के लिए बेस्ट माना जाता है. यहां से हिमालय के बेमिसाल नजारे देखने को मिलते हैं. इस विंटर ट्रेक को आप भूल नहीं पाएंगे. एक्सपीरियंस ट्रेकर्स की बाली पास ट्रेक पर जाने के बारे में प्लान बनाते हैं.

कितना लंबा है ट्रेक?
बाली पास ट्रेक (Bali Pass Uttarakhand) उत्तराखंड के सांकरी गांव से शुरू होता है. इसी गांव से केदारकंठा ट्रेक (Kedarkantha Trek) भी शुरू होता है. बाली पास ट्रेस गोविंद नेशनल पार्क (Govind National Park) और हर की दून (Har ki Dun) से होकर गुजरता है. बाली पास ट्रेक लगभग 66 किमी. लंबा है. इस ट्रेक को पूरा करने में लगभग 7-8 दिन का समय लगता है. इस ट्रेक को करने से एक महीने पहले से इसकी तैयारी शुरू कर देनी चाहिए.