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Bhutan Travel Guide For Indians: भूटान को घूमने के लिए चाहिए कितने दिन? ये है बजट में भूटान घूमने की परफेक्ट गाइड

ऋषभ देव
  • नई दिल्ली,
  • 27 अक्टूबर 2024,
  • Updated 11:50 PM IST
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Bhutan Travel Itinerary: भारत में घूमने के लिए काफी जगह हैं. पूरे इंडिया को घूमना किसी टास्क से कम नहीं है. इसके बावजूद हर किसी का विदेश में घूमने का सपना जरूर होता है. विदेश का नाम आते ही आने वाले खर्च दिमाग में आता है. बहुत सारा पैसा भी खर्च न हो और विदेश घूमने का सपना भी पूरा हो जाए. इसके लिए भूटान (Bhutan Travel Places) एक परफेक्ट जगह है.

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भूटान भारत का एक पड़ोसी देश है. भूटान अपने रिच कल्चर, ऊंचे पहाड़, हरी-भरी वादियां और सुंदर मोनेस्ट्रीज के लिए जाना जाता है. इस खूबसूरत देश (Bhutan For Indians) को हर कोई घूमना चाहता है. भूटान को अच्छे-से घूमने के लिए कम से कम 7 दिन तो चाहिए. 7 दिन में (Bhutan in 7 Days) भूटान को कैसे घूमें? इसके बारे में पूरी जानकारी हम आपको दे देते हैं.

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वीजा फ्री
भूटान भारतीयों के लिए वीजा फ्री (Bhutan Visa) देश है. भूटान जाने के लिए वीजा नहीं लेना पड़ता है. भूटान जाने के लिए आपके पास पहचान पत्र या पासपोर्ट होना चाहिए. आधार कार्ड पर भूटान में जाने की एंट्री नहीं मिलेगी. इस बात का खास ध्यान रखें.

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कैसे पहुंचें भूटान?
भूटान जाने के दो तरीके (How To Reach Bhutan) हैं. फ्लाइट और वाया रोड. दोनों की रूट से भारत भूटान से अच्छी तरह से कनेक्टेड है.

फ्लाइट: भूटान फ्लाइट (Bhutan Flights) से भी जा सकते हैं. दिल्ली से भूटान के पारो इंटरनेशनल एयरपोर्ट जा सकते हैं. इसके अलावा कोलकाता, गुवाहटी और बागडोगरा से भी पारो के लिए फ्लाइट्स चलती हैं.

वाया रोड: वैसे तो भारत-भूटान बॉर्डर (Bhutan India Border) कई जगह पर हैं लेकिन टूरिस्ट के लिए सबसे आसान बार्डर जयगांव है. जयगांव पश्चिम बंगाल में है. न्यू जलपाईगुड़ी से जयगांव लगभग 140 किमी. दूर है. जयगांव से सबसे पहले फुंतशोलिंग पहुंचेंगे.

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भूटान का अनोखा नियम
सैलानियों के लिए भूटान में एक खास नियम है. भूटान में हर सैलानी को अपने साथ गाइड रखना पड़ेगा. ये कंपलसरी नियम है. इसके लिए एक दिन के 1200 रुपए लिए जाएंगे. भूटान एक वीजा फ्री देश है लेकिन भूटान में जाने पर सबसे पहले इमिग्रेशन रीजनल ऑफिस जाना पड़ेगा. इस ऑफिस में एसडीएफ काउंटर पर ही गाइ़ड मिलेगा.

भूटान में जैसे ही घुसेंगे तो अपनी इंडियन सिम बंद  हो जाएगी. अगर आपको भूटान में नेटवर्क चाहिए तो सिम लेनी पड़ेगी. भूटान में इमिग्रेशन रीजनल ऑफिस में आपको सिम मिल जाएगी. इसके अलावा मार्केट से भी सिम खरीद सकते हैं. भूटान में घूमने का परमिट मिलने के बाद आपकी भूटान यात्रा शुरू हो जाएगी.

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पारो की यात्रा
जयगांव (Jaigaon To Bhtan)  से सबसे पहले भूटान में जो जगह मिलेगी वो फुंतशोलिंग है. जयगांव भारत की आखिरी जगह है. वहीं फुंतशोलिंग भूटान की पहली जगह है. इसी जगह पर परमिट और गाइड मिलेगा.

परमिट लेने के बाद उसी दिन फुंतशोलिंग (Phuntsholing To Paro) से पारो के लिए निकल पड़िए. फुंतशोलिंग से पारो लगभग 140 किमी. है. इस सफर में लगभग 4 घंटे लगेंगे. पारो पहुंचते-पहुंचते शाम हो जाएगी. उस दिन होटल में आराम कीजिए. ये भूटान में आपकी पहली रात होगी.

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दूसरा दिन पारो के नाम
अगला पूरा दिन भूटान में पारो (Paro Travel) के नाम रहेगा. पूरे दि पारो को एक्सप्लोर कर सकते हैं. पारो में कई सुंदर मोनेस्ट्रीज हैं. इसके अलावा भूटान म्यूजियम भी है. पारो में ही फेमस टाइगर नेस्ट मोनेस्ट्री है. इस जगह तक पहुंचने के लिए 3-4 घंटे का ट्रेक करना पड़ता है. 

इसके अलावा पारो में पांग त्सो लेक, चेले ला पास और 15वीं शताब्दी का ताचोगंग ल्हाखांग ब्रिज भी है. पूरे दिन पारो घूमने के बाद शाम को पारो से थिम्पू के लिए निकल जाइए. पारो से थिम्पू बहुत दूर नहीं है. पारो से थिम्पू (Paro To Thimphu) लगभग 50 किमी. है. पारो से थिम्पू पहुंचने में 1-2 घंटे का ही समय लगेगा.

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भूटान की कैपिटल सिटी
अगले दिन ब्रेकफास्ट करने के बाद थिम्पू को एक्सप्लोर करने निकल पड़िए. थिम्पू भूटान की राजधानी है. 1955 में थिम्पू (Thimphu Travel) को भूटान की राजधानी बनाया गया. उससे पहले पुनाखा इस देश की राजधानी हुआ करती है. थिम्पू में देखने के लिए कई सारी जगहें हैं.

1. बुद्धा प्वाइंट: ये थिम्पू की सबसे फेमस जगह है. यहां पर भगवान बुद्ध की 169 फीट ऊंची मूर्ति है. यहां से थिम्पू का बेहद सुंदर नजारा दिखाई देता है.

2. थिम्पू चोथ्रुलिंग: यह एक प्राचीन बौद्ध मंदिर है. यहां आपको भूटान का आर्किटेक्टर देखने को मिलेगा. इसके अलावा नेशनल लाइब्रेरी भी जा सकते हैं.

3. मेमोरियल चोर्तेन: इस जगह को थिम्पू चोर्तेन भी कहते हैं. इसे डॉ. यूग्याल की याद में बनाया गया है. ये थिम्पू की सबसे फेमस जगह में से एक है.

4. झोंग: झोंग थिम्पू का एक शानदार किला है. इस किले से पुराने भटान के बारे में अंदाजा लगा सकते हैं. इसके अलावा थिम्पू में चेरिज लिंग और थिम्पू मार्केट भी देखने वाली जगहें हैं.

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थिम्पू से पुनाखा
भूटान में चौथे दिन थिम्पू से पुनाखा (Punakha Travel) के लिए निकल पड़िए. थिम्पू से पुनाखा लगभग 70 किमी. है. यहां पहुंचने में लगभग 2-3 घंटे लगेंगे. पुनाथा थिम्पू की पुरानी राजधानी है. रास्ते में दोचुला पास में भी मिलेगा. दोचुला पास (Dhochula Pass) 3,100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यहां से दूर-दूर तक बर्फ से ढंके पहाड़ दिखाई देंगे.

पुनाखा में घूमने के लिए कई जगहें हैं. इनमें से आप कुछ जगहों पर जरूर जाएं. पुनाखा किला पुनाखा नदी के संगम पर स्थित है. इसका आर्किटेक्चर देखकर आप हैरान रह जाएंगे. इसके अलावा पुनाखा में ड्रैंगम चोर्तेन, पुनाखा डज़ोंग ब्रिज, चेमे ल्हखांग और चाय के बागान भी देख सकते हैं. एडवेंचर का शौक है तो पुनाखा में मॉन्का ट्रेक कर सकते हैं. इस दिन पुनाखा में रात बिताइए.

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फोबजिका वैली
अगर भूटान की असली खूबसूरती देखनी है तो फोबजिका वैली (Phobjika Valley Travel) जरूर जाएं. इस घाटी में भूटान के काले पहाड़ देखने को मिलेंगे. इस जगह पर भूटान की सबसे पुरानी मोनेस्ट्रीज में से एक है. पुनाखा से फोबजिका (Punakha To Phobjika Valley) सिर्फ 80 किमी. दूर है. पुनाखा से फोबजिका घाटी पहुंचने में 2-3 घंटे लगेंगे.

फोबजिका वैली में देखने के लिए खेमस द्रुक फोटांग और पुजोलिंग जैसी शानदार जगहें हैं. इसके अलावा गांग्तेय वैली भी यहीं पर है. फोबजिका से ही डेढ़ किमी. का गांग्तेय का ट्रेक शुरू होता है. फोबजिका में भूटान का राष्ट्रीय पक्षी भी देखने को मिल जाएगा. फोबजिका जैसी सुंदर जगह शायद ही आपने कभी देखी होगी.

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वापस पारो
अगले दिन फोबजिका से वापसी की यात्रा शुरू कर सकते हैं. आते समय बीच में जो जगहें छूट गई हैं. उनको वापस जाते हुए एक्सप्लोर कर सकते हैं. इसमें कुछ जगह पुनाखा और कुछ जगह थिम्पू की शामिल कर सकते हैं.

अगर फ्लाइट से वापस जाना है तो पारो से दिल्ली के लिए फ्लाइट मिल जाएगी. वहीं वाया रोड के लिए फुंतशोलिंग जाना पड़ेगा. फिर वहां से बार्डर पास करते हुए जयगांव आ सकते हैं.

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कब जाएं भूटान?
भूटान भारतीयों के लिए सबसे अच्छी डेस्टिनेशन में से एक है. भूटान जाने का सबसे अच्छा समय अक्तूबर-नवंबर का माना जाता है. इस मौसम में भूटान में गर्मी भी नहीं होती है और न बहुत ज्यादा ठंडी होती है.

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इन बातों का रखें ध्यान
भूटान जाएं तो कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें:

  • भूटान में नियम कफी सख्त हैं इसलिए लापरवाही बिल्कुल न करें.
  • अपने साथ वोटर आईडी या पासपोर्ट जरूर रखें. साथ में पासपोर्ट साइज फोटोज भी रखें.
  • भूटान में टूरिस्ट पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं. टैक्सी बुक करके ही घूमना पड़ेगा.
  • भूटान में भारतीय सिम नहीं चलेगी. आपको लोकल सिम लेनी पड़ेगी.
  • भारत और भूटानी मुद्रा की वैल्यू लगभग बराबर है. भूटान में इंडियन रुपए भी चल जाते हैं.