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Challenging Treks of Himalayas: रोमांच से भरे ये हैं हिमालय के सबसे खतरनाक ट्रेक, जानिए कब और कैसे पहुंचें यहां

ऋषभ देव
  • नई दिल्ली,
  • 17 अगस्त 2024,
  • Updated 8:41 PM IST
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Best Himalayas Treks: हिमालय दुनिया के सबसे खूबसूरत इलाकों में से एक है. ऐसे सुंदर नजारे आपको कहीं और नहीं मिलेंगे. कहा जाता है कि सबसे सुंदर नजारे के लिए सबसे कठिन यात्रा करनी पड़ती है. हिमालय (Himalaya) में ऐसे ही बेहद खतरनाक ट्रेक(Difficult Treks of India) हैं जिनको करने का साहस हर कोई नहीं कर पाता है. 

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हिमालय के ये ट्रेक (Himalayas Treks) आपको इस दुनिया से दूर किसी और ही जगह पर ले जाएंगे. यहां आपको चारों तरफ बर्फ ही बर्फ और आसमान को छूते ऊंचे-ऊंचे पहाड़ दिखाई देंगे.

आइए आपको हिमालय के चुनिंदा बेहद कठिन और डेंजरस ट्रेक (Himalayas Dangerous Treks) के बारे में बताते हैं जो एडवेंचर से भरपूर हैं.

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1. चादर ट्रेक
चादर ट्रेक (Chadar Trek Laddakh) भारत के सबसे कठिन ट्रेक में से एक है. सर्दियों में लद्दाख की जांस्कर नदी (Zanskar River Ladakh) बर्फ से जम जाती है. इसी नदी के ऊपर चलते हुए चादर ट्रेक करना होता है. जमी हुई नदी पर चलना कितना मुश्किल होता है आपको इस ट्रेक को करने के बाद समझ आएगा. 

चादर ट्रेक लगभग 6 दिन का होता है. इस ट्रेक में कई रिस्क होते हैं. सबसे बड़ा खतरा बर्फ टूटने का होता है. इसके बावजूद चादर ट्रेक करने में काफी मजा आता है.

कब करें?
चादर ट्रेक को करने का बेस्ट टाइम फरवरी-मार्च का माना जाता है. इस समय जांस्कर नदी पूरी तरह से जम जाती है. इससे आप चादर ट्रेक आसानी से कर पाएंगे.

कैसे जाएं?
चादर ट्रेक लद्दाख के जांस्कर में है. चादर ट्रेक का बेस प्वाइंट चिलिंग गांव है. लेह से जांस्कर के लिए बस चलती है. बस से आप जांस्कर पहुंच सकते हैं.

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2. पिन पार्वती ट्रेक
पिन पार्वती ट्रेक (Pin Parvati Trek) हिमालय के सबसे खतरनाक ट्रेक में से एक है. पिन पार्वती ट्रेक हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में है. पिन पार्वती पास (Pin Parvati Pass) समुद्र तल से 5,319 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. 

पार्वती वैली पिन और कुल्लू को जोड़ती है. पिन पार्वती ट्रेक लगभग 110 किमी. लंबा है. इस ट्रेक को पूरा करने में लगभग 11-12 दिन का समय लगता है. इस ट्रेक में आपको हिमालय के बेहद खूबसूरत और सुरमयी नजारे देखने को मिलेंगे.

कब करें?
पिन पार्वती ट्रेक को करने का सबसे अच्छा समय जुलाई से सितंबर तक होता है. मानसून में ये ट्रेक बेहद खूबसूरत हो जाता है.

कैसे पहुंचे?
पिन पार्वती ट्रेक को करने के लिए सबसे पहले कसोल पहुंचना होगा. ये ट्रेक कसोल के बर्सेनी से शुरू होता है.

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3. नंदा देवी बेस कैंप 
नंदा देवी बेस कैंप (Nanda Devi Base Camp Uttarakhand) हिमालय का एक और शानदार ट्रेक है. ट्रेक करने वालों के लिए नंदा देवी बेस कैंप किसी स्वर्ग से कम नहीं है. नंदा देवी बेस कैंप उत्तराखंड में है. 

नंदा देवी बेस कैंप समुद्र तल से 4,200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. हरे-भरे जंगलों और बुग्यालों से गुजरने वाला ये ट्रेक सुंदर के साथ बेहद कठिन भी है. यहां से आपको नंदा देवी की खूबसूरत चोटी देखने को मिलेगी.

कब जाएं?
नंदा देवी बेस कैंप ट्रेक पर जाने के लिए सबसे अच्छा समय गर्मियों का माना जाता है. अप्रैल से जुलाई तक का टाइम इस ट्रेक को करने के लिए बेस्ट है.

कैसे जाएं?
नंदा देवी बेस कैंप ट्रेक उत्तराखंड के मुनस्यारी से शुरू होता है. मुन्सयारी उत्तराखंड के कुमाऊं इलाके में है. नंदा देवी बेस कैंप ट्रेक लगभग 110 किमी. लंबा है. इस ट्रेक को पूरा करने में 10-12 दिन का समय तो आराम से लगता है.

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4. गोएचला ट्रेक
सिक्किम इंडिया की सबसे बेहतरीन राज्यों में से एक है. सिक्किम कुदरत की सुंदरता का एक अलग ही जहां है. सिक्किम में ही गोएचला ट्रेक (Goechala Trek Sikkim) है जो भारत के सबसे कठिन ट्रेक में से एक है. 

गोएचला ट्रेक समुद्र तल से लगभग 4,950 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. इस ट्रेक को पूरा करने में 10-11 दिन का वक्त लगता है. यकीन मानिए इस ट्रेक से आपको हिमालय के ना भूलने वाले दृश्य देखने को मिलेंगे.

कब जाएं?
गोएचला ट्रेक हिमालय के उन ट्रेक में से एक हैं जिनको सिर्फ गर्मियों में किया जा सकता है. गोएचला ट्रेक करने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से जुलाई का होता है.

कैसे पहुंचें?
गोएचला ट्रेक सिक्किम के युक्सोम (Yuksom Sikkim) से शुरू होता है. सिक्किम की राजधानी गंगटोक से युक्सोम लगभग 120 किमी. दूर है. गंगटोक से युक्सोम (Gangtok to Sikkim) के लिए कैब और शेयरिंग टैक्सी मिल जाएगी.

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5. स्टोक कांगड़ी ट्रेक
स्टोक कांगड़ी ट्रेक (Stok Kangri Trek) को हिमालय का सबसे डेंजरस ट्रेक माना जाता है. स्टोक कांगड़ी ट्रेक लद्दाख के हेमिस नेशनल पार्क (Hemis National Park Ladakh) में है. स्टोक कांगड़ी समुद्र तल से 6,153 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. 

स्टोक कांगड़ी हिमालय के सबसे ऊंचे ट्रेक में से एक है. इस ट्रेक में मौसम कभी बदल जाता है. यहां से आपको जांस्कर और इंडस वैली के बेहद सुंदर नजारे दिखाई देंगे. यहां आपको लद्दाख का एक अलग ही रूप देखने को मिलेगा.

कब जाएं?
लद्दाख के स्टोक कांगड़ी ट्रेक को करने का सबसे अच्छा समय जून से सितंबर का माना जाता है. उस दौरान आपको इस ट्रेक को करने में काफी मदद मिलेगी.

कैसे पहुंचें?
स्टोक कांगड़ी ट्रेक लगभग 50 किमी. लंबा है. स्टोक कांगड़ी ट्रेक का बेस प्वाइंट लेह है. लेह पहुंचने के लिए सबसे आसान तरीका फ्लाइट है. 

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6. कंचनजंगा बेस कैंप
यदि आप एडवेंचर करना पसंद है तो कभी कंचनजंगा बेस कैंप ट्रेक (Kanchenjunga Base Camp Trek) करने का प्लान बनाना चाहिए. कंचनजंगा बेस कैंप हिमालय का एक और कठिन ट्रेक है. 

कंचनजंगा बेस कैंप समुद्र तल से 5,100 मीटर की ऊंचाई पर है. इस ट्रेक में आपको सिक्किम के घने जंगलों से होकर गुजरना पड़ेगा. कंचनजंगा बेस कैंप ट्रेक लगभग 220 किमी. लंबा है. 

कब जाएं?
कंचनजंगा बेस कैंप ट्रेक को करने का सबसे सही समय गर्मियों का है. आप इस ट्रेक को मई-जुलाई में कर सकते हैं.

कैसे जाएं?
कंचनजंगा बेस कैंप ट्रेक करने के लिए आपको सिक्किम के बेहद अंदरुनी इलाकों में पहुंचना होगा. कंचनजुंगा बेस कैंप ट्रेक तापलेजंग से शुरू होता है. ये ट्रेक तापलेजंग में ही पूरा होता है.