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September Festivals: सितंबर में इन फेमस फेस्टिवल को मनाने के लिए खूबसूरत जगहों पर जाने का करें प्लान, जानिए कहां जाएं

ऋषभ देव
  • नई दिल्ली,
  • 31 अगस्त 2024,
  • Updated 10:00 PM IST
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Semptember Festivals: भारत त्योहारों की धरती है. भारत में शायद ही ऐसा कोई दिन हो जब कोई त्योहार ना हो. देश में हर रोज कोई न कोई फेस्टिवल मनाया जाता है. सितंबर का महीना बेहद जरूरी होता है.

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सितंबर में रंगों और खूबसूरती से भरे कई सारे फेस्टिवल हैं. इन फेस्टिवल में भारत की अलग-अलग कल्चर और रीति-रिवाज जानने का मौका मिलता है. इसके अलावा वहां के रंग, डांस और लजीज फूड चखने का मौका मिलेगा. इन फेस्टिवल के जरिए सैलानी सितंबर में भारत की कई सारी जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं. 

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1. गणेश चतुर्थी
गणेश चतुर्थी भारत के सबसे फेमस फेस्टिवल में से एक है. गणेश चतुर्थी पर्व को विनायक चाविथि के नाम से भी जाना जाता है. गणेश उत्सव 10 दिनों तक चलने वाला त्योहार है.  इस बार गणेश चतुर्थी 7 सितंबर को पड़ रही है.

गणेश चतुर्थी को अगर भव्य तरीके से देखना हो तो मुंबई चले जाइए. मुंबई में गणेश चतुर्थी की धूम कुछ अलग ही होती है. पूरा शहर रूक सा जाता है. हर गली और सड़क पर गणेश जी की भव्य मूर्तियां देखने को मिलती हैं. लोग जमकर नाचते हैं और एक-दूसरे के साथ खुशियां बांटते हैं.

कब: 07 सितंबर

कैसे पहुंचें?
मुंबई जाने के लिए फ्लाइट, ट्रेन और बस ले सकते हैं. मुंबई में इंटरनेशनल एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन हैं.

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2. ओणम
ओणम केरल का एक बेहद अहम फेस्टिवल है. ओणम त्योहार लगभग 10 दिन चलता है. मलयालम में ओणम को थिरुवोणम कहते हैं. ओणम को खेतों में फसल की अच्छी उपज के लिए मनाया जाता है.

ओणम त्योहार भगवान विष्णु के वामन अवतार को समर्पित है. ओणम में 10 दिन तक अलग-अलग दिन त्योहार को मान्यताओं के हिसाब से मनाया जाता है. लोग अपने घरों को फूलों से सजाते हैं. 

इस दौरान कई कल्चरल प्रोग्राम होते हैं. केरल की सुंदरता और संस्कृति को देखने के लिए ओणम के दौरान केरल जाना चाहिए

कब: 6-15 सितंबर 2024

कैसे पहुंचें?
ओणम के लिए केरल जाने के लिए फ्लाइट और ट्रेन से जा सकते हैं. सबसे निकटतम एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन कोच्चि में हैं.

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3. लद्दाख फेस्टिवल
लद्दाख भारत की सबसे सुंदर जगहों में से एक है. लद्दाख में हर साल 7 दिन का फेस्टिवल मनाया जाता है. टूरिज्म को बढ़ाने के लिए लेह शहर में लद्दाख फेस्टिवल आयोजित होता है.

सात दिन के लद्दाख फेस्टिवल में लोकल बड़ी संख्या में शामिल होते हैं. यहां पर हर रोज कुछ न कुछ अलग होता रहता है. लेह मार्केट में शाम को स्थानीय लोग लोकल फूड की शॉप लगाते हैं. लद्दाख फेस्टिवल को देखने के लिए बड़ी संख्या में सैलानी भी पहुंचते हैं.

कब: 1-7 सितंबर 2024

कैसे पहुंचें?
लद्दाख जाने के लिए सबसे आसान तरीका फ्लाइट का है. लेह में कुशोक बकुला रिम्पोचे एयरपोर्ट है. 
 

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4. जीरो फेस्टिवल
सितंबर के सबसे फेमस फेस्टिवल में म्यूजिक का जीरो फेस्टिवल है. जीरो फेस्टिवल हर साल अरूणाचाल प्रदेश की जीरो वैली में चार दिन तक मनाया जाता है. बड़ी संख्या में लोग जीरो फेस्टिवल के लिए जाते हैं.

पहाड़ों के बीच मनाए जाने वाले जीरो फेस्टिवल में सिर्फ म्यूजिक नहीं होता है. म्यूजिक के अलावा इस फेस्टिवल में लोकल लोगों से मिलने का मौका मिलता है. इसके अलावा यहां के स्थानीय खाने का स्वाद भी ले पाएंगे. साथ में हाथ से बनी चीजें भी खरीद सकते हैं.

कब: 26-29 सितंबर 2024

कैसे पहुंचें?
अरूणाचाल की जीरो वैली के सबसे नजदीक एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन ईटानगर है. ईटानगर से जीरो लगभग 100 किमी. दूर है.

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5. नीलमपेरूर पदयानी
नीलमपेरूर पदयानी केरल का एक पारंपरिक फेस्टिवल है. नीलमपेरूर पदयानी फेस्टिवल केरल के अलपुझा जिले के नीलमपेरूर पल्ली भगवती मंदिर में मनाया जााता है.

नीलमपेरूर पदयानी में देवी-देवताओं के पुतलों को बेहद सुंदर ढंग से सजाया जाता है. इसके बाद रात में सभी का एक शानदार जुलूस निकाला है. लोग गाने-बाजे के साथ इस जूलूस को निकालते हैं. यदि आप सितंबर में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो केरल के नीलमपेरूर पदयानी पर्व को देखने जा सकते हैं.

कब: 29-30 सितंबर, 2024

कैसे पहुंचें?
केरल के अलपुझा जाने के लिए सबसे नजदीक में कोच्चि एयरपोर्ट है. कोच्चि से अलपुझा लगभग 60 किमी. दूर हैं. वहीं सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन अलपुझा में ही हैं.