Kashmir Travel Places: कभी है गुल कभी शमशीर-सा है, वो गोया वादी-ए कश्मीर सा है. कश्मीर(Kashmir) की सुंदरता पर ये लाइनें बिल्कुल फिट बैठती हैं. कश्मीर धरती की सबसे खूबसूरत जगह है. कश्मीर को धरती पर स्वर्ग की उपमा दी गई है. जब कश्मीर के अंदरूनी इलाकों में जाएंगे तो आपको स्वर्ग जैसी-सुंदरता देखनी को मिलेगी. कश्मीर(Kashmir Travel Places) की ऐसी ही बेहद खूबसूरत जगह है, गुरेज वैली.
गुरेज वैली(Gurez Valley Kashmir) कश्मीर की सबसे ऑफबीट जगहों में से एक है. इस जगह के बारे में कम लोगों को पता है. गुरेज वैली समुद्र तल से 2,4000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. गुरेज इंडिया-पाकिस्तान(India Pakistan Border) के बार्डर पर बसी एक छोटी-सी जगह है.
दोनों देशों के बीच से एक नदी बहती है जिसे किशनगंगा नाम से जाना जाता है. नदी के इस पार से आपको पाकिस्तान और पाकिस्तान के लोग देखने को मिल जाएंगे. गुरेज वैली कभी सिल्क रूट की एक बेहद अहम जगह हुआ करती थी. गुरेज घाटी की सुंदरता देखकर आप हैरान रह जाएंगे.
परमिट
गुरेज वैली इंडो-पाकिस्तान बॉर्डर पर होने के वजह से काफी संवेदनशील इलाका है. भारत की आजादी के बाद 60 साल तक बाहरी लोगों का इस जगह पर जाना मना था. साल 2007 में सरकार ने गुरेज वैली को सैलानियों के लिए खोल दिया.
गुरेज वैली(Gurez Valley Permit) जाने के लिए आपको परमिट बनवाना पड़ेगा. ये परमिट दवार पुलिस स्टेशन में बन जाएगा. इसके लिए आपके पास आधार कार्ड होना चाहिए. विदेशी सैलानियों को परमिट श्रीनगर से मिलेगा. अगर आपके पास परमिट नहीं होगा तो गुरेज वैली में घुसने नहीं दिया जाएगा.
1. तुलैल
तुलैल गुरेज घाटी की सबसे सुंदर जगहों में से एक है. तुलैल में एक गांव है चकवाली. चकवाली गांव भारत का आखिरी गांव है. यही वो जगह है जहां से पाकिस्तान दिखाई देता है. यहां से आपको पाकिस्तान के सुंदर पहाड़ दिखाई देंगे. अगर आप गुरैज वैली जाते हैं तो एकदम छोर पर जाएं और पाकिस्तान को देखें.
2. हब्बा खातून
गुरेज वैली में चारों तरफ ऊंचे-ऊंचे पहाड़ हैं. आसमान को छूते इन पहाड़ों में हब्बा खातून पीक भी है. इस चोटी का नाम कश्मीर के फेमस कवि के नाम पर है. हब्बा खातू चोटी समुद्र तल से 4,380 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यहां तक पहुंचने के लिए बेहद कठिन ट्रेक करना पड़ता है. हब्बा खातून पीक से गुरेज वैली का बेहतरीन नजारा दिखाई देता है.
3. दवार
दवार गुरेज वैली का सबसे बड़ा कस्बा है. दवार को गुरेज घाटी का दिल भी कहा जाता है. दवार में आपको गुरेज वैली का कल्चर अच्छे से समझ आएगा. इसके अलावा दवार में दवार किला भी है. इस पुराने किले को देखना ना भूलें. दवार से किशनगंगा नदी गुजरती है. नदी का सुंदर नजारा आपका मन मोह लेगा.
4. किशनगंगा
जब आप गुरेज वैली में जाएंगे तो आपको बार-बार एक नदी मिलेगी, किशनगंगा. ये खूबसूरत नदी भारत से होते हुए पाकिस्तान जाती है. पाकिस्तान में इस नदी का नाम नीलम नदी हो जाता है.
किशनगंगा नदी में आर रिवर राफ्टिंग भी कर सकते हैं. इसके अलावा नदी के पास में कैंपिंग भी कर सकते हैं. इस साफ नदी के किनारे बैठकर गुरेज वैली को देखने का सुकून अलग ही है.
5. गुरेज वैली के आसपास
गुरेज घाटी के आसपास कई खूबसूरत जगहें हैं जिनको आप देखना पसंद करेंगे. गुरेज वैली जाएं तो राजदान पास, वुलर लेक, लोलाब घाटी और हरमुख जैसी जगहों पर जाना ना भूलें. ये जगह आपको कश्मीर की असली खूबसूरती को दिखाएंगी.
कब जाएं?
गुरेज वैली कश्मीर की उन जगहों में आती है जहां सर्दियों में भयंकर बर्फ गिरती है. सर्दियों में गुरेज जाने का रास्ता बंद हो जाता है. गुरेज घाटी को घूमने का सबसे बढ़िया समय अप्रैल से अक्तूबर का माना जाता है. इस दौरान मौसम अच्छा रहता है तो घूमना भी आसान हो जाता है.
कैसे पहुंचें?
फ्लाइट से: सबसे निकटतम एयरपोर्ट श्रीनगर में है. गुरेज वैली श्रीलनगर से लगभग 140 किमी. है. श्रीनगर से गुरेज के लिए कोई डायरेक्ट गाड़ी नहीं चलती है.
श्रीनगर से गुरेज पहुंचने का सबसे आसान तरीका सबसे महंगा है. श्रीनगर में कैब बुक करके गुरेज पहुंच जाइए. इसके अलावा शेयरिंग टैक्सी से अलग-अलग जगहों से होते हुए गुरेज पहुंच सकते हैं.
हेलीकॉप्टर से: कश्मीर टूरिस्ट डिपार्टमेंट ने साल 2017 में सैलानियों के लिए हेलीकॉप्टर सर्विस शुरू की है. सैलानी श्रीनगर और बांदीपोर से हेलीकॉप्टर से कुछ मिनटों में गुरेज वैली पहुंच सकते हैं.
वाया रोड: गुरेज वैली सड़क मार्ग से अच्छी तरह से कनेक्टेड है. आप श्रीनगर से कैब और शेयरिंग टैक्सी से गुरेज वैली जा साकते हैं. अगर आप खुद की गाड़ी से आते हैं तो आपकी कश्मीर ट्रिप बेहद शानदार हो जाएगी. इसके अलावा श्रीनगर से बाइक रेंट पर लेकर भी गुरेज जा सकते हैं.