ट्रैवल

Kumaon Travel Itinerary: Munsiyari से लेकर Almora तक, सुंदर नज़ारों के लिए फ़ेमस है Uttarakhand की ये रीजन, ये है कुमाऊं को घूमने का परफ़ेक्ट प्लान

ऋषभ देव
  • नई दिल्ली,
  • 11 दिसंबर 2024,
  • Updated 9:54 PM IST
1/10

उत्तराखंड को देवभूमि इसलिए कहा जाता है क्योंकि यहां काफी धार्मिक स्थल हैं. बड़ी संख्या में श्रद्धालु उत्तराखंड की इन जगहों पर जाते हैं. उत्तराखंड दो बड़े रीजन में बंटा हुआ है. गढ़वाल और कुमाऊं. इलके अलावा एक छोटा-सा हिस्सा जौनसार भी है.

2/10

गढ़वाल अपनी धार्मिक स्थलों के लिए जाना जाता है. वहीं कुमाऊं में घूमने के लिए बहुत कुछ है. नैनीताल (Nainital) और रानीखेत (Ranikhet) के अलावा कुमाऊं में कई शानदार जगहें हैं. ज्यादातर लोग उत्तराखंड में गढ़वाल रीजन में घूमने जाते हैं. 

कुमाऊं (Kumaon Travel) को अच्छे-से कम ही लोग घूम पाते है. कुमाऊं को कुछ दिनों में शानदार तरीके से एक्सप्लोर किया जा सकता है. कुमाऊं को घूमने का परफेक्ट प्लान कैसा होना चाहिए?
 

3/10

ट्रिप रूट
कुमाऊं को घूमने के वैसे को कई सारे रूट हैं. दिल्ली से पिथौरागढ़ होते हुए भी कुमाऊं को एक्सप्लोर किया जा सकता है. इसके अलावा पंगोट होते हुए कुमाऊं को एक्सप्लोर करने का शानदार रूट है. इस रूट में कुमाऊं की कई शानदार जगहें देखने को मिलेंगी. इसमें नैनीतील, अल्मोड़ा और मुन्सयारी जैसी शानदार जगहें हैं.

दिल्ली - पंगोट - अल्मोड़ा - बिनसर - मुनस्यारी - चौकोरी - कौसानी - मुक्तेश्वर - रानीखेत - नैनीताल- दिल्ली
 

4/10

कुमाऊं यात्रा शुरू
पंगोट (Pangot Uttarakhand) उत्तराखंड की एक शानदार जगह है. इसी जगह से कुमाऊं की यात्रा को शुरू कर सकते हैं. अगर आप नैनीताल की भीड़ भाड़ से बचना चाहते हैं तो ये जगह एकदम सही है. नैनीताल से पंगोट सिर्फ 15 किमी. दूर है. पंगोट 600 से ज्यादा पक्षियों का घर है.

क्या देखें?
पंगोट (Pangot Travel) में घूमने के लिए कई शानदार जगहें हैं. टिफिन टॉप पंगोट की सबसे ऊंची जगहों में से एक है. यहां से पंगोट का शानदार नजारा दिखाई देता है. इसके अलावा अरबिंदो आश्रम जैसी जगहें भी देख सकते हैं.

5/10

बाल मिठाई जैसा अल्मोड़ा 
अगले दिन नाश्ता करके अल्मोड़ा (Almora Travel) के लिए निकल पड़िए. अल्मोड़ा कुमाऊं का एक बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है. पंगोट से अल्मोड़ा लगभग 80 किमी. दूर है. अल्मोड़ा समुद्र तल से 1,604 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.

क्या देखें?
अल्मोड़ा में कसार देवी मंदिर देखने वाली अच्छी जगहों में से एक है. यहां से अल्मोड़ा का सुंदर नजारा देखने को मिलता है. इसके अलावा जागेश्वर मंदिर और बिनेश्वर मंदिर को जरूर देखें. साथ ही अल्मोड़ा की फेमस बाल मिठाई का स्वाद जरूर लें.

6/10

अद्भुत बिनसर
अल्मोड़ा से लगभग 40 किमी. दूर कुमाऊं (Binsar Travel) की एक और शानदार जगह है. अगले दिन बिनसर को घूमने का प्लान बनाइए. बिनसर को झंडी धार के नाम से जाना जाता है. बर्फ से ढंके पहाड़ और हरियाली के लिए फेमस बिनसर समुद्र तल से 2,412 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.

क्या करें?
बिनसर की सबसे फेमस जगह बिनसर वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी है. इसके अलावा बिनसर के जीरो प्वाइंट पर भी जा सकते हैं. यहां से हिमालय की कई सुंदर चोटियां देखने को मिलती हैं. इसके अलावा चिताई मंदिर के भी दर्शन कर सकते हैं.

7/10

छोटा कश्मीर
कुमाऊं की ये जगह पिथौरागढ़ जिले में आती है. बिनसर से अगले दिन मुनस्यारी (Munsiyari Travel) पहुंच जाइए. मुनस्यारी अपनी पंचाचूली पीक के लिए जाना जाता है. मुनस्यारी समुद्र तल से 2,298 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. कुमाऊं की इस जगह को छोटा कश्मीर के नाम से भी जाना जाता है.

क्या करें?
मुनस्यारी में नंदा देवी मंदिर है जिसे देखा जाना चाहिए. इसके अलावा मुनस्यारी से कई फेमस ट्रेक शुरू होते हैं. इसमें मिलाम और रलाम ग्लेशियर भी शामिल है. पास में ही बिरथी फॉल्स है जिसे देख सकते हैं.

8/10

कौसानी
कौसानी (Kausani) उत्तराखंड की एक और खूबसूरत जगह है. कौसानी समुद्र तल से 1,890 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. कौसानी अपने चाय के बागानों के लिए जाना जाता है. इस जगह पर चारों तरफ चाय के बागान देखने को मिलेंगे. कौसानी से भी पंचाचूली पीक देखने को मिलती है.

क्या देखें?
कौसानी में चाय के बागान तो हैं ही. इसके अलावा आसपास कई सारे गुफाएं हैं. कौसानी में पिन्नाथ मंदिर भी है. यहां तक पहुंचने के लिए ट्रेक करना पड़ता है. कौसानी के पास में रूद्रधारी वाटरफॉल भी है जो वाकई में देखने लायक है.

9/10

रानीखेत
मसूरी की तरह रानीखेत (Ranikhet Travel) को भी पहाड़ों की रानी कहा जाता है. हरे-भरे जंगलों से घिरा रानीखेत समुद्र तल से 1,869 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. पहाड़ों से प्यार करने वाले लोगों को रानीखेत जरूर पसंद आएगा. इस जगह पर देखने के लिए काफी कुछ है.

कहां घूमें?
रानीखेत में कुमाऊं रेजिमेंटल म्यूजियम देखने वाली जगह है. इसमें सेना से जुड़ी कई चीजें देखने को मिलेगी. इसके अलावा रानीखेत में चौबटिया गार्डन, गोल्फ गार्डन और झूला देवी मंदिर जा सकते हैं. रात में ठहरने के लिए रानीखेत अच्छी जगह है.

वापसी
अगले दिन रानीखेत से दिल्ली की तरफ चल पड़िए. रास्ते में कैंची धाम भी पड़ेगा. अगर चाहें तो नैनीताल चले जाएं. काठगोदाम और हल्द्वानी होते हुए दिल्ली पहुंच जाएंगे.

10/10

कब जाएं कुमाऊं?
कुमाऊं को एक्सप्लोर करने का सबसे अच्छा समय अक्तूबर से जनवरी का माना जाता है. इस दौरान मुनस्यारी जैसी जगह पर स्नोफॉल भी देखने को मिल सकती है. इसके अलावा अप्रैल से जून का समय भी मुनस्यारी घूमने के लिए शानदार माना जाता है.