लाल किला, दिल्ली
हर साल स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए बड़ी संख्या में लोग लाल किले पर पहुंचते हैं. 15 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा फहराते हैं और देशवासियों को संबोधित करते हैं. यह दृश्य अपने आप में ऐतिहासिक और देशभक्ति से भरपूर है. आप एक बार लाल किले पर झंडा फहराकर स्वतंत्रता दिवस मनाने जरूर जाएं. स्वतंत्रता दिवस समारोह के बाद आप लाल किले के आसपास के पुराने बाजार से शॉपिंग कर सकते हैं और स्ट्रीट फूड एन्जॉय कर सकते हैं. अगर आप दिल्ली-NCR में रहते हैं या बाहर से ट्रैवल कर रहे हैं तो बस सर्विस के अलावा मेट्रो रूट से लाल किले तक आसानी से पहुंचा जा सकता है. हालांकि, स्वतंत्रता दिवस के सेलिब्रेशन के लिए आपको सुबह जल्दी लाल किला पहुंचना होगा.
(Photo: Unsplash)
वाघा बॉर्डर, अमृतसर
देशभक्ति की भावना से लबरेज होना है तो आपको पंजाब के वाघा बॉर्डर जरूर जाना चाहिए. वैसे तो हर शाम देश के जवान यहां जश्न मनाते हैं, जिससे देश के लोग देशभक्ति की भावना से सराबोर हो जाते हैं, लेकिन 15 अगस्त को यहां का माहौल बिल्कुल अलग होता है. यहां कई कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं. जो शहीदों के बलिदान को याद दिलाने के लिए काफी है. वाघा बॉर्डर देखने के साथ-साथ आप यहां के विश्व प्रसिद्ध गुरुद्वारे स्वर्ण मंदिर में माथा टेक सकते हैं और यहां की लोकल ईटरीज में पंजाबी डिशेज का लुत्फ उठा सकते हैं. आप फ्लाइट, ट्रेन या बस के रूट से अमृतसर पहुंच सकते हैं. यहां सबसे निकटतम एयरपोर्ट श्री गुरु राम दास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है. यहां अमृतसर जंक्शन रेलवे स्टेशन है.
(Photo: Wikipedia)
जलियांवाला बाग, अमृतसर
अमृतसर में आप स्वर्ण मंदिर और वाघा बॉर्डर के साथ-साथ जलियांवाला बाग भी जा सकते हैं. यहां की दीवारें आपको भारत के स्वतंत्रता संग्राम की याद दिलाएंगी. दीवारों पर गोलियों के निशान आज भी आपको 1919 में बैसाखी के दिन निर्दोष लोगों के नरसंहार की याद दिलाते हैं. यह जगह गवाह है कि कैसे मासूम लोगों ने अपनी जान देकर आजादी की लड़ाई को आगे बढ़ाया था. अमृतसर शहर आजादी के संग्राम के मुख्य गढ़ों में एक रहा. यहां पर पार्टीशन म्यूजियम भी है जो आपको स्वतंत्रता के साथ मिली त्रासदी की झलक देता है. यहां पहुंचकर आपको अहसास होगा कि आज जिस आजाद हवा में आप सांस ले रहे हैं उसके लिए कितने लोगों ने अपनी कुर्बानी दी है.
(Photo: Wikipedia)
अगस्त क्रांति मैदान, मुंबई
मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान में स्वतंत्रता दिवस बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. यहीं से महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन का बिगुल फूंका था. आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ इस मैदान पर जा सकते हैं। 15 अगस्त को यहां अद्भुत माहौल होता है. इस मैदान का मूल नाम गोवालिया टैंक मैदान था. आजादी के बाद से अगस्त क्रांति मैदान का उपयोग मनोरंजन मैदान के रूप में किया जाता रहा है. हालांकि, 1972 में, मैदान को 6 छोटे खंडों में विभाजित किया गया था, जिसमें बच्चों के खेलने का क्षेत्र, वरिष्ठ नागरिकों के लिए बैठने का क्षेत्र और गांधी स्मारक स्तंभ वाला एक खंड शामिल था, जिसे 1970 में बनाया गया था. आप मुंबई में ट्रेन और बस रूट से अगस्त क्रांति मैदान पहुंच सकते हैं.
(Photo: Wikipedia)
इंडिया गेट, दिल्ली
स्वतंत्रता दिवस पर आप दिल्ली के इंडिया गेट भी जा सकते हैं. यूं तो पूरे साल यहां एक शानदार नजारा रहता है, लेकिन 15 अगस्त के दिन पूरे इंडिया गेट को लेजर लाइट्स की मदद से तिरंगे के रंग में रंग दिया जाता है. इंडिया गेट पर देशभक्ति का माहौल रहता है. वैसे तो इंडिया गेट की आधारशिला 1921 में ब्रिटिश राज में रखी गई थी और इसे एडविन लुटियंस ने डिजाइन किया था. यह स्मारक 10 साल बाद तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन ने राष्ट्र को समर्पित किया था. एक और स्मारक, अमर जवान ज्योति, भारत को आजादी मिलने के बाद बहुत बाद में जोड़ा गया. दिसंबर 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैनिकों की याद दिलाने के लिए मेहराब के नीचे दिन-रात अखंड ज्योति जलती रहती है. इंडिया गेट पहुंचने के लिए आप मेट्रो ले सकते हैं. यहां निकटतम मेट्रो स्टेशन प्रगति मैदान है. आप बस रूट भी चेक कर सकते हैं.
(Photo: Wikipedia)