भारत से जापान जाना अब आसान होने वाला है. इसे लेकर भारत की एयरलाइन एयर इंडिया और जापान के सबसे बड़े कैरियर ऑल निप्पॉन एयरवेज (ANA) ने दोनों देशों के बीच यात्रा को सुव्यवस्थित करने के लिए एक साझेदारी की है. कोडशेयर समझौते के रूप में जाना जाने वाली ये पार्टनरशिप में यात्रियों को कई सारे फ्लाइट ऑप्शन मिल सकेंगे. साथ ही यात्रा का अनुभव भी बेहतर हो पाएगा.
कोडशेयर के साथ यात्रा को आसान बनाया जाएगा
23 मई, 2024 से प्रभावी, एयर इंडिया या एएनए से उड़ान भरने वाले यात्री अब एक ही टिकट के साथ अपनी पूरी यात्रा बुक कर सकते हैं. इसका मतलब यह है कि यात्री एक से ज्यादा बुकिंग या ट्रांसफर की परेशानी के बिना अपनी पसंद की जगह तक पहुंचने के लिए एयर इंडिया और एएनए उड़ानों के बीच कनेक्ट कर सकते हैं. दोनों एयरलाइनों की फ्लाइटों को एक ही टिकट में कवर किया जा सकेगा. इससे अलग-अलग बुकिंग की आवश्यकता खत्म हो जाएगी और यात्री मूल जगह से अपनी डेस्टीनेशन तक बिना किसी परेशानी के जा सकेंगे.
दोनों एयरलाइनों की फ्लाइट को मिलाकर, यात्री को यात्रा के दौरान कम परेशानी होगी. इसके अलावा, कोडशेयर फ्लाइट के यात्रियों को लाउंज सुविधाओं और प्रायोरिटी बोर्डिंग जैसी विशेष सुविधाओं का फायदा भी मिलेगा, इससे भी उनकी यात्रा और आसान होगी.
मजबूत कनेक्टिविटी की ओर एक कदम
एयर इंडिया के चीफ कमर्शियल एंड ट्रांसफॉर्मेशन ऑफिसर निपुण अग्रवाल ने भारत और जापान के बीच मजबूत संबंधों को बढ़ावा देने में इस कोडशेयर समझौते के महत्व के बारे में बताया. एयर इंडिया ने टोक्यो हनेडा और दिल्ली के साथ-साथ टोक्यो नारिता और मुंबई के बीच एएनए उड़ानों में अपना 'एआई' कोड को जोड़ा है. ANA द्वारा टोक्यो नारिता और दिल्ली के बीच एयर इंडिया की फ्लाइट में अपना 'एनएच' कोड जोड़ने से दोनों एयरलाइंस तैयार हैं. हालांकि, भविष्य में इसके और रूट को इसमें शामिल किया जाएगा.
बुकिंग होगी आसान
कोडशेयर फ्लाइट की बुकिंग को आसान बना दिया गया है. यात्रियों के पास दोनों एयरलाइंस की आधिकारिक वेबसाइटों, रिजर्वेशन सिस्टम और अलग-अलग ट्रैवल एजेंसियों के माध्यम से अपनी फ्लाइट को बुक करने का विकल्प है. इससे लोगों का समय भी बच सकेगा.
दोनों देशों की हवाई कनेक्टिविटी होगी मजबूत
ऑल निप्पॉन एयरवेज एयर इंडिया के साथ इस पार्टनरशिप को लेकर काफी आशावादी हैं. इससे जापान और भारत के बीच हवाई कनेक्टिविटी को मजबूत किया जा सकेगा. यात्रा के अलावा, सहयोग दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को भी मजबूत किया जा सकेगा.