प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को 69वां रेल डिवीजन की सौगात दी है. 6 जनवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पीएम ने जम्मू के नए रेलवे डिवीजन और तेलंगाना में चरलापल्ली न्यू टर्मिनल स्टेशन का उद्घाटन किया. इसके साथ ही उत्तर रेलवे को छठा डिवीजन जम्मू रेल डिवीजन के रूप में मिल गया है. इस नए रेल डिवीजन से जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था के मजबूत होने के साथ-साथ रोजगार के भी बड़े अवसर मिलने की उम्मीद है. यही नहीं, जल्द ही अब कश्मीर में भी रेल सेवा यानी ट्रेनों का संचालन देखने को मिलेगा.
रोजगार के अवसर पैदा होंगे
जिन परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है, उनमें जम्मू रेलवे डिवीजन की सौगात बेहद खास है. लंबे समय से लोगों को इस परियोजना के शुरू होने का इंतजार था. इससे ना सिर्फ देश के दूसरे हिस्सों से जम्मू-कश्मीर का संपर्क सुधरेगा, बल्कि बुनियादी ढांचे का विकास, पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे. 742.1 किलोमीटर लंबे पठानकोट, जम्मू, उधमपुर, श्रीनगर, बारामूला, भोगपुर, सिरवाल और बटाला-पठानकोट और पठानकोट से जोगिन्दर नगर ब्लॉक को फायदा मिलेगा. अभी देश में रेलवे के कुल 17 जोन और 68 डिवीजन हैं.
कश्मीर घाटी में भी ट्रेन दौड़ती नजर आएगी
उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक यानी USBRL परियोजना की अंतिम कड़ी कटडा-रियासी रेल खंड बनकर तैयार है, जिसके बाद अब जल्द ही कश्मीर देश के बाकी हिस्सों से रेल नेटवर्क के जरिए जुड़ जाएगा. रेलवे प्रबंधन के मुताबिक कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से रेल के जरिए जोड़ना अब तक का सबसे चुनौतीपूर्ण प्रोजेक्ट रहा है. खासकर पहाड़ी क्षेत्रों में रेल की पटरी बिछाना बेहद ही मुश्किल था लेकिन इसे भी पूरा कर लिया गया है और अब जल्द ही कश्मीर घाटी में भी ट्रेन दौड़ती नजर आएगी.