अगर आपको धार्मिक और ऐतिहासिक जगहें घूमने का शौक है तो सारनाथ एक बेहतरीन टूरिस्ट प्लेस हो सकता है. यहां भगवान गौतम बुद्ध ने धर्म के बारे में पहली शिक्षा दी थी. सारनाथ बौद्ध धर्म का प्रमुख तीर्थस्थल है. देश-विदेश के पर्यटक इस शहर में घूमने जाते हैं. यह टूरिस्ट डेस्टिनेशन धार्मिक जिला वाराणसी में पड़ता है. चलिए आपको बताते हैं कि इस जगह आसानी से कैसे पहुंच सकते हैं और रहने-खाने का कितना खर्च होगा.
सारनाथ कैसे पहुंचे-
अगर आप सारनाथ घूमने जाना चाहते हैं तो सबसे पहले यहां जाने का रूट जानना होगा. सारनाथ जाने के लिए फ्लाइट, ट्रेन या बस ले सकते हैं. सारनाथ के सबसे नजदीक वाराणसी एयरपोर्ट है. सबसे पहले दिल्ली से वाराणसी के लिए फ्लाइट पकड़नी होगी. इसके बाद वाराणसी से सारनाथ के लिए टैक्सी या कैब ले सकते हैं. वाराणसी से सारनाथ की दूरी सिर्फ 10 किलोमीटर है.
दिल्ली से वाराणसी के लिए रोजाना कई ट्रेनें चलती हैं. अगर बंदे भारत ट्रेन से जाते हैं तो सिर्फ 8 घंटे में वाराणसी पहुंच जाएंगे. इसके अलावा भी डिब्रूगढ़ राजधानी, काशी विश्वनाथ, श्रमजीवी एक्सप्रेस, दानापुर जनशताब्दी एक्सप्रेस, सदभावना एक्सप्रेस, शिव गंगा एक्सप्रेस, स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस जैसी दर्जनों ट्रेनें चलती हैं. लिच्छवी एक्सप्रेस से दिल्ली से सीधे सारनाथ जा सकते हैं. अगर बस से दिल्ली से वाराणसी जाना चाहते हैं तो दर्जनों बसें रोजाना इस रूट पर चलती हैं. इसमें एसी स्लीपर बसें भी शामिल हैं.
कितना लगता है किराया-
अगर फ्लाइट से दिल्ली से वाराणसी जाना चाहते हैं तो आपको कम से कम 4000 रुपए खर्च करने पड़ेंगे. अगर ट्रेन से दिल्ली से वाराणसी जाते हैं तो आपको जनरल टिकट 400 रुपए का मिलेगा. स्लीपर टिकट कम से कम 450 रुपए और थर्ड एसी के लिए 1180 रुपए देने पड़ेंगे.अगर बंदे भारत से सफर करेंगे तो 1805 रुपए खर्च करने पड़ेंगे.
अगर बस से दिल्ली से वाराणसी जाते हैं तो कम से कम 550 रुपए खर्च करने होंगे. इसके अलावा एसी स्लीपर के लिए 800 रुपए से ज्यादा खर्च करने पड़ेंगे.
रहने और खाने का खर्च-
सारनाथ में कई आश्रम मंदिर हैं, जहां रहने की सुविधा है. यह काफी सस्ता है. इसमें नाश्ता और दोपहर का भोजन भी किराए में शामिल होता है. इसके अलावा शहर में कई होटल भी हैं, जहां आप रह सकते हैं. लेकिन ये काफी महंगे होते हैं. सारनाथ मंदिर के आसपास अच्छे रेस्टोरेंट हैं, जहां उचित दाम पर खाना मिलता है.
सारनाथ में घूमने की जगहें-
सारनाथ बौद्ध सर्किट के 4 प्रमुख स्थलों में से एक है. सम्राट अशोक ने इस शहर में बड़े-बड़े स्मारकों का निर्माण करवाया था. सारनाथ में चौखंडी स्तूप घूमने जा सकते हैं. माना जाता है कि इस जगह पर ही भगवान बुद्ध अपने 5 तपस्वियों से मिले थे. इस स्तूप का निर्माण गुप्त काल में किया गया था. ये अष्टकोणीय मीनार से घिरा हुआ एक टिला है. इसके अलावा आप सारनाथ संग्रहालय भी घूम सकते हैं. इसमें तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व से लेकर 12वीं शताब्दी तक की प्राचीन वस्तुएं देखने को मिल जाएंगी. सारनाथ का थाई मंदिर एक प्रमुख आकर्षण केंद्र है. इसके साथ ही मूलगंध कुटी विहार भी जा सकते हैं. सारनाथ में इसके अलावा भी कई घूमने की जगहें हैं.
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