Sawan Special: महाकाल के साथ कर आएं ओमकारेश्वर के भी दर्शन, जानिए कैसे साथ में कर सकते हैं इन दोनों ज्योतिर्लिंग की ट्रिप

अगर सावन के महीने में करना चाहते हैं शिव ज्योतिर्लिंग के दर्शन तो आज ही प्लान करें उज्जैन के महाकाल के साथ-साथ ओमकारेश्वर मंदिर की ट्रिप. आपको बता दें कि आप इन दोनों ज्योतिर्लिंगों को एक साथ एक ट्रिप में घूमकर आ सकते हैं.

Ujjain and Omkareshwar Trip (Photo: Wikipedia)
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 31 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 2:56 PM IST

मध्य प्रदेश में भगवान शिव के दो ज्योतिर्लिंग- महाकालेश्वर और ओमकारेश्वर स्थित है. महाकालेश्वर उज्जैन में तो वहीं, ओमकारेश्वर खांडवा जिले में स्थित हैं. अगर आप सावन के महीने में भोलबाबा के धामों की ट्रिप करने का प्लान बना रहे हैं तो महाकाल और ओमकारेश्वर के दर्शन करके आ सकते हैं. दिलचस्प बात यह है कि आप इन दोनों ज्योतिर्लिंग की ट्रिप का प्लान साथ में कर सकते हैं. 

उज्जैन और ओमकारेश्वर की ट्रिप आप तीन से चार दिन में पूरी कर सकते हैं. आपको बता दें कि सबसे पहले आपको उज्जैन जाना चाहिए और फिर यहां से आप ओमकारेश्वर जा सकते हैं. सबसे पहले देखें कि आप किस शहर से ट्रेवल कर रहे हैं. इस शहर से आपके लिए उज्जैन जाने के लिए जो परिवहन साधन ज्यादा सुविधाजनक और किफायती हो, वहीं चुनें. 

कैसे पहुंचें महाकालेश्वर 
हवाईजहाज से
महाकालेश्वर मंदिर का निकटतम प्रमुख हवाई अड्डा इंदौर में देवी अहिल्या बाई होल्कर हवाई अड्डा है, जो उज्जैन से लगभग 55 किलोमीटर दूर है. इंदौर हवाई अड्डे पर उतरने के बाद, यात्रियों के पास उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर तक पहुंचने के लिए कई विकल्प हैं:

  • टैक्सी: सबसे सुविधाजनक तरीका हवाई अड्डे से टैक्सी या कैब किराए पर लेना है. यातायात की स्थिति के आधार पर यात्रा में लगभग 1.5 से 2 घंटे लगते हैं. टैक्सी का किराया अलग-अलग हो सकता है. 
  • बस: इंदौर और उज्जैन के बीच राज्य संचालित और निजी बस सेवाएं संचालित होती हैं. उज्जैन पहुंचने के लिए आप हवाई अड्डे या इंदौर बस स्टेशन से बस ले सकते हैं. यात्रा में आमतौर पर लगभग 2 घंटे लगते हैं.

ट्रेन से
उज्जैन अपने रेलवे स्टेशन, उज्जैन जंक्शन (स्टेशन कोड: यूजेएन) के माध्यम से भारत भर के विभिन्न शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है. ट्रेन से महाकालेश्वर मंदिर तक पहुंचने का तरीका यहां बताया गया है:

  • भारतीय रेलवे: उज्जैन जंक्शन इस क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है, और यह दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, जयपुर और अहमदाबाद जैसे प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है. यात्री भारतीय रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट के यात्रा बुकिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से ट्रेनों की उपलब्धता की जांच कर सकते हैं और टिकट बुक कर सकते हैं.
  • उज्जैन रेलवे स्टेशन से महाकालेश्वर मंदिर तक (2 किमी): उज्जैन जंक्शन पर पहुंचने के बाद, मंदिर तक चलकर जा सकते हैं. रेलवे स्टेशन से लगभग 2 किलोमीटर (1.2 मील) दूर स्थित महाकालेश्वर मंदिर तक पहुंचने के लिए यात्री आसानी से ऑटो-रिक्शा, साइकिल-रिक्शा और टैक्सी जैसे स्थानीय परिवहन विकल्प भी होते हैं. 

महाकाल के करें दर्शन 
महाकाल मंदिर दुनिया के टॉप दस तंत्र मंदिरों में भी गिना जाता है और माना जाता है कि भगवान शिव यहां लिंगम के रूप में निवास करते हैं. ऐसा माना जाता है कि यहां दर्शन करने से आपको आपकी परेशानियों से छुटकारा मिलता है, और आपकी इच्छाएं पूरी होती हैं. इस जगह का सबसे अच्छा आकर्षण प्राचीन अनुष्ठान हैं जो यहां के पुजारी करते हैं जैसे भस्म आरती जो सूर्योदय से पहले शुरू होती है. 

महाकाल मंदिर के अलावा आप उज्जैन में कालभैरव मंदिर, हरसिद्धी मंदिर, वेदशाला, संदीपनी आश्रम, चिंतामणि गणेश, त्रिवेणी नवग्रह, और मंगलनाथ मंदिर जैसी जगहें भी घूम सकते हैं. उज्जैन आप एक या दो दिन में घूम सकते हैं और इसके बाद ओमकारेश्वर की तरफ आगे बढ़ सकते हैं. 

कैसे पहुंचें ओमकारेश्वर 
उज्जैन से ओमकारेश्वर पहुंचने का सबसे सुविधाजनक तरीका है कि आप प्राइवेट टैक्सी बुक कर लें. उज्जैन से ओमकारेश्वर की दूरी 140-160 किलोमीटर है. यातायात के आधार पर उज्जैन से ओमकारेश्वर पहुंचने में आमतौर पर 3-4 घंटे लगते हैं. सड़कमार्ग से जाते समय आपको रास्ते में इंदौर जैसे अन्य प्रसिद्ध शहरों की झलक भी मिलती है. 

इसके अलावा, आप ट्रेन या बस का विकल्प भी देख सकते हैं. हालांकि, उज्जैन से ओमकारेश्वर तक डायरेक्ट ट्रेन नहीं है आपको ट्रेन से पहले देवास या उज्जैन जाना पड़ेगा और वहां से बस से आप ओमकारेश्वर जा सकते हैं. 

नर्मदा नदी के किनारे बसा है ओमकारेश्वर
ओमकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में नर्मदा नदी पर मांधाता या शिवपुरी नामक द्वीप पर स्थित है. यह नर्मदा नदी के किनारे स्थित है. यह एक द्वीप पर स्थित है जो हिंदू प्रतीक ओम के आकार के लिए प्रसिद्ध है. मंदिर में एक बड़ा प्रार्थना कक्ष है जिसके सहारे लगभग 60 विशाल और विस्तृत नक्काशीदार पत्थर के खंभे हैं. यह पांच मंजिला इमारत है और प्रत्येक मंजिल पर अलग-अलग देवता विराजमान हैं. ओंकारेश्वर लिंग के ऊपर महाकालेश्वर मंदिर है. सिद्धनाथ, गुप्तेश्वर और ध्वजेश्वर मंदिर क्रमशः तीसरी, चौथी और पांचवीं मंजिल पर हैं. मंदिर में कई ऊंचे शिखर भी हैं. यहां पर आप पेशावर घाट, केदारेश्वर मंदिर, ममलेश्वर मंदिर, सिद्धनाथ मंदिर, काजल रानी गुफा, और गौरी सोमनाथ मंदिर आदि घूम सकते हैं. 

ओमकारेश्वर घूमने के बाद आप यहां से बस या टैक्सी से इंदौर जा सकते हैं जो ढाई से तीन घंटे की दूरी पर है. और इंदौर से ट्रेन, फ्लाइट या बस के माध्यम से वापिस अपने होमटाउन पहुंच सकते हैं. आपको बता दें कि इन दोनों ज्योतिर्लिंग को घूमने का सबसे बेस्ट टाइम महाशिवरात्रि के दौरान होता है. हालांकि, सावन के महीने में भी आप ट्रिप प्लान कर सकते हैं. 

 

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