Electric Boats Ayodhya Varanasi: अयोध्या-वाराणसी में इलेक्ट्रिक बोट्स चलाएगी योगी सरकार, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, जानिए इनकी खासियत

Electric Boats in Varanasi/Ayodhya: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अयोध्या-काशी पर फोकस बरकरार है. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार (Yogi Adityanath Government) अयोध्या (Ayodhya) और वाराणसी (Varanasi) में स्पेशलाइज्ड इलेक्ट्रिक बोट्स चलाई जाएंगी. ये बोट्स पूरी तरह से सभी मॉडर्न सुविधाओं से लैस रहेंगी.

Electric Boats in UP (Photo Credit: Getty Images)
शिल्पी सेन
  • वाराणसी,
  • 31 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 6:39 PM IST

Electric Boats in Varanasi/Ayodhya: हाल ही में उत्तर प्रदेश में पर्यटकों Uttar Pradesh Tourism) की संख्या में इजाफा हुआ है. अयोध्या (Ayodhya) में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा और काशी कॉरिडोर (Kashi Coridor) के निर्माण के बाद वाराणसी (Varanasi) में श्रद्धालुओं और पर्यटकों को संख्या काफी बढ़ी है. 

ऐसे में वॉटर एडवेंचर स्पोर्ट्स और एक्टिविटीज़ को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार ने दोनों शहरों में स्पेशलाइज्ड इलेक्ट्रिक बोट्स चलाने की तैयारी कर ली है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath CM) ने समीक्षा के बाद इसको मंज़ूरी दे दी है. यूपी स्टेट टूरिज़्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (UPSTDC) ने इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है. जल्द ही ये गंगा और सरयू पर इलेक्ट्रिक बोट्स दिखाई देंगी.

वॉटर एक्टिविटी के लिए घाट तैयार
अयोध्या की सरयू नदी में स्पेशलाइज्ड इलेक्ट्रिक बोट्स चलाई जाएंगी. रामनगरी अयोध्या में 50 सीटिंग क्षमता वाली एक बोट और 30 सीटर 2 बोट्स चलाई जाएंगी. नया घाट से इन बोट्स का संचालन होगा. 

पिछले कुछ समय से सरयू नदी कर बने नया घाट के सौंदर्यीकरण के साथ वॉटर एक्टिविटीज़ के लिए इसको तैयार किया जा रहा है. अयोध्या के नया घाट पर दीपोत्सव का भव्य कार्यक्रम होता है. इस बार दीपोत्सव पर रिकॉर्ड 25 लाख दीये जलाने का लक्ष्य रखा गया है.

बनारस में ई-बोट
वाराणसी उत्तर प्रदेश की उन चुनिंदा जगहों में से एक है जहां बड़ी संख्या में सैलानी आते हैं. काशी कॉरिडोर के बाद पर्यटकों की संख्या में काफी इजाफा देखा गया है. काशी कॉरिडोर बनने के बाद से लगातार वाराणसी आने वाले देशी विदेशी पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. 

वाराणसी में 50 सीटर एसी इलेक्ट्रिक बोट चलाई जाएगी. काशी के रविदास घाट पर पर्यटकों के लिए ई बोट का संचालन होगा. ऐसे में बनारस की वर्ल्ड फेमस गंगा आरती के अलावा गंगा पर अलग-अलग वॉटर एक्टिविटीज के ज़रिए सैलानियों को आकर्षित करने की पहल की जा रही है.

10 वर्षों की लीज पर बोट्स का संचालन
उत्तर प्रदेश के अयोध्या और बनारस में 10 साल की लीज पर इलेक्ट्रिक बोट्स का संचालन होगा. मॉर्डन सुविधाओं वाली बोट्स की डॉकिंग, चार्जिंग समेत विभिन्न प्रक्रियाओं को भी संबंधित घाटों पर ही पूरा किया जाएगा.

बोट सर्विसेस के संचालन में इंटरनेशनल मानकों समेत इनलैंड वेसल एक्ट (Inland Vessel Act) के तहत तय निर्देशों को माना जाएगा. अयोध्या और वाराणसी में इलेक्ट्रिक बेस्ड एडवेंचर वॉटर ऐक्टिविटीज़ (Electric Based Adventure Water Actvities) और बोट राइड सुविधा को बढ़ाने के लिए नई योजना बनकर तैयार है.

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