उत्तर प्रदेश का चित्रकूट जिला ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक नजरिए से काफी महत्वपूर्ण है. यह एक बेहतरीन टूरिस्ट प्लेस है. यहां घूमने की कई जगहें हैं. इसमें गुप्ता गोदावरी, धारकुंडी आश्रम, सती उदगम, शबरी प्रपात, भारत कूप, माता गजेंद्रनाथ शिव मंदिर जैसे धार्मिक स्थल शामिल हैं. दोस्तों और फैमिली के साथ इस जगह घूमने का प्लान बना सकते हैं. चलिए आपको बताते हैं कि इस धार्मिक शहर में जाने का क्या रूट है और यहां रहने और खाने में कितना खर्च होगा.
चित्रकूट जाने का क्या है रूट-
दिल्ली से चित्रकूट की दूरी 675 किलोमीटर है. दिल्ली से इस धार्मिक शहर में जाने के लिए फ्लाइट, ट्रेन और बस का इस्तेमाल किया जा सकता है. अब चित्रकूट में एयरपोर्ट की शुरुआत हो गई है. फ्लाइट से ये दूरी तय करने में करीब 2 घंटे का वक्त लगता है. अगर दिल्ली से चित्रकूट ट्रेन से जाना चाहते हैं तो ये सुविधा भी उपलब्ध है. रोजाना दिल्ली से 2 ट्रेनें चित्रकूट के लिए जाती हैं. इस दो शहरों के बीच महाकौशल एक्सप्रेस और संपर्क क्रांति एक्सप्रेस चलती है. दिल्ली और चित्रकूट के बीच बस से भी सफर कर सकते हैं. इन दोनों शहरों के बीच कई बसें चलती हैं.
चित्रकूट जाने में कितना होगा खर्च-
अगर फ्लाइट से चित्रकूट जाते हैं तो कम से कम 3000 रुपए खर्च करने पड़ेंगे. अगर मुसाफिर ट्रेन से सफर करते हैं तो स्लीपर का किराया 400 रुपए है. जबकि थर्ड एसी में सफर करने के लिए 1000 रुपए से ज्यादा खर्च करना पड़ेगा. अगर सेकंड एसी में सफर करना चाहते हैं तो 1475 रुपए खर्च करना पड़ेगा. अगर मुसाफिर फर्स्ट एसी में जाना चाहते हैं तो टिकट पर करीब 2500 रुपए खर्च करना पड़ेगा. ट्रेनों के हिसाब से किराया बदल सकता है. दिल्ली से चित्रकूट बस से जाना चाहते हैं तो कम से कम 291 रुपए का टिकट लेना पड़ेगा. अगर एसी बस में सफर करना चाहते हैं तो करीब 2000 रुपए खर्च करना पड़ेगा.
रहने और खाने का खर्च-
चित्रकूट में ठहरने के लिए कई अच्छी जगहें हैं. यहां फैमिली के साथ भी ठहर सकते हैं. इस शहर में एक बढ़िया कमरा लेने के लिए कम से कम 500 रुपए खर्च करने पड़ेंगे. अगर होटल में ठहरना चाहते हैं तो आपको 2 हजार रुपए तक भी खर्च करने पड़ सकते हैं. चित्रकूट में कई फेमस ढाबे हैं, जहां काफी सस्ता और बढ़िया खाना मिलता है. 100 रुपए में बढ़िया खाना खा सकते हैं.
चित्रकूट में घूमने की जगहें-
चित्रकूट में घूमने की कई जगहें हैं. इसमें गुप्त गोदावरी गुफाएं, रामघाट, सती अनुसूया मंदिर, हनुमान धारा और कामदगिरि मंदिर जा सकते हैं. इसके अलावा भरत मिलाप मंदिर भी जा सकते हैं. माना जाता है कि इस जगह पर ही राम-भरत मिलाप हुआ था. इसके साथ ही जानकी कुंड, स्फटिक शिला, वाल्मीकि आश्रम, भारत कूप, माता गजेंद्रनाथ शिव मंदिर भी घूमने के बेहतरीन जगहें हैं. गणेश बाग काफी फेमस जगह है, इसकी वास्तुकला खजुराहो के मंदिरों से अद्भुत समानता है. कालिंजर किला भी घूमने जाया जा सकता है. कालिंजर किले का निर्माण 10वीं शताब्दी में बनाया गया थी.
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