टूरिज्म के मामले में राजस्थान भारत के टॉप डेस्टिनेशन्स में से एक है. राजस्थान के शहर अपने इतिहास, आर्किटेक्चर और खूबसूरती के लिए वर्ल्डवाइड फेमस हैं. जयपुर, जोधपुर, उदयपुर जैसी जगहों पर तो सालभर टूरिस्ट आते-जाते रहते हैं. लेकिन इन बड़े शहरों के अलावा भी राजस्थान कई ऐसे रत्नों को समेटे हुए है जिनके बारे में बहुत लोग नहीं जानते हैं. आज हम आपको बता रहे हैं राजस्थान के कुछ ऐसी ही ऑफबीट जगहों के बारे में.
बूंदी
बूंदी राजस्थान का एक छिपा हुआ रत्न है. यह राजस्थान की वह जगह है जिसे कभी कोई न जीत सका. कोटा के पास स्थित बूंदी शहर अपने अच्छी तरह से संरक्षित वास्तुशिल्प और ऐतिहासिक स्थलों से लोगों को हैरान करता है. 50 से ज्यादा बावड़ियों, असंख्य हवेलियों, वाटरफॉल्स, और केव पेंटिंग्स का घर, बूंदी में हर तरह के टूरिस्ट्स के लिए कुछ न कुछ है. यहां घूमने लायक जगहें हैं रानी जी की बावड़ी, बूंदी पैलेस, तारागढ़ किला, चित्रशाला, दभाई का कुंड, सुख महल, नवल सागर और शिखर बुर्ज.
चुरू
राजस्थान के निर्जन क्षेत्र में स्थित चूरू को थार रेगिस्तान के प्रवेश द्वार के रूप में पहचाना जाता है. भव्य हवेलियों और थार रेगिस्तान के बदलते रेत के टीलों के लिए प्रसिद्ध, चुरू अपने आप में अनोखा है. छोटा शहर होने के बावजूद यह वन्यजीव प्रेमियों और धार्मिक क्षेत्र में भी प्रसिद्ध रहा है. आप यहां फ्रेस्को पेंटेड हवेलियां, श्री शांतिनाथ भगवान मंदिर, सेठानी का ज़ोहरा, रतनगढ़ किला, कन्हैयालाल बगला हवेली, आदि देख सकते हैं.
बाड़मेर
राजस्थान के पश्चिमी भाग में स्थित, बाड़मेर थार रेगिस्तान का एक हिस्सा है. यह शहर राजस्थान के कुछ अद्भुत रेत के टीलों का घर है. बहुत से यात्रा प्रेमी जैसलमेर के खूबसूरत रेत के टीलों तक ही पहुंच पाते हैं जबकि बाड़मेर के आकर्षक महाबार टीले भी देखे जा सकते हैं. यहां रहते हुए, आप कई ऐतिहासिक स्थानों को भी देख सकते हैं, जैसे जूना खंडहर, सिवाना किला, जोगमाया मंदिर और ब्रह्मा मंदिर.
बांसवाड़ा
दक्षिण राजस्थान में स्थित इस स्थान का नाम यहां के जंगलों में बांसों की प्रचुरता के कारण रखा गया है. राज्य से होकर बहने वाली माही नदी में कई द्वीपों की मौजूदगी के कारण इसे सौ द्वीपों का शहर भी कहा जाता है. यहां जिन लोकप्रिय स्थानों पर आप जा सकते हैं उनमें समाई माता मंदिर के आसपास की पहाड़ियां, राम कुंड की गुफा भूमि और डायबलाब झील के वेटलैंड्स शामिल हैं.
लोंगेवाला
लोंगेवाला थार रेगिस्तान का एक सीमावर्ती शहर है, जहां 1971 में लोंगेवाला की लड़ाई लड़ी गई थी. इस लड़ाई को प्रसिद्ध जेपी दत्ता फीचर फिल्म बॉर्डर में भी दिखाया गया है. यह स्थान हर भारतीय को अवश्य देखना चाहिए क्योंकि यह अभी भी स्थिर है, और सीमाओं को सुरक्षित रखने में सेना के समर्पम का प्रतीक है. भारतीय एक दिन की ट्रिप के लिए सीमा चौकी पर जा सकते हैं, और उन्हें शहर घूमने के लिए परमिट लेने की जरूरत नहीं है. यहां रात में रुकने का कोई प्रावधान नहीं है, इसलिए कोई भी दिन के समय शहर का दौरा कर सकता है, सैनिकों के साथ बातचीत कर सकते हैं और 1971 में पकड़े गए पाकिस्तानी टैंकों के हिस्सों को देख सकते हैं.