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Russia-Ukraine Crisis: रूसी सैनिक कर रहे हैं यूक्रेन की सीमा पर कब्जा, सैटेलाइट तस्वीरों में देखें असल हालात

gnttv.com
  • 23 फरवरी 2022,
  • Updated 3:35 PM IST
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रूस-यूक्रेन विवाद बढ़ता ही जा रहा है. अब इसी में आगे बढ़ते हुए रूसी सैनिकों की कई यूनिट ने मंगलवार को बेलारूस और पश्चिमी रूस में यूक्रेन की सीमा के करीब के मैदानों पर कब्जा कर लिया है. ये सैटेलाइट तस्वीर 4 फरवरी की है. इसमें एक छोटा एयरफील्ड दिखाया गया है, जिसकी लोकेशन वी.डी. बोल्शॉय बोकोव है. इस तस्वीर में सैनिक गतिविधियां साफ देखी जा सकती है. 

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सैनिकों की नई तैनाती में दक्षिणी बेलारूस में मोजियर के पास 100 से ज्यादा वाहन और दर्जनों शेल्टर स्थल दिख रहे हैं. 
 

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पश्चिमी रूस में भी ऐसे ही सैनिक ट्रूप देखे गए हैं. यूक्रेन के साथ लगी सीमा के उत्तर-पश्चिम में 20 किलोमीटर से भी कम दूरी पर तस्वीर में बेलगोरोड के दक्षिण-पश्चिम में ग्रामीण इलाकों में सैनिकों और उपकरणों को तैनात देखा जाता है.

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ये सैटेलाइट तस्वीर  21 फरवरी की है. इसमें पश्चिमी बेलगोरोड के बाहरी इलाके में सैन्य चौकी के लिए एक नया फील्ड अस्पताल स्थापित किया गया है.
 

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इस तस्वीर से अंदाजा लगाया जा सकता है कि रूसी सेना अपनी तैनाती के लिए तैयारी कर रही है. सैटेलाइट तस्वीरों में यहां पहले से मौजूद दर्जनों सैन्य वाहन दिख रहे हैं. यहां बड़े पैमाने पर ग्राउंड क्लियरेंस का काम चल रहा है.
 

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मैक्सर विश्लेषक के अनुसार, इस तस्वीर में टैंक, तोप और भारी उपकरणों को जगह से दूसरे जगह ले जाने वाले हेवी इक्विपमेंट ट्रांसपोर्टर्स (HETs), पश्चिमी बाहरी इलाके में नोट किए गए हैं.

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इस तस्वीर में बेलगोरोड से सटे कई क्षेत्रों में रूसी सैनिकों का निर्माण कार्य जारी है. 21 फरवरी की तस्वीर में कुछ सैन्य वाहनों और शेल्टर साइट देखी जा सकती है. 
 

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क्रास्नी ओक्त्रैबर (Krasny Oktyabr) एक ग्रामीण इलाका है और क्रास्नुक्त्याबर्सकोय रूरल सेटलमेंट (Krasnooktyabrskoye Rural Settlement) केंद्र, सैनिकों के लिए  कई अस्थायी शेल्टर, साथ ही सैन्य उपकरण देखे जात सकते हैं. 

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बेलगोरोड के दक्षिण-पश्चिम में, वेस्योलया लोपन में एक रेलयार्ड को आर्मर और सैन्य वाहनों के साथ देखा जा सकता है. 

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पश्चिमी देशों ने मंगलवार को रूस को फटकार लगाई है. अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ने बैंकों और संस्थाओं को टारगेट करते हुए प्रतिबंधों की घोषणा की है. जर्मनी ने रूस की मेन गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट पर बैन लगाने की घोषणा की है.