10 डाउनिंग स्ट्रीट, को अक्सर "नंबर 10" कहा जाता है. ये दुनिया के सबसे आइकोनिक एड्रेस में से एक है. 1735 से ये ब्रिटिश प्रधानमंत्री के आधिकारिक घर और ऑफिस के रूप में जाना जाता है. यह साधारण-सा टाउनहाउस सिर्फ एक इमारत से कहीं अधिक है.
हालांकि, डाउनिंग स्ट्रीट की कहानी प्रधानमंत्री पद से जुड़ने से बहुत पहले शुरू होती है. जिस जमीन पर ये खड़ा है उसका इतिहास भी काफी पुराना है. इसका इतिहास थॉर्नी द्वीप की प्राचीन रोमन, एंग्लो-सैक्सन और नॉर्मन बस्तियों से जुड़ा है. ये आज लंदन की सबसे भीड़भाड़ वाली जगह बन गई है. दुनिया भर से लोग इसे देखने आते हैं.
डाउनिंग स्ट्रीट की कहानी
किंग हेनरी VIII के शासनकाल के दौरान उनके व्हाइटहॉल पैलेस के हिस्से के रूप में 10 डाउनिंग स्ट्रीट एक शराब की भठ्ठी का घर बन गया था. इस जमीन का डाउनिंग स्ट्रीट में बदलना जॉर्ज डाउनिंग के साथ शुरू हुआ. जॉर्ज डाउनिंग को ब्रिटिश इतिहास में एक दिलचस्प और कुछ हद तक विवादों से भरे व्यक्ति के रूप में जाना जाता है. जॉर्ज डाउनिंग ओलिवर क्रॉमवेल के लिए एक उपदेशक और जासूस के रूप में काम करते थे. 1654 में, जॉर्ज डाउनिंग ने जिस जगह पर 10 डाउनिंग स्ट्रीट आज खड़ा है उसका अधिग्रहण कर लिया था. 1682 तक, जॉर्ज डाउनिंग ने उस जमीन का अधिकार ले लिया था.
जमीन लेने के बाद जॉर्ज डाउनिंग ने सबसे पहले पॉपुलर आर्किटेक्ट सर क्रिस्टोफर व्रेन को 1682 और 1684 के बीच जल्दी और सस्ते में उन्होंने 15 से 20 सीढ़ीदार घरों का एक पुल-डी-सैक डिजाइन करने के लिए कहा. हालांकि, ये घर सरकार के लिए थे.
मामूली आवास से प्रधानमंत्री निवास तक का सफर
नंबर 10 को प्रधानमंत्री के निवास में बदलने की शुरुआत 1732 में हुई. सबसे पहले किंग जॉर्ज II (King George II) ने सर रॉबर्ट वालपोल को ये प्रॉपर्टी ऑफर की थी. बता दें, सर रॉबर्ट वालपोल को पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रूप में जाना जाता है. हालांकि, जब उन्हें ये प्रॉपर्टी ऑफर की गई तो उन्होंने इसे एक पर्सनल गिफ्ट के तौर पर नहीं बल्कि सरकार की ओर से स्वीकार किया. ये फैसला सभी के सामने एक मिसाल जैसा था. इसके बाद से ही नंबर 10 भविष्य के प्रधानमंत्रियों के लिए आधिकारिक निवास बन गया.
दिलचस्प बात यह है कि घर का नंबर मूल रूप से 5 था, लेकिन 1779 में इसे नंबर 10 कर दिया गया. वहीं नंबर 10 जो ईंट आज काली हैं वो पहले पीले रंग की हुआ करती थी. दो शताब्दियों के प्रदूषण ने इसे काला कर दिया था, अब काला रंग ही इसकी पहचान बन गई है.
जर्जर जमीन पर बनी थी इमारत
अपनी भव्यता के बावजूद, नंबर 10 डाउनिंग स्ट्रीट को लंबे समय तक चलने के लिए नहीं बनाया गया था. सबसे पहले ये इमारत जर्जर जमीन पर बनाई गई थी. इसकी पहली मरम्मत 1780 के दशक में की गई थी. जिसकी लागत £11,000 आई थी. हालांकि, इसके बाद भी इस इमारत की समस्याएं खत्म नहीं हुई थी.
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुए हमले ने नंबर 10 को काफी नुकसान पहुंचाया और 1950 के दशक तक इमारत की हालत बेहद खराब हो गई थी. प्रधानमंत्री हेरोल्ड मैकमिलन के समय में 1960 में फिर से इसकी मरम्मत की गई.
इमारत में हैं 100 कमरे
नंबर 10 के अंदर का जीवन घरेलू और राजनीति का एक अनूठा मिश्रण है. इस इमारत में लगभग 100 कमरे हैं, जिसमें प्रधानमंत्री का ऑफिस बड़े कैबिनेट ऑफिस का हिस्सा है, जिसमें लगभग 8,000 कर्मचारी कार्यरत हैं. हालांकि, इनमें से बहुत कम संख्या में कर्मचारी ही नंबर 10 के भीतर काम करते हैं.