किसी शख्स का परिवार उसकी रीढ़ की हड्डी की तरह होता है. वो परिवार मुश्किल समय में उसके साथ खड़ा रहता है. साथ ही जब-जब जरूरत पड़ती है, वह उसके लिए एक ढाल की तरह सामने आ जाता है.
लेकिन साउथ चाइनिया मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार एक महिला ने अपने ही परिवार के साथ फरेब किया. उसने उन्हें झूठे वादे करके उन्हें लूटने की कोशिश की. हालांकि वह कुछ समय तक इस जाल को बिछाने में कामयाब रही. पर हर अपराधी की तरह उसके भी कारनामें उसको जेल ही ले गए.
क्या है मामला?
दरअसल शेंघाई की रहने वाली 40 वर्षीय महिला मेंग करीब 10 साल पहले एक रियल एस्टेट का बिजनस करती थी. लेकिन किन्हीं वजहों से वह ठप पड़ गया. इसके बाद उन्होंने इरादा किया कि वह अपने ही रिश्तेदार-परिवार को ठगेंगी. इसके लिए उन्होंने एक झूठ को आधार बनाकर शादी भी.
किससे करी शादी
मेंग ने जियांग नामक एक व्यक्ति से शादी की. जियांग दरअसल एक आम ड्राइवर था. उन्होंने जियांग को बताया कि वह काफी उम्र की हो चुकी हैं. और उनका परिवार शादी का दबाव बना रहा है. इसलिए जियांग उनसे शादी कर लें.
परिवार को दिए झूठे वादे
मेंग ने अपने परिवार को जियांग से शादी करने की अनुमति मांगी. उन्होंने बताया कि जियांग एक बड़े रियल एस्टेट टायकून हैं. उनके अंडर कई प्रोजेक्ट हैं. और वह अपने रिश्तेदारों को सस्ते दामों पर प्रोपर्टी दिलवा देंगी. इस वादे के आधार पर उन्होंने 1.6 मिलियन डॉलर ठगे.
कैसे दिया ठगी को अंजाम
ठगी को अंजाम देने के लिए सबसे पहले मेंग ने एक घर खरीदा और उसे आधे दाम पर अपने एक रिश्तेदार को बेच दिया. साथ ही यह झूठ फैलाने को कहा कि मेंग आधे दाम पर बेच रही है. जिसके बाद यह बात फैलने लगी की मेंग डिस्काउंट पर फ्लैट बेच रही हैं.
अब मेंग से उनके कई रिश्तेदारों ने डिस्काउंट वाले रेट पर फ्लैट की मांग की. तो मेंग ने किराए पर घर खरीदे और उन्हें अपने रिश्तेदारों को बेच दिया. इसमें ऐसे भी रिश्तेदार थे जिन्होंने अपना पुराना घर बेच नया मकान लिया.
कैसे फंसी मेंग
उनके रिश्तेदार अपने नए फ्लैट को शानदार सामान से सजाने भी लगे. इस दौरान मेंग ने रिश्तेदारों को मकान के असली कागज नहीं दिए. वह यह कहकर टालती रहीं कि डिस्काउंट वाले कागज में टाइम लगता है.
लेकिन बेसुध रिश्तेदारों में एक को शक हुआ और उसने इमारत बनाने वाले बिल्डर से बात की. बात करने के बाद उसके पैरों तले जमीन खिसक गई जब पता चला कि यह फ्लैट तो किराए के है.
इसके बाद मामला कोर्ट पहुंचा और कोर्ट ने जालसाज़ी और फरेब के मामले में मेंग को 12 और जियांग को 6 साल की सज़ा सुना दी. साथ ही झूठ फैलाने वाले रिश्तेदार को भी कोर्ट ने 5 साल की सज़ा सुना दी.