तुर्की में फिलहाल वक्त के खिलाफ रेस चल रही है. रेस्क्यू टीम्स अभी भी जिवित लोगों की तलाश कर रही हैं. बचाव अभियान के लगभग एक सप्ताह के बाद भी, मलबे के नीचे से हर रोज किसी तरह बचे हुए लोगों को जिंदा निकाला जा रहा है.
इस बीच तुर्की और सीरिया के दक्षिणी प्रांतों में आए दो बड़े भूकंपों के बाद मरने वालों की संख्या 33,000 से अधिक हो गई है. कई देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से अंतर्राष्ट्रीय सहायता आ रही है. इस भूकंप ने लाखों लोगों को अनाथ और बेघर कर दिया.
मदद के लिए आगे आईं एयरलाइन्स
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, तुर्की में तुर्की एयरलाइंस और पेगासस एयरलाइंस ने रविवार को प्रभावित क्षेत्रों से इस्तांबुल, अंकारा, अंताल्या और अन्य सुरक्षित स्थानों के लिए मुफ्त टिकट की घोषणा की है. हजारों लोग पहले ही अन्य स्थानों पर शरण लेने के लिए निकल चुके हैं.
एयरलाइन्स के इस नेक कदम की सराहना की जा रही है. इस भूकंप में लाखों जिंदगियां प्रभावित हुई हैं और इन्हें फिर से पटरी पर आने में न जाने कितने साल लगेंगे. लेकिन इस बुरे वक्त में इन लोगों का हाथ थामकर चलना ही इंसानियत है जो ये दो एयरलाइन्स करने की कोशिश में हैं.
ठेकेदारों की जांच कर रहे हैं अधिकारी
तुर्की के अधिकारी कथित रूप से उन ठेकेदारों की जांच कर रहे हैं जो भूकंप में ढहने वाली बिल्डिंग्स के निर्माण में शामिल थे. क्योंकि रविवार को बचाव दल को मलबे में और भी कई जीवित लोग मिले जिनमें एक गर्भवती महिला और दो बच्चे शामिल थे. हालांकि, इस आपदा में अब तक 33,000 से अधिक लोग मारे गए हैं.
दक्षिण-पूर्वी तुर्की और उत्तरी सीरिया में नौ घंटे के अंतराल पर 7.8 की तीव्रता और 7.5 तीव्रता के भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 33,179 हो गई है. तुर्की के न्याय मंत्री बेकिर बोजदाग ने कहा कि भूकंप का सामना करने में विफल रहने वाली इमारतों के निर्माण में उनकी कथित जिम्मेदारी के लिए 131 लोगों की जांच चल रही थी.
जोरों पर है बचाव कार्य
कतर ने घोषणा की है कि वह तुर्की और सीरिया को विश्व कप के दौरान इस्तेमाल किए गए 10,000 केबिन और कारवां भेजेगा, जो अब विनाशकारी भूकंप में बेघर हुए लोगों को घर देगा. कतरी के एक अधिकारी ने एएफपी को बताया, "तुर्की और सीरिया में तत्काल जरूरतों को देखते हुए, हमने अपने केबिन और कारवां को क्षेत्र में भेजने का फैसला किया है, जिससे तुर्की और सीरिया के लोगों को बहुत जरूरी और तत्काल सहायता मिल सके."