ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर (Black Hawk Helicopter) ने इस हफ्ते की शुरुआत में अमेरिकी राज्य केंटकी में पहली बार बिना पायलट के उड़ान भरी. इस टेस्ट फ्लाइट के लिए एक अत्याधुनिक सिस्टम सूट का इस्तेमाल किया गया था. इस फर्निश्ड हेलिकॉप्टर ने एक सफल लैंडिंग करने से पहले कल्पना की गई इमारतों से बचते हुए, नकली सिटीस्केप के माध्यम से 30 मिनट तक उड़ान भरी.
5 फरवरी को पहली परीक्षण उड़ान में ब्लैक हॉक ने लगभग 4,000 फीट की ऊंचाई पर और लगभग 115 से 125 मील प्रति घंटे की गति से उड़ान भरी. पॉपुलर साइंस की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को उसी हेलिकॉप्टर से एक और नकलीऑटोनोमस फ्लाइट का संचालन किया गया.
केंटकी में फोर्ट कैंपबेल के बाहर हुई टेस्टिंग
अलियास नामक एक अमेरिकी रक्षा अनुसंधान (US Defense Research)कार्यक्रम के हिस्से के रूप में पूरी तरह से कंप्यूटर संचालित विमान का परीक्षण किया जा रहा था. टेस्टिंग केंटकी में फोर्ट कैंपबेल के बाहर हुआ था.
इस तरह की उड़ान के तीन अहम लक्ष्य
एलियास के प्रोग्राम मैनेजर स्टुअर्ट यंग ने पॉपुलर साइंस को बताया कि इस तरह की उड़ान तकनीक के तीन मुख्य लक्ष्य हैं. पहली सुरक्षा है, इलाके में दुर्घटनाग्रस्त होने जैसी आपदाओं को रोकने के लिए. दूसरा फ्लाइट सहायता है, जबकि तीसरा लागत में कमी है.
नई ताकत से रूस और चीन की बढ़ी टेंशन
इस सिस्टम सूट को मुख्य रूप से हेलीकॉप्टर पायलटों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने और सुरक्षा को बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है. अमेरिका के इस हेलीकॉप्टर की नई ताकत से रूस और चीन की टेंशन बढ़ना तय है. हालांकि, इस हेलीकॉप्टर का मालिकाना हक अमेरिकी वायु सेना के पास न होकर सिकोरस्की के पास है.
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