US Independence Day: कभी सुपरपावर अमेरिका भी था अंग्रेजों का गुलाम, लोगों पर होते थे खूब अत्याचार, ऐसे मिली थी आजादी

ब्रिटेन की यूएस में 13 कॉलोनियां थीं. यहां रहने वाले लोगों पर जुल्म ढाया जाता था. इससे लोगों में ब्रिटिश ताज के प्रति असंतोष बढ़ने लगा. 4 जुलाई 1776 को 13 कॉलोनियों ने आजादी की घोषणा कर दी थी.

4 जुलाई को अमेरिका हुआ था आजाद
मिथिलेश कुमार सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 03 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 8:45 PM IST
  • अमेरिका ने 4 जुलाई 1776 को आजाद होने का किया था ऐलान 
  • इस दिन लोग जमकर करते हैं आतिशबाजी

आज अमेरिका दुनिया का सबसे ताकतवर देश है. इसे सुपरपावर कहा जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं यूएस भी ब्रिटिश का गुलाम रहा है. अंग्रेजों ने भारत की तरह ही इस देश के लोगों पर भी अत्याचार किए. काफी लड़ाई लड़ने के बाद अमेरिका ने 4 जुलाई 1776 को ब्रिटिश साम्राज्‍य से आजाद होने का ऐलान किया था. 

ब्रिटेन की यूएस में थीं 13 कॉलोनियां
ब्रिटेन की यूएस में 13 कॉलोनियां थीं. 1776 से पहले सभी कॉलोनियों को चीनी, कॉफी, चाय या स्प्रिट जैसे सामानों के आयात के लिए उच्च शुल्क देना पड़ता था. लोगों पर तरह-तरह के अत्याचार किए जाते थे. इसने ब्रिटिश ताज के प्रति बढ़ते असंतोष को जन्म दिया, जिससे यह ऐतिहासिक घटना हुई. 2 जुलाई 1776 को अमेरिका की जनता ने 12 कॉलोनियों से अपनी आजादी का ऐलान कर दिया. ग्रेट ब्रिटेन से अलग होने का फैसला बहुत बड़ा था. 

आजादी के घोषणा पत्र को अपनाने के लिए डाला वोट 
कॉन्टिनेंटल कांग्रेस की तरफ से आजादी की मांग की गई. 4 जुलाई 1776 को 13 कॉलोनियों ने आजादी के घोषणा पत्र को अपनाने के लिए वोट डाला. घोषणा पत्र पर उन्‍होंने साइन किए और खुद को आजाद घोषित कर दिया. बस इसी दिन से स्‍वतंत्रता दिवस मनाया जाने लगा. 13 कॉलोनियों ने मिलकर आजादी की घोषणा की थी और इसे डिक्लियरेशन ऑफ इंडिपेंडेंस भी कहा जाता है. कॉन्टिनेंटल कांग्रेस के सदस्‍यों में थॉमस जेफरसन भी थे. उन्‍होंने ही कमेटी के बाकी सदस्‍यों जॉन एडम्‍स, रोजर शरमन, बेंजामिन फ्रैंकलिन और विलियम लिविंगस्‍टन से सलाह करके इस घोषणा पत्र को तैयार किया था. 

बना था यूनाइटेड स्‍टेट्स ऑफ अमेरिका
डिक्लियरेशन ऑफ इंडिपेंडेंस के दिन को अमेरिका का स्वतंत्रता दिवस कहा जाता है. इसी दिन अलग-अलग कॉलोनियों में बंटा अमेरिका एकजुट होकर संयुक्त राज्य अमेरिका (यूनाइटेड स्‍टेट्स ऑफ अमेरिका) बना था. इस दिन देश में छुट्टी रहती है. लोग इस दिन आतिशबाजी करते हैं. पार्क में पिकनिक मनाते हैं. कई तरह के गेम्‍स का आयोजन होता है. साथ ही राजनीतिक भाषण और कई दूसरी तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. अमेरिकी परेड और बारबेक्यू आयोजित करके स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं. लोग नए कपड़े पहनते हैं और खुद को लाल, सफेद और नीले रंग में रंगते हैं, जो अमेरिकी ध्वज के रंग हैं. 

फिलाडेल्फिया में मना था आजादी का पहला जश्‍न
4 जुलाई 1977 को पेंसिलवेनिया के फिलाडेल्फिया में पहली बार देश का स्‍वतंत्रता दिवस मनाया गया. पहले जश्‍न में 13 गनशॉट्स फायर किए और आतिशबाजी की गई. उस समय से आतिशबाजी की शुरुआत हुई. 1801 में वाइट हाउस ने पहली बार 4 जुलाई को आधिकारिक तौर पर स्‍वतंत्रता दिवस घोषित किया.   

जॉर्ज वॉशिंगटन बने थे पहले राष्ट्रपति
अमेरिका की आजादी की लड़ाई लड़ने वाले जनरल जॉर्ज वॉशिंगटन को अमेरिका का पहला राष्ट्रपति बनाया गया. इन्हीं के नाम पर अमेरिका की राजधानी का नाम वॉशिंगटन डीसी रखा गया. आजादी के घोषणा पत्र को तैयार करने में मुख्य भूमिका निभाने वाले जेफरसन अमेरिका के तीसरे राष्‍ट्रपति बने. उन्‍होंने 1801 में देश का शासन संभाला था.

कब्जे को लेकर हुई थी लड़ाई
माना जाता है कि क्रिस्टोफर कोलंबस जब भारत आने के लिए यूरोप से निकले थे तो वह गलती से अमेरिका पहुंच गए थे. कोलंबस ने अपने लोगों को नए द्वीप के बारे में बताया तो कई देशों के बीच अमेरिका के कब्जे को लेकर लड़ाई हुई, लेकिन ब्रिटिश लोग सबसे ज्यादा तदाद में उस आइलैंड पर पहुंचे और अमेरिका पर कब्जा कर लिया.
 

 

Read more!

RECOMMENDED