जानिए कौन हैं भारतीय-अमेरिकी अंजलि चतुर्वेदी जिन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दी अपने प्रशासन में जगह

भारतीय-अमेरिकी अंजलि चतुर्वेदी को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने प्रशासन में विशेष पद के लिए नामित किया है. अंजलि इससे पहले Northrop Grumman Corporation के लिए सहायक जनरल काउंसल का काम करती थीं.

Joe Biden
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 23 जून 2022,
  • अपडेटेड 7:02 PM IST
  • भारतीय-अमेरिकी मूल की हैं अंजलि
  • बाइडेन प्रशासन में मिला विशेष पद

अमेरिकी प्रशासन में महिलाओं का वर्चस्व धीरे-धीरे बढ़ रहा है. प्रमुख भारतीय-अमेरिकी कानून विशेषज्ञ अंजलि चतुर्वेदी को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने वेटेरन अफेयर्स डिपार्टमेंट में जनरल काउंसल के रूप में नामित किया है. बाइडेन के प्रशासन में यह एक महत्वपूर्ण पद है. व्हाइट हाउस की वेबसाइट के अनुसार चतुर्वेदी अमेरिकी न्याय विभाग के क्रिमिनल डिवीजन में उप सहायक अटॉर्नी जनरल हैं. उन्हें यूएस डिपार्टमेंट ऑफ वेटरन्स अफेयर्स के जनरल काउंसल के लिए नॉमिनेट किया गया है.

इस विभाग का मुख्य काम दिग्गजों को उनके द्वारा अर्जित विश्व स्तरीय लाभ और सेवाएं प्रदान करना है. ऐसा करने के लिए करुणा, प्रतिबद्धता, उत्कृष्टता, व्यावसायिकता, अखंडता, जवाबदेही और नेतृत्व के उच्चतम मानकों का पालन किया जाता है. अंजलि ने अपने करियर के दौरान सरकार की तीनों शाखाओं और निजी प्रैक्टिस में काम किया है. सरकारी सेवा में लौटने से पहले अंजलि नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन कॉरपोरेशन (Northrop Grumman Corporation)के लिए सहायक जनरल काउंसल और जांच निदेशक का काम करती थीं, साथ ही वो कंपनी की ग्लोबल इंवेस्टिगेशन टीम का नेतृत्व करती थीं.

कौन है अंजलि चतुर्वेदी
अंजलि का जन्म न्यूयॉर्क के कोर्टलैंड में हुआ था. वह फर्स्ट-जेनरेशन अमेरिकन हैं. उन्होंने जॉर्ज टाउन यूनिवर्सिटी लॉ स्कूल और कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है. वह एक सर्टिफाइड योगा टीचर और लीडरशिप कोच भी हैं. वह चेवी चेस, एमडी में अपने पति और बेटे के साथ रहती हैं. अंजलि ने इससे पहले ब्रिटिश पेट्रोलियम में सहायक जनरल काउंसल और निक्सन पीबॉडी की वाशिंगटन डीसी लॉ फर्म में पार्टनर के रूप में काम किया है. प्राइवेट प्रैक्टिस में आने से पहले, वह एक फेडरल प्रॉक्सीक्यूटर थीं.

न्याय विभाग में अपनी सर्विस के दौरान उन्होंने कोलंबिया जिले और कैलिफोर्निया के उत्तरी जिले में अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालयों में सेवा की, जिसमें डिप्टी चीफ ऑफ फैलोनी ट्रायल सेक्शन और संगठित अपराध स्ट्राइक फोर्स के प्रमुख और वकील के रूप में विस्तार शामिल थे उन्होंने कोलंबिया सुपीरियर कोर्ट के डिस्ट्रिक्ट के माननीय ग्रेगरी ई. मिज़ के लिए लिपिक के रूप में अपना कानूनी करियर शुरू किया. अंजलि ने जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी और हेस्टिंग्स कॉलेज ऑफ लॉ में एडजंक्ट प्रोफेसर के रूप में ट्रायल एडवोकेसी और क्रिमिनल प्रोसीजर भी पढ़ाया है.

बता दें कि अंजलि पहली ऐसी भारतीय अमेरिकी नहीं हैं जिन्हें बाइडेन प्रशासन में जगह मिली है. इससे पहले बाइडेन ने मंगलवार को प्रमुख भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिक डॉ आरती प्रभाकर को अमेरिकी राष्ट्रपति के शीर्ष विज्ञान सलाहकार के रूप में नामित किया गया था. वहीं पिछले हफ्ते, बिडेन ने भारतीय-अमेरिकी सुरक्षा विशेषज्ञ राधा अयंगर को पेंटागन के शीर्ष पद के लिए नामित किया था.

 

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